कैसे बनेंगे अध्यक्ष, एक चौथाई भी जिला पंचायत प्रत्याशी नहीं जीते

बीजेपी के कई कद्दावर उम्मीदवारों को जिला पंचायत सदस्य के चुनाव में हार देखने को मिली है।

Written By :  Ashvini Mishra
Published By :  Raghvendra Prasad Mishra
Update:2021-05-04 22:26 IST

फोटो— (साभार— सोशल मीडिया)  

चन्दौली। डबल इंजन की भाजपा सरकार में भी जिले में जिला पंचायत अध्यक्ष की सीट पर कब्जा करने का भारतीय जनता पार्टी का सपना लगता है अबकी बार भी पूरा नहीं होने वाला है। भारतीय जनता पार्टी के कई कद्दावर उम्मीदवारों को जिला पंचायत सदस्य के चुनाव में हार देखने को मिली है। सत्ताधारी पार्टी की ओर से उतारे गए 35 उम्मीदवारों में से महज आठ उम्मीदवार ही किसी तरह से चुनाव जीतने में सफल रहे। बाकी सारे उम्मीदवारों को हार का मुंह देखना पड़ा है, जिसमें पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष सर्वेश कुशवाहा, पूर्व जिला पंचायत सदस्य शिवशंकर पटेल की पत्नी तथा जिला महांमत्री सुजीत कुमार जायसवाल सहित तमाम दिग्गज भी शामिल हैं।

भारतीय जनता पार्टी कि मौजूदा समय में केंद्र और राज्य दोनों में सरकार है ऐसे में जब चंदौली जिले के जिला पंचायत अध्यक्ष की सीट पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित हुई सबसे कई दिग्गज नेता मैदान में उतरकर अबकी बार भाजपा का जिला पंचायत अध्यक्ष बनवाने का ख्वाब देखने लगे। कुछ दिग्गज नेता तो खुद मैदान में उतर गए ताकि मौका मिलते ही वह जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर काबिज हो सकें। पर चुनावी मैदान में उनको मुंह की खानी पड़ी है।

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इन पार्टी नेताओं में सबसे अधिक चर्चित नाम पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष और वर्तमान सांसद के प्रतिनिधि के रूप में पूरे जिले में विचरण करने वाले सर्वेश कुशवाहा का भी नाम शामिल है जिन्हें अपने इलाके में समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार से हार का मुंह देखना पड़ा है।

वहीं मुगलसराय विधानसभा से विधायकी का ख्वाब देखने वाले शिवशंकर पटेल की पत्नी भी चुनाव में हार गयीं, जबकि उसी सीट से पिछली बार शिवशंकर पटेल विजयी हुए थे। जिला महामंत्री सुजीत जायसवाल भी दावेदारों की लाइन में लगे थे लेकिन उनकी पत्नी भी धानापुर ब्लाक से हार गई।

एक तरह से देखा जाय तो चंदौली जिले में भारतीय जनता पार्टी का 4 ब्लॉकों में तो खाता ही नहीं खुला है, जबकि मुगलसराय विधानसभा में पूरी तरह से लुटिया डूब गई है। जिले के नियामताबाद, धानापुर, शहाबगंज और नौगढ़ ब्लाक में भारतीय जनता पार्टी का खाता भी नहीं खुला और सभी सेक्टरों में उतरने वाले प्रत्याशियों को हार का मुंह देखना पड़ा है।

इसके अलावा बरहनी ब्लॉक में सबसे अधिक तीन भारतीय जनता पार्टी के जिला पंचायत सदस्य जीतने में सफल रहे।वहीं चहनिया सेक्टर में दो, सदर, सकलडीहा व चकिया ब्लाक में एक-एक उम्मीदवार को जीत मिली है, जिससे पार्टी की लाज कुछ हद तक बचाई जा सकी है। भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवारों की सबसे खराब स्थिति मुगलसराय विधानसभा में देखने को मिली जहां पर केवल एक उम्मीदवार को जीत मिली है।


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