UP : सरकारी दस्तावेजों में आईएएस की जन्मतिथि बदली, जानिए क्या है पूरा मामला?

उत्तर प्रदेश आईएएस अफ़सरों की जन्म तिथि बदलने के मामले में काफ़ी सुर्ख़ियाँ बटोरता रहा है, ऐसा ही एक मामला फिर देखने में आया है।

Written By :  Jugul Kishor
Update: 2022-09-20 08:14 GMT

आईएएस अफ़सर एसएमए रिजवी 

Lucknow News : उत्तर प्रदेश आईएएस अफ़सरों की जन्म तिथि बदलने के मामले में काफ़ी सुर्ख़ियाँ बटोरता रहा है। उनमें कालिका प्रसाद, ललित वर्मा के नाम आते हैं। डॉ ललित वर्मा को तो इस मामले में सीबीआई तक झेलनी पड़ी थी। लेकिन अब तक आये मामलों में आईएसएस अफ़सर नौकरी में आने के बाद अपनी जन्म तिथि कम करवाने में कामयाब होते रहे हैं, पर यह मामला इन सब के ठीक उलट है।

इसमें राज्य में तैनात एक आईएएस अफ़सर की जन्म तिथि केंद्र सरकार ने इतनी बदल दी कि वह अपने सही उम्र से चार साल अधिक के हो गये। दिलचस्प है कि अब तक हर मामले में आईएएस अफ़सर संलग्न रहा करते थे पर इस मामले में यूपी कॉडर के इस आईएएस अफ़सर का कोई लेना देना नहीं है। पर इस बदलाव के बाद दिल्ली से लेकर लखनऊ तक की नौकरशाही में हड़कंप मचा हुआ है।

यह आईएएस अफ़सर हैं एसएमए रिजवी 

रिज़वी हाल फ़िलहाल उत्तर प्रदेश सरकार में सचिव वित्त के पद पर तैनात हैं। वह मूलतः पीसीएस संवर्ग के अफ़सर हैं। जब वह इस संवर्ग में चयनित हुए थे, तब उनके जन्म का वर्ष 1965 था। यही सभी दस्तावेज़ों में दर्ज भी रहा है। लेकिन पता नहीं कैसे केंद्रीय कार्मिक एवं प्रशिक्षण महकमे के दस्तावेज़ों में 1961 दर्ज है। दिलचस्प केंद्र सरकार के दस्तावेज़ों के हिसाब से उन्हें सरकारी सेवा से बीते वर्ष ही सेवा निवृत्त हो जाना चाहिये था।

रिजवी 2014 में पीसीएस से आईएएस में प्रमोट हुए हैं। उनके लिए 2006 का बैच अलॉट हुआ है। रिजवी की वास्तविक जन्मतिथि 31 अगस्त, 1965 है जिसकी पुष्टि माध्यमिक शिक्षा परिषद के द्वारा करवाई जा चुकी है। केंद्रीय कर्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग का कहना है कि मेरे पास में आईएएस अफसर का जो रिकार्ड प्रदेश के नियुक्ति विभाग के द्वारा भेजा गया उसमें 1961 दर्ज हो गई है।

ग़ौरतलब है कि प्रमोशन से पहले पीसीएस अधिकारियों का जो विवरण केंद्रीय कर्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) को भेजा गया, उस सूची में रिजवी के ठीक आगे शौकत अली का नाम दर्ज था। उनके जन्म का वर्ष भी 1961 है। शौकत अली की जन्मतिथि का ही वर्ष रिजवी की जन्मतिथि में जोड़ दिया गया है। जब इसकी जानकारी एसएमए रिजवी को लगी तो अचम्भित हो गए कि मेरी जन्मतिथि 4 वर्ष कैसे ज्यादा हो गई। रिजवी ने साक्ष्यों के साथ में जन्मतिथि में सुधार के लिए यूपी के नियुक्ति एवं कर्मिक विभाग को आवेदन किया है।

जन्मतिथि मामले के पूरे प्रकरण पर डॉ. देवेश चतुर्वेदी, अपर मुख्य सचिव, नियुक्ति एवं कर्मिक विभाग ने कहा है कि मेरे सामने यह मामला आया है कि एसएमए रिजवी की जन्मतिथि गलत दर्ज हुई है। बहुत ही जल्द इस मामले मे अधिसूचना जारी करने का आदेश जारी किया जाएगा। इसके बाद में केंद्रीय कर्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) को भी सही करने के लिए सूचना भेज दी जाएगी।

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