Hardoi News: रेलवे प्रबंधक ने किया रेलवे स्टेशन का निरीक्षण, बदहाल सड़के, नहीं हो रही यात्रियों की सुनवाई
Hardoi News: हरदोई रेलवे स्टेशन के परिसर में बनी सड़के ज्यादातर अपनी बदहाली के आंसू बहा रही हैं। हालांकि वह बात अलग है कि जिम्मेदारों को यह समस्या नजर नहीं आती है।
Hardoi News: अब तक आपने प्रदेश में बनी सड़कों में गड्ढों की बात सुनी और देखी भी होगी। जिनको दुरुस्त करने के आदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिए थे। लेकिन यदि स्टेशन परिसर की सड़कों में गड्ढे देखने को मिले तो किससे कहा जाए। यह गड्ढे और उखड़ी सड़क और कहीं नहीं हरदोई रेलवे स्टेशन पर देखने को मिली है। एसजी 3 स्टेशन का जब यह हाल है तो अन्य रेलवे स्टेशनों का क्या हाल होगा इसका अंदाजा आप खुद लगा सकते हैं। हरदोई की नई बिल्डिंग स्थित टिकट घर को जाने वाली गेट संख्या एक पर माल गोदाम स्थित बनी सड़क में आपको गड्ढे देखने को मिलेंगे। यह गड्ढे कई महीनो से बने हुए हैं। कोई भी जिम्मेदार व्यक्ति इस बात पर ध्यान देने को राजी नहीं है। इसी के साथ नई बिल्डिंग से पुरानी बिल्डिंग स्थित गेट की ओर जाने वाला मार्ग भी बदहाल हैं।
रेल प्रबंधक को क्यों नज़र नहीं बदहाल सड़क
हरदोई रेलवे स्टेशन के परिसर में बनी सड़के ज्यादातर अपनी बदहाली के आंसू बहा रही हैं। हालांकि वह बात अलग है कि जिम्मेदारों को यह समस्या नजर नहीं आती है। गुरुवार को मंडल रेल प्रबंधक राजकुमार सिंह हरदोई निरीक्षण के लिए आए थे। लेकिन मंडल रेल प्रबंधक को स्टेशन परिसर की सड़कों की बदहाली नजर नहीं आई। रेल प्रबंधन का लगभग एक माह में यह दूसरा निरीक्षण था।
यात्री है परेशान
रेल यात्रियों को इस मार्ग से होते हुए गुजरना पड़ता है। रात में नई बिल्डिंग से पुरानी बिल्डिंग जाने वाले मार्ग पर प्रकाश की व्यवस्था भी नहीं है। ऐसे में रेल यात्रियों का खराब सड़क से हो कर जाने में संतुलन बिगड़ जाता है। वहीं वाहनों को भी गड्ढे होने से काफी समस्या का सामना करना पड़ता है। इसके साथ ही हरदोई के रेल यात्रियों को अन्य स्टेशनों के रिटायरिंग रूम को बुक करने के लिए आईआरसीटीसी का सहारा लेना पड़ रहा है। हरदोई रेलवे स्टेशन पर लगा सिस्टम व्यवस्थित रूप से कार्य नहीं कर रहा है। हालांकि डीआरएम को यह समस्या भी नजर नहीं आई। डीआरएम लगातार हरदोई रेलवे स्टेशन पर खाना पूर्ति करके चले आते हैं। हरदोई के रेल यात्रियों को हरदोई रेलवे स्टेशन पर सुविधाओं का बेसब्री से इंतजार है। आगे देखना यह है की इनकी इस समस्या का समाधान कब होता है।