इजरायल-फिलिस्तीन की लड़ाई में कूदे सपा नेता, मोहल्ले वालों ने सिखाया सबक
दुनिया के किसी भी हिस्से में अगर कट्टरपंथियों पर कार्रवाई होती है तो भारत में इसका विरोध जरूर देखने को मिल जाता है।
कानुपर। दुनिया के किसी भी हिस्से में अगर कट्टरपंथियों पर कार्रवाई होती है तो भारत में इसका विरोध जरूर देखने को मिल जाता है। इसी तरह का विरोध कानपुर में भी देखा गया। यहां समाजवादी पार्टी के कुछ मुस्लिम नेताओं ने इजरायल और फिलिस्तीन के बीच जारी टकराव के बीच फिलिस्तीन के समर्थन में होर्डिंग लगवाकर इजरायल के बने उत्पादों का बहिष्कार करने की अपील की थी। लेकिन यहां के लोगों को यह अपील नागवार गुजरी ओर लोगों ने इसका विरोध शुरू कर दिया है। अच्दी बात यह रहीं विरोध करने वालों में अधिकत्तर मुसिलम समाज के लोग थे।
गौरतलब है क्षेत्रीय राजनीति चमकाने के चक्कर में कानपुर के सपा नेता मुनाफुद्दीन, आबिद हसन इराकी और जफरखान ने होर्डिंग लगाकर फिलिस्तीन का समर्थन करते हुए इजरायल के सामानों का बहिष्कार करने की अपील की थी। लेकिन सपा के दोनों नेताओं को इजरायल—फिलिस्तीन के टकराव में कूदना भारी पड़ गया। सपा के इन नेताओं ने क्षेत्र में अपनी राजनीति चमकाने के लिए शुक्रवार को फिलिस्तीन के समर्थन में होर्डिंग लगा दिया था। होर्डिंग लगाए जाने के बाद खुद उनके समुदाय के लोगों ने इसे गलत बताते हुए इसका विरोध करना शुरू कर दिया।
लोग मोहल्ले की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए होर्डिंग का विरोध करते हुए सामने आ गए। विरोध इतना बढ़ गया कि कुछ ही घंटों बाद सपा नेताओं को अपनी होर्डिंग को उतारना पड़ गया, जिसे बाद में लोगों ने आग के हवाले कर दिया। वहीं चर्चा है कि इन लोगों ने होर्डिंग में कानपुर के सपा अध्यक्ष डॉक्टर इमरान की तस्वीर बिना उनकी जानकारी के लगा दिया था।