Hardoi News: दाखिल खारिज मामले में बढ़ी SDM की मुश्किलें, ऑडियो वायरल, बोलीं किसी भी कीमत पर हटवाओ कागज

Hardoi News: ऑडियो वायरल होने के बाद यह साफ हो गया है कि एसडीएम डॉ. अरुणिमा श्रीवास्तव ने म्यूटेशन से जुड़े मामले में बड़ा खेल किया है। हालांकि एसडीएम के खिलाफ क्या कार्रवाई होगी, यह जिलाधिकारी पर निर्भर करता है।

Report :  Pulkit Sharma
Update:2024-10-18 18:23 IST

Hardoi News (Pic- Newstrack)

Hardoi News: हरदोई में तैनात एसडीएम डॉ. अरुणिमा श्रीवास्तव की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। तहसीलदार की हैसियत से एसडीएम द्वारा बैक डेट में जमीन का म्यूटेशन करने की जांच जहां अपर जिलाधिकारी कर रहे हैं, वहीं अब एसडीएम का एक ऑडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। ऑडियो वायरल होने के बाद एसडीएम डॉ. अरुणिमा श्रीवास्तव पर भी कार्रवाई तय मानी जा रही है। पिछले कुछ महीनों में हरदोई में तैनात कुछ अफसरों की कार्यशैली सवालों के घेरे में रही है। तत्कालीन एसडीएम के बाद अब मौजूदा एसडीएम सवालों के घेरे में हैं।

एसडीएम ने म्यूटेशन से जुड़ी फाइल पर 28 जून 2023 की तारीख में बैक डेट कर हस्ताक्षर कर दिए थे। यह जमीन सवायजपुर तहसील के दीघापुर और बरौली गांव में है। एसडीएम का ऑडियो वायरल होने के बाद अब क्षेत्र में चर्चाओं का बाजार गर्म है। अपर जिलाधिकारी प्रियंका सिंह ने बताया कि वायरल हो रहा ऑडियो उनके संज्ञान में आया है। संदर्भित मामले की जांच कर मामले की विस्तृत रिपोर्ट जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह को सौंपी जाएगी।

कर्मचारी से बात करने का ऑडियो वायरल

हरदोई जिले की संडीला तहसील में तैनात डॉ. अरुणिमा श्रीवास्तव ने सवायजपुर तहसील के एसडीएम पद पर पदोन्नति के बाद तहसीलदार के पद पर रहते हुए दो जमीनों का म्यूटेशन किया था। जब यह मामला प्रकाश में आया तो जिलाधिकारी ने इस मामले की जांच अपर जिलाधिकारी प्रियंका सिंह को सौंपी थी। मामले की जांच अभी चल ही रही थी कि तभी एसडीएम डॉ. अरुणिमा श्रीवास्तव का एक ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।

वायरल ऑडियो में डॉ. अरुणिमा श्रीवास्तव एक कर्मचारी से बात करती हुई सुनाई दे रही हैं, जिसमें वह उससे अपने हस्ताक्षर वाले कागजों के बारे में जानकारी लेती हुई दिखाई दे रही हैं। साथ ही डॉ. अरुणिमा श्रीवास्तव कर्मचारी से कहती हुई सुनाई दे रही हैं कि वह उनके हस्ताक्षर वाले कागजों को रिकॉर्ड रूम से हटा दे, चाहे इसके लिए 10, 20, 50 हजार ही क्यों न चुकाना पड़े।

ऑडियो वायरल होने के बाद यह साफ हो गया है कि एसडीएम डॉ. अरुणिमा श्रीवास्तव ने म्यूटेशन से जुड़े मामले में बड़ा खेल किया है। हालांकि एसडीएम के खिलाफ क्या कार्रवाई होगी, यह जिलाधिकारी पर निर्भर करता है। एक तरफ जहां प्रदेश सरकार जीरो टॉलरेंस की बात कर रही है, वहीं दूसरी तरफ सरकार के ही अधिकारी सरकार को चूना लगाने में पीछे नहीं हैं और इससे सरकार की छवि पर असर पड़ रहा है।

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