Hardoi: कछुआ तालाब का अस्तित्व संकट में, अनदेखी के चलते पर्यटक भी बना रहे दूरी
Hardoi: हरदोई के तत्कालीन जिलाधिकारी रहे पुलकित खरे के तबादले के बाद कई महत्वपूर्ण कार्य अधर में लटक गए या यह कहे कि यह कार्य जिम्मेदारों की अनदेखी के चलते समाप्त हो गए।
Hardoi News: पर्यटन को लेकर अपनी अलग पहचान बना चुका कछुआ तालाब का अस्तित्व अब खतरे में है। जिम्मेदारों की अनदेखी के चलते कछुआ तालाब पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। हरदोई का कछुआ तालाब लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र था। यहां पर जनपद के साथ- साथ आसपास के जनपदों से भी लोग अपने परिवार के साथ पहुंचते थे।तत्कालीन जिलाधिकारी पुलकित खरे द्वारा कछुआ तालाब के जीर्णोद्धार का बीड़ा उठाया था और इस तालाब का कायाकल्प भी कराया था। तत्कालीन जिलाधिकारी द्वारा हरदोई का कछुआ तालाब को पर्यटन के मानचित्र पर भी लाने का कार्य किया गया था।
तालाब को जलकुंभी ने जकड़ा
हरदोई के तत्कालीन जिलाधिकारी रहे पुलकित खरे के तबादले के बाद कई महत्वपूर्ण कार्य अधर में लटक गए या यह कहे कि यह कार्य जिम्मेदारों की अनदेखी के चलते समाप्त हो गए। तत्कालीन जिलाधिकारी पुलकित खरे ने शहर में जनपद को सुंदर बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण कार्य किए थे जिसमें से एक बेलाताली तालाब और पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस के सामने वाले तालाब का सौंदर्यकरण कराया था। इसके साथ ही हरदोई के शहीद उद्यान के तालाब का भी कायाकल्प तत्कालीन जिलाधिकारी द्वारा कराया गया था।
इसी क्रम में तत्कालीन जिलाधिकारी पुलकित खरे ने बिलग्राम क्षेत्र के ककरा खेड़ा गांव में स्थित कछुआ तालाब का भी कायाकल्प कराया लेकिन उनके तबादले के बाद जिम्मेदारों ने इस तालाब की ओर रुख़ नहीं किया जिसके चलते यह तालाब अब अपनी बदहाली पर आंसू बह रहा है। इस तालाब में जलकुंभी ने जकड़ लिया है जिसके चलते कछुआ की प्रजाति विलुप्त हो रही है। इस तालाब में छोटे से लेकर काफी बड़े कछुए देखने को मिल जाते थे लेकिन अब जलकुंभी के तालाब को जकड़ लेने के बाद लोगों को कछुए नहीं दिख रहे हैं साथ ही जलकुंभी के चलते कछुआ के अस्तित्व पर भी संकट मंडराने लगा है।
आलम यह है कि इस तालाब का तत्कालीन जिलाधिकारी पुलकित खरे द्वारा कराये गये कार्य का शिलापट्ट भी गायब हो गया है। अब देखने वाली बात यह होगी कि हरदोई के वर्तमान जिला अधिकारी मंगला प्रसाद सिंह हरदोई के महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल में से एक कछुए के तालाब के सौंदरीकरण का बीड़ा उठाते हैं या ऐसे ही हरदोई में पर्यटन स्थल दम तोड़ते रहेंगे।एक और जहां प्रदेश सरकार पर्यटन स्थल को बढ़ावा दे रही है वहीं उससे उलट हरदोई में पर्यटन स्थल जिम्मेदारों की अनदेखी व लापरवाही के चलते लोगों की पहुँच से दूर होते जा रहे हैं।