Hardoi News: अयोध्या में हुई प्राण प्रतिष्ठा को लेकर इंग्लैंड की संसद भवन परिसर में बजी राम धुन, हरदोई के इंजीनियर ने निभाई अहम भूमिका

Hardoi News: भगवान श्री राम को भारत के साथ श्रीलंका, नेपाल में भी पूजा जाता है। ऐसे ही भगवान राम की हुई प्राण प्रतिष्ठा के बाद भारत के एक इंजीनियर ने इंग्लैंड की संसद भवन के परिसर में गूंजी श्री राम धुन के साथ राम चरित्र मानस के पाठ में अहम भूमिका निभाई है।

Report :  Pulkit Sharma
Update: 2024-01-28 17:47 GMT

अयोध्या में हुई प्राण प्रतिष्ठा को लेकर इंग्लैंड की संसद भवन परिसर में बजी राम धुन, हरदोई के इंजीनियर ने निभाई अहम भूमिका: Photo- Social Media

Hardoi News: अयोध्या में हुए राम मंदिर के निर्माण के बाद 22 जनवरी को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्राण प्रतिष्ठा कर राम जन्मभूमि देश को समर्पित कर दिया था। भगवान राम को लेकर देश में काफी आस्था लोगों में देखने को मिल रही है। भगवान राम को लेकर देश के कोने-कोने से कहानियां किस्से निकलकर सामने आ रहे हैं। देश ही क्या विदेश से भी लोग अयोध्या भगवान राम के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। भगवान राम को लेकर विदेश में भी लोगों के बीच आस्था देखी जा सकती है। सनातन धर्म को मानने वाले लोगों के साथ विदेशी लोग भी भगवान राम में आस्था रखते हैं।

भगवान श्री राम को भारत के साथ श्रीलंका, नेपाल में भी पूजा जाता है। ऐसे ही भगवान राम की हुई प्राण प्रतिष्ठा के बाद भारत के एक इंजीनियर ने इंग्लैंड की संसद भवन के परिसर में गूंजी श्री राम धुन के साथ राम चरित्र मानस के पाठ में अहम भूमिका निभाई है। भगवान राम के भारत में हुई प्राण प्रतिष्ठा के बाद देश के कोने-कोने के साथ विदेश में भी उत्सव मनाया। देश के कोने-कोने के साथ विदेश में भी उत्सव मनाया जा रहा है। इसी क्रम में इंग्लैंड के संसद भवन परिसर में सनातन आस्था ऑफ यूनाइटेड किंगडम के सावधान में भक्ति संगीत व रामचरितमानस के पाठ का आयोजन हुआ जिसमें राजराजेश्वर और साध्वी सूर्य प्रभा की उपस्थिति रही इसी के साथ स्मिता पांडे और चंदा झा के साथ विदेश में रह रहे भारतीय महिलाओं व विदेशी नागरिकों ने भगवान श्री राम के भजन गाये।

हरदोई के इस युवा इंजीनियर के ने कर दिखाया कमाल

हरदोई जनपद के रहने वाले सॉफ्टवेयर इंजीनियर राज तिवारी जो कि शहर के नाघेटा रोड के रहने वाले हैं। बीते दो दशकों से वह इंग्लैंड में रहकर अपनी सेवाएं दे रहे हैं।परिवार से सनातन की शिक्षा मिली। इस शिक्षा को विदेश में भी इस्तेमाल करते हुए राज तिवारी ने इंग्लैंड में सांस्कृतिक व एकेडमिक संस्था मंगलम और श्री राम जानकी सेवा समिति के ट्रस्ट के रूप में भारतीय सनातन संस्कृति को विश्वव्यापी बनाने की क़वायद में जुटे हुए हैं।

राज तिवारी बताते हैं कि इंग्लैंड में वह 20 वर्षों से रह रहे हैं। यहां के लोगों के साथ वह मिलकर होली, दिवाली और दशहरा आदि सभी भारतीय त्योहार बड़े ही धूमधाम और हर्ष उल्लास के साथ मनाते हैं ।ऐसे ही 22 जनवरी को अयोध्या में श्री राम भगवान की हुई प्राण प्रतिष्ठा के बाद इंग्लैंड में सनातन धर्म से जुड़े लोगों व विदेश में रहने वाले लोगों के साथ हर्षोल्लास के साथ समारोह मनाया। इंग्लैंड की पार्लियामेंट में रामधुन व रामचरितमानस का पाठ होना सनातन व भारतवासियों के लिए गर्व की बात है।आज देश के कोने-कोने में भारत का डंका बज रहा है।

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