Jaunpur News: वर्षा के चलते जिले की सड़कें हुईं जलमग्न, बुरी तरह प्रभावित हुआ जनजीवन

Jaunpur News: जिले में बारिश शुरू होते ही सड़कें जलमग्न हो चुकी हैं, जिससे लोगों की जीविका पर भी असर पड़ रहा है।

Reporter :  Kapil Dev Maurya
Published By :  Shreya
Update:2021-06-17 19:16 IST

बारिश के चलते सड़कें हुईं जलमग्न (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

Jaunpur News: वर्षा शुरू होते ही शहर से लेकर गांव तक विकास कार्यों की ऐसी पोल खुली कि हर जगह जल प्लवन की स्थित साफ नजर आने लगी है, जिससे समूचा जन मानस परेशान एवं बेहाल है। घर से बाहर निकलने पर हर नागरिक कीचड़ युक्त मार्ग पर चलने को मजबूर होकर सरकार शासन को कोसता नजर आ रहा है। सबसे खराब स्थिति तो जनपद मुख्यालय एवं तहसील मुख्यालयों की है, जहां लोग घरों में कैद होने को मजबूर हो गये हैं। बड़ी संख्या में रोज मजदूरी कर परिवार की जीविका चलाने वाले परिवारों में फांकाकसी की स्थिति आ गई है।

यहां बता दें कि जनपद मुख्यालय पर शहर के अन्दर गलियों से लेकर शहर के बाहरी इलाकों में चौतरफा ऐसी जल जमाव की स्थिति हो गयी है कि उसके कारण पूरा शहर जाम से कराहते हुए घिसटने को मजबूर हो गया है। शहर के बाहर आजमगढ़ मार्ग पर प्रसाद इंजीनियरिंग कॉलेज से लेकर सेन्ट प्रैक्टिस स्कूल तक लगभग 06 किलोमीटर मुख्य मार्ग पूरी तरह से गड्डे में तब्दील हो चुका है। सड़क पर लगभग दो फिट पानी हर समय जमा रहता है।

जिसका परिणाम है कि पैदल और मोटरसाइकिल अथवा साइकिल सवार यात्रियों का आवागमन पूरी तरह से बंद हो गया है इसका प्रभाव लोंगो की जीविका पर भी पड़ रहा है। ट्रक तो घिसट घिसट कर इस मार्ग से निकल रहे हैं लेकिन छोटे वाहनों को भारी कठिनाई हो रही है।

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

मजदूरों को हो रही भारी कठिनाई

इस इलाके में आवास करने वाले गरीब श्रमिक घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं कि मजदूरी आदि करके परिवार के लिए रोटी की व्यवस्था कर सके। इसके सिविल लाइन मार्ग जिस पर जिला प्रशासन के सभी हुक्मरान दिन में दर्जनों बार आते जाते हैं जल जमाव के कारण इस पर चलना कठिन है। इसके अलावा पॉलिटेक्निक से लेकर वाराणसी मार्ग पर जगदीश पुर तक स्थिति बेहद चिंताजनक है। यही हाल नईगंज और सुल्तानपुर रोड पर लखौवां से मुख्यालय तक लगभग 10 किमी सड़क का है, सड़क नाला बन गई है। जो यातायात व्यवस्था को बुरी तरह से प्रभावित कर रखी है।

नगर के अन्दर की स्थिति यह है कि कोई ऐसी गली नहीं जो अमृत पेयजल योजना (Amrit Jal Yojana) के चलते खोदी न गयी हो, वर्षा के पहले विभाग की लापरवाहियों के चलते खोदी गयी गलियां नहीं बनायी जा सकी जिसका परिणाम है कि वर्षा होते ही मिट्टी कचड़ा आम जनता के लिए बड़ी समस्या बन गया है। स्थिति यह है कि लोग घरों से नहीं निकल पा रहे हैं। यही हाल तहसील के मुहल्लों का बना हुआ है। वर्षा के पहले जिम्मेदार जल निकासी का प्रबंध नहीं किये जिसका खामियाजा आम जन को भुगतना पड़ रहा है।

स्थिति विकराल होने के बाद अब जिम्मेदार अधिकारी से लेकर जन प्रतिनिध गण समस्या समाधान के लिए धमाचौकड़ी मचा रहे हैं और जिम्मेदार विभाग को आदेश कर रहे हैं, लेकिन सवाल यह है कि समय से पहले इस संकट से वाकिफ क्यों नहीं हुए। क्या गड्ढे में तब्दील सड़कें वर्षा के समय में बनायी जा सकेंगी।

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