Hardoi News: यदुनंदन की मौत पर सियासत तेज, 150 अज्ञात लोगों पर मुकदमा
Hardoi News: बसपा बूथ एजेंट यदुनंदन की मौत पर सियासत तेज हो गई है। तमाम संगठन के लोगों के मृतक के गांव पहुंचने पर पुलिस ने 150 पर शांति भंग करने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया है।;
मौके पर पहुंची पुलिस। (Pic: Newstrack)
Hardoi News: हरदोई में मतदान के बाद हुई दलित युवक की मौत पर अब सियासी संग्राम शुरू हो गया है। इस मामले में अब दलित और ब्राह्मण आमने-सामने आ गए हैं। दरअसल लोकसभा के चुनाव के बाद 13 मई की शाम को बहुजन समाजवादी पार्टी के पोलिंग एजेंट यदुनंदन जब वापस अपने घर लौट रहे थे तभी सुपिन शुक्ला द्वारा अपने समर्थकों के साथ यदुनंदन पर लाठी डंडो से हमला कर दिया। हमले में यदुनंदन गंभीर रूप से घायल हो गए थे। उन्हें लखनऊ मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई थी।
150 अज्ञात लोगों पर मुकदमा दर्ज
बसपा कार्यकर्ता के मौत के मामले में पुलिस द्वारा अभियोग दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी। यदुनंदन की मौत से नाराज लगभग 100 से 150 लोगों ने प्रदर्शन किया। हालांकि इस दौरान भीम आर्मी और पुलिस के बीच भी नोंकझोंक की खबरें सामने आई थी। इसके बाद पुलिस ने 100 से 150 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर दिया है और मामले की जांच में जुट गई है। पुलिस ने 100 से 150 लोगों पर बलवा धारा 144 का उल्लंघन करने हंगामा करने के आरोप में अभियोग पंजीकृत किया है। पुलिस ने मारपीट के आरोपी सुपिन शुक्ला और गिरजा शंकर को जेल भेज दिया है।
पुलिस ने दो को भेजा जेल
मामला बिलग्राम थाना क्षेत्र के गनीपुर गांव का है जहां मतदान के बाद गांव के ही रहने वाले सुपिन शुक्ला उर्फ सुमित और गांव के ही यदुनंदन के बीच विवाद हो गया। हालांकि इन दोनों के बीच पूर्व में भी विवाद चल रहा था। आरोपी सुपिन शुक्ल द्वारा यदुनंदन की पिटाई से उसकी मौत हो गई। वहीं सुपिन भी गोली लगने से घायल हो गया जिसका उपचार जिला अस्पताल में चल रहा है। इस घटना में यदुनंदन की पत्नी की तहरीर पर पुलिस ने सुपिन शुक्ला समेत अन्य लोगों के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत किया है।पुलिस ने मामले में आरोपी सुपिन शुक्ला व गिरजा शंकर को जेल भेज दिया। शुक्रवार को यदुनंदन का शांति हवन होना था। इस हवन में शामिल होने के लिए अलग-अलग संगठनों ने कार्यकर्ताओं सहित गनीपुर गांव जाने का प्रयास किया। पूरे मामले में पुलिस ने सख्त रुख़ अपनाया।
पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच नोक-झोंक
इस दौरान पुलिस और भीम आर्मी के बीच नोक झोंक का मामला भी सामने आया। इसके बाद उप निरीक्षक निषेंदु तिवारी के तहरीर पर भीम आर्मी के जिला अध्यक्ष करण वर्मा, मिशन काशीराम के विधानसभा क्षेत्र अध्यक्ष सुबोध गौतम, भीम आर्मी के सतपाल तंवर, बहुजन अधिकार मोर्चा के जिला अध्यक्ष वरुण आजाद, भीम आर्मी के अजीत सिंह सहित 6 लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज की गई है। जबकि 59 वाहनों के पंजीकरण नंबर के आधार पर भी रिपोर्ट दर्ज हुई है। इन सभी पर 15 मई को अराजकता करने का आरोप है। पुलिस ने पूरे मामले मैं अभियोग पंजीकृत कर जांच शुरू कर दी है। सीओ बिलग्राम सुनील शर्मा ने बताया कि सुपिन शुक्ला और गिरजा शंकर को यदुनंदन की हत्या के आरोप में जेल भेज दिया गया है। मामले में अभियोग पंजीकृत हैं जांच की जा रही है।