अस्पताल के ICU में नर्सों के साथ गाली गलौज, तीमारदारों ने दी जान से मारने की धमकी

झांसी में तीमारदारों ने आईसीयू में तैनात नर्सों के साथ गाली गलौज कर दुर्व्यवाहर किया। यही नहीं, जान से मारने की धमकी भी दी।

Reporter :  B.K Kushwaha
Published By :  Monika
Update:2021-04-28 23:26 IST

डॉक्टर व नर्सों का सांकेतिक प्रदर्शन (फोटो : सोशल मीडिया)

झाँसी: एक बार फिर से तीमारदारों ने आईसीयू में तैनात नर्सों (Nurses) के साथ गाली गलौज (Abusive Language) कर दुर्व्यवाहर किया। यही नहीं, जान से मारने की धमकी भी दी। इससे उपचार (treatment) का कार्य बाधित हो गया। रोजाना डॉक्टर और नर्सों के साथ हो रही मारपीट से गुस्साएं डॉक्टर व नर्सों ने सांकेतिक प्रदर्शन किया। उन्होंने कोविड वार्ड (Covid Ward) व आईसीयू (ICU) में भर्ती मरीज के परिजनों के आने पर रोक लगाने की मांग की। प्रशासनिक अफसरों द्वारा दिए गए आश्वासन के बाद सांकेतिक प्रदर्शन समाप्त कर दिया।

महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कालेज के कोविड वार्ड के आईसीयू में स्टॉफ नर्स प्रिंसी दीक्षित और वैशाली ड्यूटी पर तैनात थी। तभी कुछ तीमारदार के वहां पहुंचे। यहां मौजूद दोनों नर्सों से गाली गलौज कर दुर्व्यवहार किया। यही नहीं, ठीक तरह से इलाज न करने पर डॉक्टरों को धमकी दी। इस मामले की जानकारी कोविड वार्ड में कार्य कर रहे डॉक्टरों व नर्सों को हुई तो वह लोग इकट्ठा हो गए। उन्होंने आए दिन स्टॉफ के साथ की जा रही मारपीट व दुर्व्यवहार की घटना पर आक्रोश व्याप्त किया। आए दिन डॉक्टरों व नर्सों से दुर्व्यवहार किए जाने पर काम करने पर काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बाद में डॉक्टर्स व नर्सों के एसोसिएशन के लोगों ने सांकेतिक धरना दिया।

सिक्योरिटी गार्ड की हो व्यवस्था

एसोसिएशन ने मांग की है कि भर्ती के समय मरीज को अस्पताल का कर्मचारी ही बिस्तर तक शिफ्ट कराए, उसके साथ कोई परिजन ना जाए, किसी भी हालात में भर्ती मरीजों के परिजनों को वार्ड या आईसीयू में ना भेजा जाए, हर इंट्री प्वाइंट एवं फ्लोर पर सक्षम पुलिस सिक्योरिटी गार्ड की व्यवस्था की जाए, जो कि उनकी सुरक्षा कर सके, मरीज एवं स्टाफ के लिए अलग- अलग कार्यशील लिफ्ट लगे एवं लिफ्ट रैंप पर सेक्यूरिटी गार्ड पुलिस तैनात किया जाए। एल-3 लेवल सेंटर होने के कारण अति गंभीर मरीज आते हैं, अत: रिसेप्सन पर ही यह सुनिश्चित किया जाए कि मरीज जीवित है अथवा मृतक लाया गया है। यह बात मरीज के परिजनों को बताया जाए। डेथ डिलेक्शन अधिकारी लेवल पर किया जाए, ग्राउंड फ्लोर पर कम्यूकेशन सेंटर बनाया जाए, जिसके में अधिकारिक तौर पर मरीज की स्थिति की ब्रीफिक की जाए। इस मामले की जानकारी पुलिस, मलबा व प्रशसनिक अफसरों को हुई तो वह लोग मौके पर पहुंचे। धरने पर बैठे स्टॉफ के लोगों से वार्तालाप की। आश्वासन मिलने पर सभी ने पुन: कार्य शुरु कर दिया है।

हेल्प लाइन के फोन भी नहीं उठाते हैं

मरीजों के सदस्यों का कहना है कि जिलाधिकारी द्वारा जो फोन नंबर दिए हैं, उन नंबरों पर कई बार कॉल किया गया मगर वह लोग कॉल तक नहीं उठाते हैं। अगर, कॉल भी उठाते हैं तो दुर्व्यवहार भी करते हैं। इसकी जानकारी कइयों पर अफसरों को दी गई मगर अभी तक हेल्प लाइन नंबर पर तैनात लोगों के खिलाफ कार्रवाई तक नहीं की गई है। मरीजों के सदस्यों का कहना है कि उपचार के नाम पर जनता के साथ धोखाधड़ी की जा रही है। मलबा में पूरी व्यवस्था ठीक नहीं है। ड्यूटी पर तैनात स्टॉफ की जिम्मेदारी तय की जा रही है जबकि ना तो बेड है न ही ऑक्सीजन है। कोविड वार्ड में मरीज कइयों दिनों तक भर्ती रह रहे हैं। इनको स्थानांतरित तक नहीं किया जा रहा है।

बढ़ती संख्या को देख नहीं बनाया अलग से कोविड वार्ड

झाँसी में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में दिनोंदिन बढ़ोत्तरी हो रही है। शासन स्तर से अलग से कोविड वार्ड बनाने के निर्देश दिए हैं मगर अभी तक नया कोविड वार्ड तक नहीं बनाया गया है।

पानी व बिजली का कटेगा कनेक्शन

जिलाधिकारी आद्रा वामसी के निर्देश पर टीमों द्वारा जिला अस्पताल, पैरामेडिकल स्टॉफ व महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कालेज में स्टॉफ को चेक किया गया। चेकिंग के दौरान 50 से अधिक स्टॉफ अनुपस्थित मिला है। इस पर जिलाधिकारी ने नाराजगी जताई है। सूत्रों के मुताबिक सिस्टर शांति सिंह, स्टाफ नर्स, ममता पुरोहित, मंजु गुणरत्नम, चंद्रप्रभा, वर्षा गुप्ता, मीनाक्षी अरोरा, शिवानी यादव, अनीता सेन, राकेश कुमार, नितिन दीक्षित, हरवेन्द्र मीना, रिशि शर्मा, शोएब खान, अमर सिंह मीना, भगवान दास मीना, सोनू बघेल, कृष्ण पानल सिंह, स्वीपर राजकुमार, रमेश वार्ड, वीरेन्द्र, वार्ड आया दयावती, मैट्रन अरवीना प्रसाद, ओटी इंचार्ज परवीन करीम, स्टाफ नर्स मधुवाला, कंचन राजे, अवधेश गौतम, शकुन्तला, जयश्री, सुमन अनुपस्थित मिली है। यह स्टॉफ जिला चिकित्सालय, पैरामेडिकल कालेज का है। इसके अलावा महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कालेज का स्टॉफ भी गायब मिला है। इनमें निर्भय, चंद्र प्रभा, अगनेश, जेरित, अभय, प्रफुल्ल, रागनी, रजनी , नरेन्द्र कुमार, करण, सुमित, विशाल यादव, मनीष कुमार, अमित, गौरव प्रजापति, हरीओम, सागर प्रजापति, संजय प्रजापति, शिवम कुशवाहा, शैलेन्द्र कुमार, भागवत प्रजापति शामिल है।

पांचवे फ्लोर पर बना है वीआईपी कोविड वार्ड

सूत्रों का कहना है कि महारानी लक्ष्मीबाई कालेज में कोविड वार्ड बना हुआ है। इसी वार्ड के पांचवें फ्लोर पर एक नया वीआईपी वार्ड बनाया गया है। इस वार्ड में दस बैड सुसज्जित पड़े हैं। हर बैड में हर सुविधा नजर आ रही है। यह वार्ड मात्र वीआईपी लोगों के लिए बनाया गया है। इस तरह के वार्ड बनने से जनता के साथ धोखा किया जा रहा है। इसकी शिकायत शासन स्तर तक पहुंचाई जाएगी।

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