Hardoi: नगर पालिका की बढ़ रही आय पर वार्डो का हाल बदहाल, आखिर कहां हो रहा विकास
Hardoi: नगर पालिका परिषद का कुल क्षेत्रफल 11.5 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है।नगर पालिका के अंतर्गत कुल 2 लाख के करीब की आबादी रहती है वहीं नगर पालिका में 519 कर्मचारी कार्यरत हैं जिनमें ठेका कर्मी भी शामिल है।
Hardoi News: जिले में नगर पालिका की आय तो प्रतिवर्ष बढ़ रही है लेकिन नगर पालिका में विकास उतना ही पिछड़ता जा रहा है। शहर की अधिकांश गलियों में वर्षों से कार्य नहीं हुआ है। नगर पालिका का यह हाल तब है जब शहर में अमृत योजना के अंतर्गत पाइपलाइन डाली गई और बाद में गैस पाइपलाइन पड़ी। लगातार पाइप लाइनों के पडने से शहर की अधिकांश गलियां अपनी बदहाली पर आंसू बहा रही है वही नगर पालिका की आय बढ़ने के बाद भी वार्डो का विकास नहीं हो पा रहा है। आंकड़ों की मानें तो प्रत्येक वर्ष नगर पालिका हरदोई को लगभग 1 से 2 करोड रुपए की आए का राजस्व प्राप्त होता है।
प्रतिवर्ष हरदोई नगर पालिका 45 से 50 करोड रुपए की आय प्राप्त करती है जिसमें नगर पालिका द्वारा बताया गया कि शहर में विकास का कार्य कराया जाता है लेकिन अगर नगर पालिका का यह विकास धरातल पर देखा जाए तो कहीं भी नजर नहीं आ रहा है। शहर की गलियों से लेकर सड़के जरा सी बारिश में जलमग्न हो जाती हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि नगर पालिका के यह विकास का पैसा कहां लग रहा है।
इस वार्ड में नहीं हुआ कई वर्षों से कार्य
हरदोई नगर पालिका परिषद का कुल क्षेत्रफल 11.5 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है।नगर पालिका के अंतर्गत कुल 2 लाख के करीब की आबादी रहती है वहीं नगर पालिका में 519 कर्मचारी कार्यरत हैं जिनमें ठेका कर्मी भी शामिल है। हरदोई नगर पालिका के आंकड़ों पर नजर डालें तो वित्तीय वर्ष 2022-23 में नगर पालिका हरदोई को 46 करोड़ 99 लाख रुपए की आई हुई थी जिसमें से 45 करोड़ 50 लाख रुपए खर्च किए। इसी तरह वित्तीय वर्ष 2023-24 में 50 करोड़ 44 लाख रुपए की आय हुई जिसमें 48 करोड़ 60 लाख रुपए खर्च किए गए। चालू वित्तीय वर्ष 2024-25 में नगर पालिका हरदोई को 57 करोड़ 59 लाख रुपए की आय और 55 करोड़ 19 लाख रुपए खर्च किए जाने का अनुमान है।
नगर पालिका की ओर से क्षेत्र में संसाधन बढ़ाने के साथ अपनी आय में इजाफा करने की बात कही जा रही है लेकिन शहर के विकास में नगर पालिका हरदोई पिछड़ी हुई साबित हो रही है। करोड़ों की आय होने के बाद भी शहर की किसी भी गली में चले जाएं नगर पालिका के दिए गए आंकड़ों से विकास कहां हो रहा है यह पता चल जाएगा। नगर पालिका द्वारा विकास के दावे तो किया जा रहे हैं लेकिन यह दावे सिर्फ कागजों तक की सीमित है। शहर के रेलवे गंज के वार्ड संख्या 23 नगर विकास बैंक के पीछे की गली बीते 10 वर्षों से अपनी बदहाली के आंसू बहा रही है। पाइप लाइनों के लिए खोदी गई सड़क में बड़े-बड़े गड्ढे हैं जहां बारिश का जल भराव हो जाता है वहीं नालियां चौक है। नालियों का पानी लोगों के घरों में पहुंच रहा है।
नगर पालिका अध्यक्ष सुखसागर मिश्रा मधुर के घर से चंद कदमों की दूरी पर रेलवे गंज में जरा सी बारिश में शहर की सड़क तालाब में तब्दील हो जाती हैं। रेलवे गंज में सब्जी मंडी चौराहे से लेकर स्टेशन का जाने वाला मार्ग पानी में जलमग्न हो जाता है लेकिन फिर भी नगर पालिका हरदोई में विकास के दावे करने से पीछे नहीं हटती हैं। हाल ही में जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह ने नगर पालिका हरदोई का निरीक्षण किया था जहां से एक बड़े घोटाले की बात निकलकर सामने आई थी। इस घोटाले की अभी जांच चल रही है।
आगे देखना होगा कि यह घोटाला कितने करोड़ का निकल कर सामने आता है। शहर के नाले चोक पड़े हुए हैं और नगर पालिका करोड़ों रुपए विकास के नाम पर खर्च कर दे रहा है। शहर के लोग जल भराव से परेशान हैं और नगर पालिका करोड़ों रुपए का विकास कार्य प्रतिवर्ष कर दे रहा है। आखिर उत्तर प्रदेश की राजधानी से सटे हरदोई जनपद में यह कैसा विकास है जो कागजों में तो हो रहा है लेकिन धरातल पर नजर नहीं आ रहा है।