DGP पद पर चयन प्रक्रिया को IPS ऑफिसर ने दिया चैलेंज, कोर्ट में दायर की याचिका
प्रदेश के एक वरिष्ठ आईपीएस नागरिक सुरक्षा के महानिदेशक जवाहर लाल त्रिपाठी ने डीजीपी पद के लिए अपनाई जा रही चयन प्रक्रिया को चुनौती दे दी है। उन्होंने हाईकोर्ट की लखनऊ पीठ में याचिका दायर कर चयन सूची में उनका भी नाम शामिल किए जाने की मांग की है।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के एक वरिष्ठ आईपीएस नागरिक सुरक्षा के महानिदेशक जवाहर लाल त्रिपाठी ने डीजीपी पद के लिए अपनाई जा रही चयन प्रक्रिया को चुनौती दे दी है। उन्होंने हाईकोर्ट की लखनऊ पीठ में याचिका दायर कर चयन सूची में उनका भी नाम शामिल किए जाने की मांग की है। राज्य में यह पहली बार हो रहा है जब किसी आईपीएस अधिकारी ने डीजीपी की तैनाती को लेकर सरकार के कामकाज के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका दायर की। उन्होंने हाईकोर्ट की लखनऊ पीठ में याचिका दायर कर चयन सूची में उनका भी नाम शामिल किए जाने की मांग की है। प्रदेश में यह पहली बार हो रहा है जब किसी आईपीएस अधिकारी ने डीजीपी की तैनाती को लेकर सरकार के कामकाज के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका दायर की।
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वरिष्ठ आईपीएस नागरिक सुरक्षा के महानिदेशक जवाहर लाल त्रिपाठी की अधिवक्ता नूतन ठाकुर ने कहा कि याचिका पर 24 जनवरी को सुनवाई संभावित है। अधिवक्ता के अनुसार, याची वरिष्ठतम आईपीएस अधिकारियों में तीसरे स्थान पर हैं। उनकी सेवा के अभी आठ महीने शेष हैं, इसके बावजूद डीजीपी पद के लिए संघ लोक सेवा आयोग को भेजी गई सूची में याची का नाम नहीं है। अदालत से राज्य सरकार को तत्काल उनका नाम भेजने का आदेश देने की मांग की गई है।
अधिवक्ता ने बताया कि याचिका में राज्य सरकार के इस कदम को प्रकाश सिंह मामले में सुप्रीम कोर्ट की ओर से दिए गए दिशा-निर्देशों का स्पष्ट उल्लंघन बताया गया है। साल 1986 बैच के आईपीएस जेएल त्रिपाठी पूर्व में कई महत्वपूर्ण पदों पर तैनात रहे हैं। वह एक जनवरी 2017 को पुलिस महानिदेशक के पद पर प्रोन्नत हुए थे। जेएल त्रिपाठी से इस बारे में संपर्क करने की कोशिश की गई, पर बात नहीं हो सकी। इसलिए ये रास्ता अपनाया है।