ये है भगोड़ा इंडियन आर्मी का जवान, कर चुका है ऐसा कारनामा

यूपी एसटीएफ की कानपुर यूनिट को बड़ी सफलता हाथ लगी है। अंतरराज्यीय स्तर पर सेना में भर्ती कराने के नाम पर 150 लोगों के साथ करोड़ो रुपए की ठगी कर चुका है। इंडियन आर्मी से भगोड़ा घोषित किए जाने के बाद फर्जी जूनियर कमीशन अधिकारी (जे.सी.ओ) बनकर सेना में नौकरी लगवाने का झांसा देता था और तीन से पांच लाख रुपए की वसूली करता था।

Update: 2019-07-14 10:28 GMT

कानपुर: यूपी एसटीएफ की कानपुर यूनिट को बड़ी सफलता हाथ लगी है। अंतरराज्यीय स्तर पर सेना में भर्ती कराने के नाम पर 150 लोगों के साथ करोड़ो रुपए की ठगी कर चुका है। इंडियन आर्मी से भगोड़ा घोषित किए जाने के बाद फर्जी जूनियर कमीशन अधिकारी (जे.सी.ओ) बनकर सेना में नौकरी लगवाने का झांसा देता था और तीन से पांच लाख रुपए की वसूली करता था। एसटीएफ ने जाल बिछाकर इस भगौड़े फौजी को सर्किट हॉउस तिराहे से गिराफ्तार किया है।

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घटना उन्नाव के पास की हैं

आलोक कुमार अवस्थी जनपद उन्नाव के बीघापुर थाना क्षेत्र के रैथाना गांव में रहना वाला है। आलोक कुमार अवस्थी के पास से इंडियन अर्मी का परिचय पत्र मिला है जिस पर अर्मी संख्या नंबर भी लिखा है। ये परिचय पत्र 8 जून 2010 को मद्रास इंजीनियर ग्रुप एंड सेंटर द्वारा एसपीआर पोस्ट के लिए जारी किया गया था । इसके साथ ही इसके पास से लिकर कार्ड, ब्लेंक चेक, पैनकार्ड, 2550 रुपए, वैगनआर कार बरामद हुई है। मिलेट्री इंटिलिजेंस और कैंट थानाध्क्षय के सहयोग से इस ऑपरेशन को अंजाम दिया गया।

आलोक कुमार अवस्थी फर्जी जूनियर कमीशन अधिकारी बनकर अपने दोस्तों व रिश्तेदारों लोगों को संपर्क में लाता था। अपना परिचय पत्र और लिकर कार्ड दिखा कर झांसे में लेता था कि सेना में नौकरी लगवा दूगां। अपने लिकर कार्ड से कैंटीन से सामान की खरीददारी भी कराता था। इंटरनेट और वाट्सएप के माध्यम से फोटो भेजता था कि सेना में कर्नल और बडे़ अधिकारियों से कैसे संबध है। परिवार के सदस्यों को सेना में भर्ती कराने का झांसा देता था।

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आलोक कुमार अवस्थी नौकरी लगवाने के नाम पर तीन से पांच लाख रुपए की डिमांड करता था। कुछ लोगो से एकांउट में पैसा लेता था तो कुछ लोगो से कैश पेमेंट लेता था। इसके द्वारा उत्तराखंड, मध्यप्रदेश, बिहार में बड़ी संख्या में लोगो से ठगी की गई। इसके द्वारा 150 से अधिक लोगों के साथ ठगी करने की बात कुबूल की गई।

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