जो अपना मंगलसूत्र नहीं बचा पाये, वो दूसरों की कैसे लेंगे गारंटी, नामांकन के बाद बोलीं उषा वर्मा

Hardoi: समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी उषा वर्मा तमाम पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं के साथ कलेक्ट्रेट के लिए रवाना हुईं। जहां बैरिकेडिंग पर पुलिस द्वारा उषा के समर्थकों को रोक दिया।

Report :  Pulkit Sharma
Update:2024-04-24 14:23 IST

हरदोई में सपा उम्मीदवार उषा वर्मा ने किया नामांकन (न्यूजट्रैक)

Hardoi News: जिले में आज समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी उषा वर्मा ने अपने समर्थकों व पार्टी के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं के साथ कलेक्ट्रेट परिसर में बने नामांकन कक्ष में जिलाधिकारी व जिला निर्वाचन अधिकारी को नामांकन पत्र सौंपा। समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी उषा वर्मा अपने तमाम पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं के साथ अपने घर से कलेक्ट्रेट के लिए रवाना हुईं। जहां बैरिकेडिंग पर पुलिस द्वारा उषा के समर्थकों को रोक दिया।

उषा वर्मा अपने साथ चार लोगों को लेकर नामांकन करने के लिए रवाना हुई। नामांकन करने के बाद उषा वर्मा ने भारतीय जनता पार्टी पर जमकर हमला बोला। उषा वर्मा ने हरदोई को लेकर अपनी प्राथमिकताएं भी बताई। उषा वर्मा हरदोई लोकसभा से पांचवीं बार लोकसभा का चुनाव लड़ रही है। 2019 लोकसभा चुनाव में उषा वर्मा को भाजपा के उम्मीदवार जयप्रकाश रावत से हार का सामना करना पड़ा था।इस बार भी उषा वर्मा के सामने भाजपा प्रत्याशी जयप्रकाश रावत है।

संविधान बचाने की लड़ाई लड़ रही सपा

नामांकन करने के बाद उषा वर्मा ने भारतीय जनता पार्टी पर जमकर निशाना साधा। उषा वर्मा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंगलसूत्र को लेकर दिए गए बयान पर कहा कि जो अपना मंगलसूत्र नहीं बचा पाये। वह दूसरों के मंगलसूत्र को बचाने की गारंटी कैसे ले सकते हैं। जिस मंगलसूत्र के लिए इन्होंने कसमें खाई होगी। सात फेरे लिए होंगे। उसको नहीं बचा पाए तो देश की महिलाओं के मंगलसूत्र को बचाने की कैसे गारंटी लेंगे।

समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी उषा वर्मा ने कहा कि जिन मुद्दों को लेकर यह सरकार बनी है। झूठे वादे करके लोगों के बीच में बेरोजगारी के मुद्दे पर कि हम रोजगार दे देंगे महिलाओं को सुरक्षा देंगे किसानों के आमदनी बढ़ाएंगे सरकार ने बीते 10 वर्षों में इनमें से किसी भी मुद्दे पर कार्य नहीं किया है। इन मुद्दों को लेकर हम जनता के बीच हैं। खास तौर पर देश का संविधान बचाने के लिए हम जनता के बीच हैं। भारतीय जनता पार्टी कह रही है कि अगर दो तिहाई सीट मिल गई तो हम भारत का संविधान बदल देंगे तो समाजवादी पार्टी संविधान को बचाने की लड़ाई लड़ रही है।

उषा वर्मा ने कहा कि इस समय कोई भी वर्ग ऐसा नहीं है जो परेशान ना हो। हमारी महिलाएं हो हमारे बेरोजगार नौजवान हो हमारे किसान हैं सबसे बड़ी बात कहूं तो बच्चों की शिक्षा भी इस तरह से नहीं हो रही है कि वह बच्चे अपने पैरों पर खड़े हो पाएंगे और उन्हें रोजगार मिल पाएगा। सभी मुद्दों पर कार्य करने की आवश्यकता है।

कौन हैं सपा प्रत्याशी उषा वर्मा

समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी उषा वर्मा का राजनीतिक पृष्ठभूमि रही है। उषा वर्मा के ससुर परमाई लाल हरदोई के जाने-माने राजनेता थे। उषा वर्मा साल 1998, 2004 और 2009 में हरदोई से लोकसभा का चुनाव जीत कर संसद पहुँचीं। उषा वर्मा के नामांकन के समय कोई भी हरदोई का बड़ा नेता मौजूद नहीं दिखा। नामांकन के समय मल्लावां बिलग्राम से विधानसभा का चुनाव लड़े सुभाष पाल जिला अध्यक्ष शराफत अली जिला अध्यक्ष पदम राज पम्मू समेत सपा के कार्यकर्ताओं पदाधिकारी मौजूद रहे।

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