Lok Sabha Election में बनेंगे और टूटेंगे रिकॉर्ड, हरदोई में दिलचस्प बन रहा सियासी समीकरण
Lok Sabha Election 2024 : हरदोई लोकसभा चुनाव शुरू से ही काफी महत्वपूर्ण रहा है। हरदोई के कई नामी नेता सांसदी का चुनाव जीत दिल्ली पहुंचे हैं। ऐसे ही एक नाम हरदोई में काफी प्रसिद्ध था बाबू किंदर लाल।
Loksabha Election 2024: हरदोई में लोकसभा चुनाव का नतीजा चाहे जो भी हो लेकिन यह बात तो तय है कि कुछ रिकॉर्ड बनेंगे और कुछ टूटेंगे भी। लोकसभा का चुनाव हरदोई में काफी दिलचस्प माना जा रहा है। समाजवादी पार्टी ने अपनी पूर्व सांसद उषा वर्मा को एक बार फिर प्रत्याशी बनाया है। वहीं, भारतीय जनता पार्टी ने 2019 में सांसद बने जय प्रकाश रावत पर भरोसा जताते हुए उन्हें पुनः हरदोई से उम्मीदवार घोषित किया है। दोनों ही प्रत्याशियों के बीच कांटे की टक्कर मानी जा रही है। बीजेपी मोदी के नाम पर जहां वोट बटोरने की कोशिश कर रही है। वहीं, समाजवादी पार्टी अपने कार्यकाल में किए गए विकास के नाम पर वोट मांग रही है। हरदोई लोकसभा चुनाव में इस बार रिकॉर्ड टूटने वाले हैं और कुछ रिकॉर्ड बनने वाले भी हैं। इस बार लोकसभा चुनाव में हरदोई से सांसद रहे बाबू किन्दर लाल का रिकॉर्ड टूट सकता है वही एक नया रिकॉर्ड भी बन सकता है।
जय प्रकाश और उषा वर्मा बना सकते है रिकॉर्ड
हरदोई लोकसभा चुनाव शुरू से ही काफी महत्वपूर्ण रहा है। हरदोई के कई नामी नेता सांसदी का चुनाव जीत दिल्ली पहुंचे हैं। ऐसे ही एक नाम हरदोई में काफी प्रसिद्ध था बाबू किंदर लाल। बाबू किंदर लाल 1962, 1967 और 1971,1985 में हरदोई से लोकसभा चुनाव जीते। बाबू किंदर लाल लगातार चार बार हरदोई से सांसद चुने गए। यह रिकॉर्ड इस लोक सभा में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार जयप्रकाश रावत तोड़ सकते हैं। जयप्रकाश रावत ने बाबू किंदर लाल के रिकॉर्ड के बराबरी कर ली है यदि इस लोकसभा चुनाव में जयप्रकाश रावत की जीत होती है तो बाबू किंदर लाल का रिकॉर्ड टूट जाएगा। बाबू किंदर लाल का यह रिकॉर्ड 1985 में बना था।
भाजपा के उम्मीदवार जयप्रकाश रावत 2019 में हरदोई से लोकसभा चुनाव जीतने पर इस रिकॉर्ड की बराबरी कर चुके हैं। हालांकि फर्क यह होगा की बाबू किंदर लाल का यह रिकॉर्ड हरदोई लोकसभा से बना है। जबकि जयप्रकाश रावत अगर रिकॉर्ड तोड़ेंगे तो हरदोई के साथ अन्य लोकसभा सीट पर जीत कर टूटेगा। यदि जय प्रकाश इस बार जीत दर्ज करते है तो यह उनकी पाँचवी जीत होगी। इसी के साथ हरदोई लोकसभा सीट से एक नया रिकॉर्ड भी बन सकता है यह नया रिकॉर्ड समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी का बन सकता है, यदि समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी उषा वर्मा इस बार लोकसभा का चुनाव हार जाती हैं तो हरदोई से लगातार तीन लोकसभा चुनाव हारने का रिकॉर्ड बन जाएगा।
समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी उषा वर्मा 1998 2004 और 2009 में लोकसभा का चुनाव जीत का दिल्ली पहुंची थी। उषा वर्मा को 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था। वहीं 2022 के हुए विधानसभा चुनाव में सांडी से भाजपा प्रत्याशी ने उषा वर्मा को शिकस्त दी थी। हरदोई लोकसभा सीट से उषा वर्मा जीत दर्ज करती है तो वह बाबू किंदर लाल के रिकॉर्ड की बराबरी कर लेंगी।