बिना फिटनेस के सड़कों पर दौड़ रहे वाहन, कार्यवाही के नाम पर होती है ख़ानापूर्ति
Hardoi News: हरदोई में कई ऐसे बड़े वाहन है जिनका फिटनेस समाप्त हुए कई वर्ष बीत गए लेकिन फिटनेस अब तक दोबारा नहीं हुआ है। ऐसे में यह वाहन दूसरों के लिए काल साबित हो रहे हैं।
Hardoi News: जिले में बिना फिटनेस व रजिस्ट्रेशन समाप्त होने के बाद भी कई वाहन सड़कों पर फ़र्राटा भर रहे हैं। बिना फिटनेस के फ़र्राटा भर रहे वाहन लगातार हादसे का कारण भी बन रहे हैं। हरदोई में कई बार बिना फिटनेस बिना पंजीकरण के वाहनों को लेकर अभियान चलाया गया लेकिन कुछ दिन के अभियान के बाद एक बार फिर मामला ठंडे बस्ते में चला गया। हरदोई में बड़े वाहनों से लेकर छोटे वाहनो तक पंजीकरण समाप्त होने के बाद चल रहे हैं।
हरदोई में कई ऐसे बड़े वाहन है जिनका फिटनेस समाप्त हुए कई वर्ष बीत गए लेकिन फिटनेस अब तक दोबारा नहीं हुआ है। ऐसे में यह वाहन दूसरों के लिए काल साबित हो रहे हैं। हरदोई जनपद में लगभग 87000 वाहन ऐसे हैं जो बिना फिटनेस और पंजीकरण समाप्त होने के बाद भी फ़र्राटा भर रहे हैं। हादसे के बाद विभाग के जिम्मेदार जागते हैं और कार्रवाई के नाम पर सिर्फ औपचारिकता पूरी कर दी जाती है।
दो पहिया से लेकर चौपहिया तक शामिल है
हरदोई जनपद में 6 लाख 20 हज़ार 381 वाहन पंजीकृत हैं। इन सभी वाहनों के पंजीकरण का एक समय निर्धारित है साथी ही वाहन का पंजीकरण होते समय इन वाहनों की एक आयु सीमा भी निर्धारित कर दी जाती है। उप संभागीय परिवहन विभाग हरदोई में 87229 ऐसे वाहन हैं जो 15 वर्ष की आयु पूरी कर चुके हैं इनमें से 66 हज़ार वाहन का पंजीकरण भी समाप्त हो चुका है। इन वाहनों में 50 हज़ार 650 दो पहिया वाहन, 6340 चौपाइयां वाहन, 10,028 ट्रैक्टर शामिल है।
इन वाहनों के स्वामियों ने न ही विभाग में पुनः पंजीकरण कराया और ना ही इनको स्क्रैप कराया है। सड़कों पर आज भी यह वाहन धड़ले से फ़र्राटा भरते नजर आ जाएंगे। हरदोई जनपद में 14 हज़ार वाहनों ने फिटनेस भी नहीं कराई है इनमें से 8380 ई रिक्शा, 4958 पिकअप, 452 बस शामिल है। यह सभी वाहन बिना फिटनेस के ही सड़कों पर दौड़ रहे हैं।इस संबंध में एआरटीओ परिवर्तन ने बताया कि वाहनों के नियमित जांच की जा रही है जो भी ऐसे वाहन मिलते हैं उनको सीज करने के कार्रवाई की जाती है।