'पति-पत्नी और वो' से टूट रहे परिवार, जानें घर में 'वो' कौन...

दंपत्ति का एक-दूसरे पर कम होता विश्वास समाज के ताने-बाने की लिए सही नहीं। परिवार परामर्श केंन्द्र प्रभारी पूनम शर्मा का कहना है कि उन्होंने सुखी पारिवारिक जीवन के लिए दस मंत्र बनाए हैं। अगर इन पर चलें तो कभी झगड़ा ही न हो।

Update:2020-10-04 21:13 IST
दंपत्ति का एक-दूसरे पर कम होता विश्वास समाज के ताने-बाने की लिए सही नहीं। परिवार परामर्श केंन्द्र प्रभारी पूनम शर्मा का कहना है

झाँसी। पति को पत्नी के चरित्र पर संदेह था। पत्नी को भी पति पर शक रहता था। इसी वजहर से दोनों में विवाद होता। पति ने कुछ दिन पहले इसी शक की वजह से विवेक ने पत्नी की पिटाई की। उसे लगता था कि उसकी सास ही पत्नी को बरगलाती है। इस वजह से उसका घर नहीं बस रहा।

परिवार परामर्श केंद्र में जो केस पहुंच रहे हैं, उनमें ज्यादातर मामले ऐसे हैं, जिनमें पति आरोप लगाते हैं कि मायके वालों का जरुरत से ज्यादा दखल रहता है। मां और बेटी हमेशा फोन पर बात करती रहती हैं। बेटी अपनी मां के कहे पर चलती और घर में झगड़ा करती है। वहीं, पत्नी का कहना होता है कि उसकी सास की वजह से घर नहीं बस रहा। इतना ही नहीं, प्रेम विवाह के बाद भी चरित्र पर संदेह किया जा रहा है। दंपत्ति का एक-दूसरे पर कम होता विश्वास समाज के ताने-बाने की लिए सही नहीं। परिवार परामर्श केंन्द्र प्रभारी पूनम शर्मा का कहना है कि उन्होंने सुखी पारिवारिक जीवन के लिए दस मंत्र बनाए हैं। अगर इन पर चलें तो कभी झगड़ा ही न हो।

पांच में तीन में हुआ समझौता, दो को मिली तारीख

परिवार परामर्श केंद्र में पांच मामले आए थे। इनमें तीन मामलों में समझौता हो गया। जबकि दो मामले में तारीख दी गई। इस अवसर पर महिला थाना प्रभारी निरीक्षक पूनम शर्मा, काउंसलर नीति शास्त्री, महिला उपनिरीक्षक ममता यादव, महिला उपनिरीक्षक पूनम वर्मा, हेड कांस्टेबल उमा अहिरवार, महिला आरक्षक प्रतिमा व महिमा आदि उपस्थित रहे हैं।

 

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परिवार परामर्श केंद्र में पहुंच रहे केस

36 केस ऐसे थे, जिसमों मायके वालों का दखल ज्यादा था।

33 केस घरेलू हिंसा के थे, पति करता था पिटाई

30 केस नशे के रहे, इस वजह से टूटने लगे परिवार

18 केस आर्थिक मामलों के रहे, तंगी के कारण घर चलाना मुश्किल

सात केस से जुड़ा था प्रॉपर्टी विवाद

नौ केस विवाह के बाद संबंध के रहे

22 फीसद मामले इसलिए बिगड़े, क्योंकि पत्नी के मायके से आते हैं ज्यादा फोन

19 फीसद घरेलू संबंध नशे के कारण खराब हो रहे, इन्हें सभालना हो रहा मुश्किल

15 फीसद मामले ऐसे हैं, जिसमें दंपत्ति के विचार नहीं मिले, पति को पत्नी के कपड़े नहीं पसंद, बाहर जाना अच्छा नहीं लगता।

 

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सुखी विवाहित जीवन के दस मंत्र

एक ही समय में दोनों कभी क्रोध न करें।

छोटी-छोटी बातों पर दोनों कभी एक दूसरे पर न चिल्लाएं।

यदि आप दोनों में से एक को बहस में जीतना है तो अपने दूसरे साथी को जीतने दें।

यदि आपको अपने साथी की आलोचना ही करनी पड़े तो उसे प्यार से करें।

पिछली गलतियों की चर्चा कभी न करें।

एक दूसरे की उपेक्षा कभी न करें, चाहे सारी दुनिया की उपेक्षा करनी पड़े।

 

सोशल मीडिया से

अशांत बातों को लेकर कभी न सोंचे

दिन में कम से कम एक बार अपने जीवन साथी को अच्छी बात कहने का प्रयास करें।

यदि आपको लगे आपने कुछ गलत किया हो तो उसे गलती को मानने को तैयार रहें और गलती की माफी मांगें।

दोनों तरफ से झगड़ा होने पर दोनों में से जो ज्यादा बोल रहा है, वही गलती पर है।

 

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जब पत्नी को कीपैड वाला फोन दिलाया

हाल ही में एक ऐसा केस आया, जिसमें पति कह रहा था कि पत्नी के पास स्मार्ट फोन है। उसे उस पर शक है। परिवार परामर्श केंद्र ने पत्नी को को समझाया और बोला की आप एक बार कीपैड वाला फोन ले लो। पति से भी कहा, क्या तब उसका शक दूर हो जाएगा। वह मान गया। पत्नी ने कीपैड वाला फोन चलाया। कुछ दिन बाद ही पति की गलतफहमी दूर हो गई।

मायके कम बात करें, परेशानी हमें बताएं

परिवार परामर्श केंद्र प्रभारी पूनम वर्मा ने बताया कि ज्यादातर केसों में देखा जा रहा है कि पति की शिकायत होती है कि पत्नी के मायके वाले ज्यादा दखल देते हैं। खासकर पत्नी की मां। तब हम पत्नी को कहते हैं कि मायके कम बात करें। अगर उसे समस्या ही बतानी है तो हमें बताएं। परिवार पत्नी को चलाना है, मां को नहीं। इसी तरह पति को समझाते हैं कि पत्नी अपनी मां से बात नहीं करेगी तो किससे करेगी। आप उसे मां से मिलवाते रहें।

प्रेम विवाह के बाद शक बढ़ रहा

 

प्रेम विवाह के बाद एक-दूसरे पर शक के मामले बढ़ना चिंताजनक है। ममता का कहना है कि ऐसा नहीं होना चाहिए। एक-दूसरे पर विश्वास तो करना ही होगा। वहीं, विवाह के बाद अवैध संबंध की तरफ कदम बढ़ाना खतरनाक है। ऐसे केस इन दिनों बढ़े हैं।

पति ने हमेशा के लिए शराब छोड़ने का किया वादा, पत्नी साथ रहने को राजी

मैं तब तक आपके साथ नहीं जाऊंगी, जब तक आप शराब छोड़ने का पक्का वादा नहीं कर लेते। सबके सामने वचन दो कि आज के बाद शराब नहीं पीओगे तो मैं आपके साथ हूं वरना आप स्वतंत्र है और मैं अपने मायके वालों के पास ही खुश हूं। पत्नी की यह बात पति ने सुनी तो वह सबके सामने बोला-हां में आज के बाद शराब नहीं पीयूंगा तुम घर चलो। इसके बाद पत्नी मान गई और पति-पत्नी में समझौता हो गया। यह वाक्या परिवार परामर्श केंद्र के शिविर के दौरान आया जिसमें पति-पत्नी की सहमति पर परामर्श केंद्र के सदस्यों ने भी उनका उत्साह वर्धन किया।

रिपोर्टर बी के कुशवाहा

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