Hardoi News: हादसों के बाद भी नहीं जागे ज़िम्मेदार, पुलिस के सामने ट्रैक्टर ट्रालियां पर ढोई जा रही सवारियां
Hardoi News: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के स्पष्ट आदेशों के बाद भी हरदोई में ट्रैक्टर ट्रालियों पर लोगों को बैठा कर आवागमन किया जा रहा है। कोई भी जिम्मेदार इस बाबत ध्यान देने को राजी नहीं है।;
Hardoi News: जिले में ट्रैक्टर ट्रालियों से सवारी ढोने का सिलसिला बदस्तूर जारी है। यह सब पुलिस की आंखों के सामने होता रहता है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा ट्रैक्टर ट्रालियों से लोगों को ले जाने पर पूर्णता रोक लगा दी थी। इस बाबत सभी जनपदों को आदेश जारी कर दिए थे ट्रैक्टर ट्राली पर लोगों के बैठने से लगातार हादसों की संख्या बढ़ गई है। हरदोई समय कई अन्य जनपदों में भी ट्रैक्टर ट्राली पर लोगों के बैठे होने से हादसे हुए हैं जिसमें कई लोगों की मौत भी हुई है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के स्पष्ट आदेशों के बाद भी हरदोई में ट्रैक्टर ट्रालियों पर लोगों को बैठा कर आवागमन किया जा रहा है। कोई भी जिम्मेदार इस बाबत ध्यान देने को राजी नहीं है। मुख्यमंत्री के आदेश जारी होने के बाद कुछ दिन तक जनपद में सख़्ती की गई थी। ट्रैक्टर चालकों के चालान भी किए गए थे। इसी के साथ ट्रैक्टर चालकों को लोगों को ट्रैक्टर ट्राली में न बैठने को लेकर जागरूकता अभियान भी चलाया गया था।
कुछ दिन पूर्व ट्रैक्टर ट्रॉली से आ रहे दो श्रद्धालुओं की हो चुकी है मौत
हरदोई में लगातार लोगों के ट्रैक्टर ट्राली पर बैठकर जाने से घटनाएं घटित हो रही हैं। हाल ही में बेनीगंज थाना क्षेत्र में श्रद्धालुओं से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली अनियंत्रित होकर पलट गई थी जिसमें दो श्रद्धालुओं की मौत हुई थी जबकि लगभग दो दर्जन से अधिक श्रद्धालु बुरी तरह से घायल हुए थे। इससे पहले भी हरदोई में ट्रैक्टर ट्राली के नदी में गिरने से कई लोगों की मौत हुई थी वहीं कई लोग बुरी तरह से घायल हुए थे। हरदोई में दिन पर दिन बढ़ रहे ट्रैक्टर ट्राली से हादसों पर जिम्मेदार लगाम लगाने में विफल है।
आलम यह है कि शहर के अंदर ही पुलिस की आंखों के सामने से ट्रैक्टर ट्राली पर सवारियों को ढोया जाता है जिम्मेदार यह सब देखकर भी जान बने रहते हैं। हरदोई के जिम्मेदारों को किसी बड़ी अनहोनी का इंतजार है। शहर के सिनेमा चोराहा जो कि शहर का प्रमुख चौराहा कहा जाता है वहां से एक ट्रैक्टर ट्राली पर सवार कुछ बच्चे, महिलाएं व पुरुष बैठकर जाते हुए नजर आए। हैरत की बात यह है कि इस चौराहे पर लगभग आधा दर्जन के आसपास ट्रैफिक, पीआरडी, होम गार्ड और उत्तर प्रदेश पुलिस के जवान खड़े होते हैं लेकिन किसी ने भी इस बात ध्यान नहीं दिया।