कोरोना से मौत: अब स्वास्थ्य विभाग तलाशेगा वजह, कैसे जा रही लोगों की जान

स्वास्थ्य मुख्यालय के उच्चाधिकारियों के मुताबिक इस विश्लेषण के लिए पूरा खांका तैयार कर लिया गया है। इसके लिए बकायदा एक टीम गठित की जाएगी। मृत कोविड-19 पॉजिटिव पेशेंट्स पर विश्लेषण करने के लिए जल्द ही पत्र जारी किया जाएगा।

Update:2020-08-03 10:56 IST

झाँसी। डिस्ट्रिक्ट में कोरोना के केस बढ़ने के साथ इस बीमारी की वजह से जान गंवाने वालों की संख्या भी बढ़ रही है। शनिवार को भी इसमें इजाफा हुआ एक और मौतों के साथ कोरोना से मरने वालों की संख्या 67 पहुंच गई है। इस बढ़ते आंकड़ों को लेकर स्वास्थ्य विभाग की टेंशन भी बढ़ गई है। हालांकि जितने कोरोना पॉजिटिव की मौत हुई उनमें से ज्यादातर किसी पुरानी बीमारी से ग्रसित था। इसे स्पष्ट करने के लिए स्वास्थ्य विभाग जान गंवाने वाले कोरोना संक्रमितों की मृत्यु का विश्लेषण करने का प्लान बनाया है। जिसके तहत मरने वाले की पूरी केस हिस्ट्री खंगाली जाएगी। साथ ही यह भी पता लगाया जाएगा कि पहले से पुरानी बीमारी से जूझ रहे कोरोना संक्रमित मरीजों में किस प्रकार के लोगों के लिए कोरोना ज्यादा जानलेवा साबित हो हुआ है।

भूमि पूजन के अतिथि: सूची से नाम हटाना चाहती हैं ये BJP नेता, बोली-इससे हूं चिंतित

19 बिंदुओं पर करेंगे कार्य

स्वास्थ्य मुख्यालय के उच्चाधिकारियों के मुताबिक इस विश्लेषण के लिए पूरा खांका तैयार कर लिया गया है। इसके लिए बकायदा एक टीम गठित की जाएगी। मृत कोविड-19 पॉजिटिव पेशेंट्स पर विश्लेषण करने के लिए जल्द ही पत्र जारी किया जाएगा। गठित की जाने वाली टीम में शामिल जिले के सभी सभी चिकित्सा अधीक्षकों और प्रभारी चिकित्साधिकारियों को उच्चाधिकारियों के निर्देशानुसार कार्य करना होगा। अधिकारियों के अनुसार बनाए गए प्लान में 19 अलग-अलग बिंदुओं जिक्र किया गया है, जिसके आधार पर कोविड-19 पेशेंट के मृत्यु का विश्लेषण किया जाएगा।

जरूरी सूचनाएं करेंगे दर्ज

कोरोना पॉजिटिव पेशेंट की मौत के बाद जो जरूरी सूचना जमा की जाएगी उसमें सूचनादाता का विवरण, मरीज का विवरण, मृत्यु विवरण, प्रथम लक्षण विवरण, लक्षण और मृत्यु के समय के अंतर, स्वास्थ्य विभाग को लक्षण के बारे में दी गयी जानकारी का विवरण, सरकारी अस्पताल से पहले हुए इलाज का संपूर्ण विवरण, सूचना प्राप्ति के बाद स्वास्थ्य विभाग की कार्यवाही के विवरण, डायग्नोसिस।

फेफड़े चट कर रहा है कोरोना, देर न करें तत्काल अस्पताल जाएं

मौत का ट्रेंड बनाने में मददगार

जानकारों की माने तो यह रिसर्च कोरोना के कारण होने वाली मौतों का ट्रेंड बताने में भी मददगार साबित होगा। डिस्ट्रिक्ट हेल्थ डिपार्टमेंट पहले ही इस बात का जिक्र कर चुका है कि जिले में कोरोना से जो भी मौतें हो रही हैं, उन लोगों में पहले की किसी गंभीर बीमारी की केस हिस्ट्री सामने आई है। जिसके कारण ही उनकी मौत हुई है।

मर्ज पुराना वजह बना कोरोना

स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक अभी तक झाँसी में कोरोना संक्रमित 67 लोगों की मौत हो चुकी है। खास बात ये है कि ज्यादातर मौत कोरोना से नहीं बल्कि पुरानी बीमारी से पीडि़त होने की वजह से भी हुई है। जिनका पहले से इलाज चल रहा था। वे लंबे समय से डॉक्टर की देखरेख में दवा ले रहे थे। सबसे ज्यादा लीवर, किडनी, सांस, दमा, शुगर, ब्लड प्रेशर, हाइपरटेंशन, ब्रेन ट्यूमर, मधुमेह, क्रानिक रेनल डिजीज में से किसी न किसी एक या एक से अधिक बीमारी से पीडि़त थे। हालांकि इसमें एसिंप्टोमेटिक व सिंप्टोमेटिक दोनों ही थे। मगर इसका मतलब ये नहीं कि इनकी मौत कोरोना की वजह से हुई है। चिकित्सकों के मुताबिक ऐसे लोगों के लिए कोरोना सिर्फ एक बहाना बना है।

रिपोर्टर- बी के कुशवाहा, झाँसी

Google का धांसू स्मार्टफोन: फीचर्स जान उड़ जाएंगे होश, कीमत है इतनी

Tags:    

Similar News