प्राइवेट अस्पतालों के लिए निर्देश जारी, कोरोना संकट में ऐसे देंगे सरकार का साथ

बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के गांधी सभागार में जिलाधिकारी आन्द्रा वामसी की अध्यक्षता में बुधवार को जनपद के चिकित्सकों एवं नर्सिंग होम के संचालकों के लिए एक कार्यशाला का आयोजन किया गया।

Update: 2020-06-04 04:59 GMT

झांसी: बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के गांधी सभागार में जिलाधिकारी आन्द्रा वामसी की अध्यक्षता में बुधवार को जनपद के चिकित्सकों एवं नर्सिंग होम के संचालकों के लिए एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में उपस्थित लोगों को गम्भीर श्वसन संक्रमण (एसएआरआई) और इंफ्लुएंजा जैसी बीमारी (आईएलआई) केसों का चिन्हाकन, चिकित्सालयों में इन्फ़ैक्शन प्रिबेंशन एवं कंट्रोल तथा बायोमेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट प्रोटोकॉल, मेडिकल कॉलेज में एल-3 इकाई में उपचार प्रोटोकॉल, संदिग्धों की पहचान एवं जांच का प्रोटोकॉल आदि के बारें में बताया गया।

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कार्यशाला को संबोधित करते हुये जिलाधिकारी ने बताया कि कोविड-19 से लड़ाई के मामले में झांसी अपने आसपास के जनपदों से बेहतर प्रदर्शन कर रहा है। लेकिन फिर भी हमें हर संभव परिस्थिति के लिए तैयार रहना है। प्राइवेट अस्पताल आपातकाल की स्थिति में ऑपरेशन करने से पहले मेडिकल प्रशासन को इसकी जानकारी जरूर दे दे। साथ ही यदि कोई मरीज एसएआरआई और आईएलआई संभावित लगता है तो इसकी सूचना मेडिकल कॉलेज को जरूर दे।

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जिलाधिकारी ने सभी प्राइवेट नर्सिंग होम से अपील की यदि वह अपने स्तर पर प्राइवेट कोविड-19 जांच लैब तैयार कर सके तो इससे कोविड-19 जांच की संख्या बढ़ सकेगी। आम जनमानस ऐसे समय में अपने रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने का प्रयास करे, सभी अच्छा और पोषण से भरपूर भोजन करे।

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मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. जी के निगम ने सभी प्राइवेट अस्पताल को निर्देश दिये कि वह अपने अपने स्तर पर और अपने अस्पताल के बाहर सोशल डिस्टेन्शिंग का कड़ाई से पालन करे, यदि वह चाहे तो इसके लिए कोई कर्मचारी भी लगा सकते हैं। जो भी प्राइवेट हॉस्पिटल खुल रहे हैं, वो स्वच्छता के सभी मानकों को पूरा करे। जहां भी यह नहीं होगा उस हॉस्पिटल पर कार्रवाई की जाएगी। कार्यशाला में राजकीय पैरामेडिकल कॉलेज के निदेशक डॉ. एन एस सेंगर ने मेडिकल कॉलेज में एल-3 इकाई में उपचार प्रोटोकॉल के बारे बताते हुये कहा कि यदि कोई प्राइवेट डॉक्टर उपचार से संबन्धित ट्रेनिंग लेना चाहे तो वह उनसे ले सकता है।

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कार्यशाला का संचालन कर रही स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी डॉ. विजयश्री शुक्ला ने बताया कि सभी अपने अपने मोबाइल में आरोग्य सेतु एप जरूर डाउनलोड करें और आम जनमानस को भी इसके लिए प्रेरित करें। कार्यशाला में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एन के जैन, जिला क्वालिटी सलाहकार डॉ. मनीष खरे, एपिडिमियोलोजिस्ट डॉ. अनुराधा, विश्व स्वास्थ्य संगठन से डॉ. अनार सिंह आदि लोग मौजूद रहे।

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रिपोर्ट: बीके कुशवाहा

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