Jaunpur: गरीब को नहीं मिल रहा आशियाना, तिरपाल के नीचे जिंदगी गुजारने को है मजबूर

Jaunpur News: कच्चे टूटे-फूटे मकान में प्लास्टिक की तिरपाल बिछाकर ये गरीब परिवार अपनी जिंदगी गुजर बसर कर रहे हैं। इतना ही नहीं बारिश ने तो इन परिवारों पर कहर भी बरपाया था।

Report :  Kapil Dev Maurya
Update:2024-01-07 22:07 IST

Jaunpur News (Pic:Newstrack)

Jaunpur News: केंद्र सरकार की अति महत्वाकांक्षी योजना प्रधानमंत्री आवास योजना के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हर गरीब को पक्का मकान देने का सारा दावा शाहगंज स्थित छिडवा भादी गांव में पूरी तरह से फेल साबित हो रहा है। गांव के दिलीप कुमार प्रजापति और उनकी पत्नी चंपा देवी छोटे बच्चों के साथ तिरपाल के नीचे शीतलहर, गर्मी और बरसात हर मौसम में रहने को मजबूर हैं।

पक्के मकान के लिए अधिकारियों, कर्मचारियों के कार्यालयों का चक्कर लगाकर थक जा रहे हैं लेकिन उनकी सुनवाई किसी भी कीमत पर नहीं हो रही है। यहां पिछले 50वर्षों से अत्यंत गरीब परिवार के लोग अपने घर के लिए दर-दर भटक रहे हैं, लेकिन उन्हें आज तक पक्का घर नहीं मिल पाया है। हालात यह है कि गरीबी की जिंदगी गुजर बसर करने वाले इन परिवारों ने सभी से गुहार लगाई, लेकिन सिर्फ आश्वासन ही मिला।

आवास के लिए परिवार लगा रहे है चक्कर

कच्चे टूटे-फूटे मकान में प्लास्टिक की तिरपाल बिछाकर ये गरीब परिवार अपनी जिंदगी गुजर बसर कर रहे हैं। इतना ही नहीं बारिश ने तो इन परिवारों पर कहर भी बरपाया था। यह हाल है ग्राम छिडवा भादी, विकास खंड सोंधी ग्राम पंचायत का। छिडवा भादी निवासी स्वर्गीय मुन्नीलाल जिनकी विगत कुछ समय पूर्व मृत्यु हो गई। जो अपनी पूरी उम्र  मिट्टी का बर्तन बनाने का कार्य करके घर की रोजी रोटी चलाते थे। जिनकी मृत्यु का कारण गरीबी बताया जाता है। जिनका दवा के अभाव में मृत्यु हो गया। स्व.मुन्नीलाल के पुत्र दिलीप कुमार प्रजापति  आज भी बरसात में छाता के भरोसे समय गुजारते हैं।तिरपाल के नीचे रात अपने पत्नी और बच्ची संग गुजारते है। 

घर की महिला चम्पा प्रजापति का कहना है कि घर नहीं रहने के कारण शादी विवाह में भी दिक्कतें आती हैं। गरीबी की मार झेल रहे इन परिवारों का मजदूरी से ही गुजर बसर होता है। महंगाई की मार के चलते इन परिवारों को महज दो वक्त की रोटी मिल पाती है। यहीं वजह है कि ये परिवार उम्र के इस पड़ाव पर भी अपना पक्का घर नहीं बना पा रहे हैं।

चिलचिलाती धूप एवं बदलते ठंड और बरसात के मौसम में दिलीप कुमार और उनकी पत्नी चम्पा अपने पुश्तैनी पैतृक निवास पर तिरपाल  लगाकर छांव करने का प्रयास कर रहे हैं। इस संदर्भ में खंड विकास अधिकारी शाहगंज सोधी जितेन्द्र प्रताप सिंह कहते है कि मामले की जांच उपरांत पात्र व्यक्ति को आवास दिलाया जाएगा। प्राथमिकता के तौर पर हर जरूरतमंद और गरीब को सरकारी योजनाओं का लाभ मिलेगा। 

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