कुम्भ मेला: 25 को नहीं होगा धर्म ध्वजा का नगर प्रवेश, नई तारीख का जल्द एलान
जूना अखाड़ा,आव्हान अखाड़ा तथा अग्नि अखाड़ा की ओर से कुम्भ मेला 2021 के लिए 25 जनवरी को होने वाली धर्म-ध्वजा के नगर प्रवेश फिलहाल स्थगित हो गयी है। धर्म-ध्वजा के नगर प्रवेश की नई तिथि की घोषणा जल्दी ही कर दी जायेगी।
हरिद्वार : जूना अखाड़ा,आव्हान अखाड़ा तथा अग्नि अखाड़ा की ओर से कुम्भ मेला 2021 के लिए 25 जनवरी को होने वाली धर्म-ध्वजा के नगर प्रवेश फिलहाल स्थगित हो गयी है। धर्म-ध्वजा के नगर प्रवेश की नई तिथि की घोषणा जल्दी ही कर दी जायेगी। यह जानकारी श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े के अन्तर्राष्ट्रीय संरक्षक श्रीमहंत हरिगिरि ने देते हुए बताया कि कुम्भ मेले की तैयारियों को अन्तिम रूप देने का कार्य जोरो से जारी है। अखाड़े में जारी तैयारियाॅ में विलम्ब के कारण फिलहाल 25 जनवरी को होने वाली धर्म ध्वजा के नगर प्रवेश कार्यक्रम स्थगित हो गये है। जल्दी ही नई तिथियों की घोषणा अखाड़े के संतो के साथ विचार-विमर्श के बाद घोषित कर दी जायेगी।
कुम्भ मेले की तैयारी तेज़
उन्होने कहा कि कुम्भ मेला 2021 को लेकर अखाड़े की ओर से तैयारियां तेजी से की जा रही है। विश्वव्यापी महामारी के कारण इस बार कुम्भ मेले की तैयारियाॅ प्रभावित हुई है। श्रीमहंत हरिगिरि महाराज ने कहा कि जूना अखाड़ा,आव्हान अखाड़ा तथा अग्नि अखाड़ा तीनों एक साथ शाही स्नान करते है। तथा इन तीनों की धर्मध्वजा व छावनी जूना अखाड़े के परिसर में ही स्थापित होती है। जल्दी ही धर्म-ध्वजा के नगर प्रवेश की नई तिथि घोषित की जायेगी।
किन्नर अखाड़ा जूना अखाड़ा के साथ करेगा प्रवेश
किन्नर अखाड़ा की आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी महाराज की अध्यक्षता में दिल्ली में अखाड़ा के पदाधिकारियों की बैठक हुई। इसमें सर्व सम्मति से निर्णय लिया गया कि हरिद्वार कुंभ के दौरान नगर प्रवेश (पेशवाई) किन्नर अखाड़ा जूना अखाड़ा के साथ करेगा और शाही स्नान भी करेगा । इतना ही नही वह जूना अखाड़ा के सभी कार्यक्रमो में शामिल होगा और किन्नर अखाड़ा के सभी कार्यक्रमों में जूना अखाड़ा के लोग शामिल होगे। इस दौरान किन्नर अखाड़ा के सभी महामण्डलेश्वर, मण्डलेश्वर, पीठाधीश्वर और महंत सहित सभी पदाधिकारी और बडी संख्या में शिष्य शामिल होगे।
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महात्माओं को हरिद्वार में अपने साथ जोड़ा
आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी महाराज ने कहा कि यह बहुत बडा सौभाग्य है कि जूना अखाड़ा दण्डी संत - महात्माओं को भी हरिद्वार में अपने साथ जोड़ लिया है और वह लोग भी नगर प्रवेश और शाही स्नान करेगे। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि सनातन धर्म की मजबूती के लिये जूना अखाड़ा के संरक्षक और अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री महंत हरिगिरि महाराज जी जो कार्य कर रहे है वह आने वाली सदियों और इतिहास में उनका नाम स्वर्ण अक्षरों में लिखा जायेगा।
आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी महाराज ने कहा कि किन्नर अखाड़ा सनातन धर्म को मजबूत करने और उसके प्रचार-प्रसार में लगा हुआ है। जो गरीब और निर्बल वर्ग के लोग है उनकी सभी प्रकार से मदद की जा रही है। उन्होंने कहा कि माघ मेला तीर्थराज प्रयाग में उनका आगमन पांच फरवरी को होगा और वह माघी पूर्णिमा तक शिविर में रहेगी। उन्होंने मेला प्रशासन के अफसरों को शिविर के लिये जमीन और सुविधा मुहैया कराने के लिये धन्यवाद दिया है।
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