Sonbhadra: पंचायत भवन पर फहराया उल्टा झंडा, उल्टे तिरंगे के साथ ही निकाली रैली, फोटो-वीडियो वायरल

Sonbhadra: दिलचस्प मसला यह है कि उल्टा झंडा लेकर निकाली गई रैली में ग्राम पंचायत में तैनात दो सफाईकर्मियों को भी शामिल बताया जा रहा है।

Update: 2022-08-17 14:37 GMT

Inverted flag at Sonbhadra (Image: Newstrack)

Sonbhadra: पंचायत राज विभाग की तरफ से तिरंगा महोत्सव को लेकर की जा रही निगरानी और जागरूकता को लेकर बड़ी लापरवाही सामने आई है। कोन ब्लाक के ग्राम पंचायत मझिगवां, जहां एक विशेष समुदाय का बाहुल्य बताया जा रहा है, के पंचायत भवन पर उल्टा तिरंगा फहरा दिया गया। हद तो यह है कि उल्टे झंडे के साथ ही तिरंगा रैली भी निकाल ली गई। सब कुछ ग्रामीणों की खुली आंखों के सामने हुआ लेकिन कोन ब्लाक मुख्यालय से महज दस किमी दूर स्थित ग्राम पंचायत में घटित इस वाकए पर जिला पंचायत राज विभाग के अधिकारियों की नजर तब गई, जब इसको लेकर फोटो और वीडियो विभिन्न सोशल मीडिया हैंडलों पर वायरल होने लगी। अब जब मामला सार्वजनिक हो गया तो जिलास्तरीय अधिकारियों को मामले की जानकारी देते हुए, कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। संबंधित ग्राम पंचायत अधिकारी ओर प्रधान से इसको लेकर स्पष्टीकरण भी मांगा गया है।

पूरे सोनभद्र में जहां घर-घर तिरंगा को लेकर बृहद पैमाने पर अभियान चलाया जा रहा है। वहीं डीएम चंद्रविजय सिंह ने खुद सड़क पर उतरकर न केवल तिरंगा रैली निकाली, बल्कि इसके लगातार अधिकारियों को प्रेरित करते रहे। कहीं कोई गड़बड़ी न होने पाए, इसके लिए नगर निकायों से लेकर ग्राम पंचायतों तक लोगों से अपील और निगरानी समितियों को सक्रिय करने के निर्देश दिए जाते रहे। लगातार बैठक और अन्य माध्यमों से डीएम इसकी निगरानी में भी लगे रहे।

उत्सवों और तिरंगा यात्रा के जरिए लोगों को जागरूक किया जाता रहा। तिरंगा फहराने और इसको लेकर जरूरी प्रोटोकाल के पालन को लेकर डीएम की तरफ से अपील भी जारी गई। जिले से लेकर ब्लाक तक के अधिकारियों को इससे लोगों को अवगत कराकर, तिरंगे के सम्मान पर कहीं आंच न आने पाए इसके लिए विशेष निर्देश दिए जाते रहे। बावजूद जिला पंचायत राज विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के चलते न केवल उल्टा झंडा लहराया गया बल्कि सोनभद्र के इतिहास पर पहली बार उल्टे झंडे के साथ तिरंगा रैली निकालकर, राष्ट्रध्वज और अमर बलिदानियों के बलिदान का अपमान करने की एक नई पटकथा लिख दी गई।

दिलचस्प मसला यह है कि उल्टा झंडा लेकर निकाली गई रैली में ग्राम पंचायत में तैनात दो सफाईकर्मियों को भी शामिल बताया जा रहा है। इस बारे में सेलफोन पर एडीओ पंचायत कोन महीपाल लाकड़ा से बात की गई तो उनका कहना था कि जैसे ही यह मामला उनके संज्ञान में आया, इसको लेकर प्रधान और सचिव से स्पष्टीकरण तलब कर लिया गया है। रैली में शामिल लोगों का कहना है कि उन्हें ब्लाक से उल्टा झंडा दिया गया था जबकि सभी 31 ग्राम पंचायतों में एक ही बंडल से झंडा दिया गया था। कहीं से ऐसी कोई शिकायत नहीं आई है। बताया कि जिलास्तरीय अधिकारियों को वाकए की जानकारी दे दी गई है। किसी भी दशा में तिरंगे के अपमान की इजाजत किसी को नहीं दी जा सकती। 

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