Hardoi News: दबंगों के हमले में युवक की मौत मामले में पुलिस ने नहीं की कार्यवाही, फूटा ग्रामीणों का गुस्सा, ज़ोरदार प्रदर्शन
Hardoi News: मुंडन संस्कार से वापस आ रहे दो सगे भाइयों को गांव के कुछ लोगों द्वारा घर कर उसकी जमकर पिटाई की गई। दबंग की पिटाई से एक भाई की मौत हो गई। जबकि दूसरे की हालत गंभीर थी।
Hardoi News: हरदोई में युवक की मौत के बाद घंटों तक बवाल होता रहा और पुलिस मामले में लीपापोती करने में जुटे रही। मुंडन संस्कार से वापस आ रहे दो सगे भाइयों को गांव के कुछ लोगों द्वारा घर कर उसकी जमकर पिटाई की गई। दबंग की पिटाई से एक भाई की मौत हो गई। जबकि दूसरे की हालत गंभीर थी। पीड़ित के परिजनों की तहरीर के बाद भी पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई न करने का आरोप परिजनों द्वारा लगाया गया है। पुलिस की कार्यशैली से नाराज होकर परिजनों और गांव के लोगों ने जोरदार प्रदर्शन किया। ग्रामीणों के प्रदर्शन की जानकारी लगने के बाद भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा।सूचना मिलते ही क्षेत्राधिकार सत्येंद्र सिंह भी मौके पर पहुंचे और परिजनों को समझाने का प्रयास किया। क्षेत्राधिकार द्वारा परिजनों को काफी समझाने के बाद परिजनों ने एफआईआर दर्ज कर आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की जिसके बाद मामला शांत हो सका।
ट्रेनिंग दरोगा पर गंभीर आरोप
मामला हरदोई जनपद के अतरौली थाना क्षेत्र का है जहां कुरोंध निवासी दो सगे भाई संजीव पांडेय व राजीव पांडे को कौड़िया गांव के नौ लोगों ने पुरानी रंजिश को लेकर उन पर लाठी डंडों से हमला बोल दिया। दबंगों द्वारा दोनों भाइयों की बेरहमी से पिटाई की। परिजनों द्वारा दोनों भाइयों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां संजीव की हालत गंभीर देखते हुए उसे लखनऊ रेफर कर दिया।संजीव को लखनऊ में भर्ती कराया गया जहां उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई जबकि दूसरे भाई राजीव की हालत स्थिर बनी हुई है।
परिजनों द्वारा तहरीर देने के बाद भी पुलिस द्वारा एफ़आईआर दर्ज करने में कोताही बरती गई जिससे नाराज होकर ग्रामीणों ने अतरौली चौराहे पर शव रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। सूचना मिली की।जानकारी के मुताबिक कुरौंध गांव के संगीत पांडे व राजीव पांडे बीसवां सीतापुर में भतीजे के मुंडन संस्कार में शामिल होकर वापस आ रहे थे कि तभी रास्ते में कौड़िया गांव निवासी प्रहलाद चौहान मायाराम मुलायम शिव रामविलास रावल राजकुमार रामकिशन ने घेर कर लाठी डंडों से हमला कर दिया। परिजनों का आरोप है कि संजीव की हत्या के बाद भी पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज नहीं की।
कई घंटे तक पुलिस एफआईआर दर्ज करने से कोताही बरतती रही। पुलिस की कार्यशैली से नाराज ग्रामीणों का प्रदर्शन लगभग 3 घंटे तक चलता रहा जिसके बाद क्षेत्राधिकार मौके पर पहुंचे और परिजनों को समझा बूझकर मामले को शांत कराया और मामले में एफआईआर दर्ज करने की बात कही।
संजीव की सगाई भी होनी तय थी
ग्रामीणों द्वारा ट्रेनिंग दरोगा पर भी गंभीर आरोप लगाए गए हैं। ट्रेनिंग दरोगा अतरौली थाने पर तैनात है। परिजनों ने कहा कि यदि दरोगा चाहते तो पहले ही मामले में रिपोर्ट दर्ज हो जाती है। मृतक संजीव की मौत शुक्रवार को हुई थी शुक्रवार को ही संजीव की सगाई भी होनी थी। घर पर खुशियों का माहौल था कि तभी अचानक संजीव की मौत की सूचना ने खुशियों को मातम में बदल दिया।