Indian Railway: मिशन रफ्तार के तहत 16 ट्रेनों की बढ़ेगी रफ्तार, इतने मिनटों में पूरा होगा लखनऊ-कानपुर का सफर
Indian Railway: रेलवे की मिशन रफ्तार योजना के तहत पहले चरण में मेल-एक्सप्रेस ट्रेनों की गति 80 से 90 किमी प्रति घंटा से बढ़ाकर के 110 किमी प्रति घंटा की जाएंगी। जिसके बाद में स्वर्ण शताब्दी सहित 16 ट्रेन मात्र 40 मिनट में कानपुर से लखनऊ तक का सफर पूरा करेगी।
Indian Railway: रेलवे की मिशन रफ्तार योजना के तहत पहले चरण में मेल-एक्सप्रेस ट्रेनों की गति 80 से 90 किमी प्रति घंटा से बढ़ाकर के 110 किमी प्रति घंटा की जाएंगी। जिसके बाद में कुछ ट्रेन की रफ्तार कोच बदलकर के 130 किमी तक की जाएगी। जिसके बाद में स्वर्ण शताब्दी सहित 16 ट्रेन मात्र 40 मिनट में कानपुर से लखनऊ तक का सफर पूरा करेगी। जिसके लिए जुलाई तक का इंतजार करना पड़ेगा।
सेंट्रल से चारबाग तक 60 केजी ट्रैक
कानपुर सेंट्रल से लखनऊ के चारबाग तक का पूरा ट्रैक 60 केजी ट्रैक में तब्दील करने का काम अंतिम चरण में पहुंच चुका है। अभी तक इस रूट कर कई जगह पर 52 केजी का ही ट्रैक था। इस 60 केजी का मतलब एक फुट लंबे रेलवे ट्रैक का भार 60 किलो होता है। जबकि 52 केजी में एक फुट लंबे रेलवे ट्रैक का भार 52 किलो होता है।
इन ट्रेनों की बढ़ेगी रफ्तार
स्वर्ण शताब्दी, गोरखपुर-पनवेल एक्सप्रेस, गोरखपुर-एलटीटी, साबरमती एक्सप्रेस, अवध एक्सप्रेस, गोमती एक्सप्रेस, पुष्पक एक्सप्रेस, चित्रकूट एक्सप्रेस, छपरा-ग्वालियर एक्सप्रेस, कुशीनगर एक्सप्रेस, मरुधर और राप्तीसागर आदि ट्रेन की पहले चरण में रफ्तार बढ़ाई जाएगी।
अमृत भारत में पुखरायां और गंगाघाट स्टेशन
रेलवे बजट में रेलवे ने देशभर के कुछ चुनिंदा स्टेशनों को विकसित करने के लिए अमृत भारत योजना लांच की है। इसके तहत झांसी रूट पर पुखरायां व लखनऊ रूट पर गंगाघाट स्टेशन को शामिल किया गया हैं। इन स्टेशनों पर यात्री सुविधाओं में कई गुना बढ़ोतरी होगी। जो काम रेलवे की नई योजना अमृत भारत के तहत होगा।
वंदे भारत के कोचों से रिप्लेस होंगी
राजधानी एक्सप्रेस के रेलवे अफसरों ने बताया कि शताब्दी और राजधानी एक्सप्रेस के कोच वंदे भारत ट्रेन के डिब्बों से बदले जाएंगे। इसका आंकलन किया जा रहा है। स्वर्ण शताब्दी के अलावा कानपुर से गुजरने वाली राजधानी एक्सप्रेस के भी पांच के डिब्बें रिप्लेस किए जाएंगे।