Jhansi News: पराली जलाने से रोकने में नाकाम आठ कर्मचारी मुअत्तल, खेत में यदि आग लगाई जाती है तो नपेंगे कर्मचारी
Jhansi News Today: पराली जलाने से रोकने में नाकाम आठ कर्मचारियों को को निलंबित किया गया है। यह जानकारी उपकृषि निदेशक महेंद्र पाल सिंह ने दी।
Jhansi News: जिलाधिकारी द्वारा कहा गया था कि विकासखंड बड़ागांव, मोंठ और चिरगांव जो धान बाहुल्य क्षेत्र हैं, वहां खेत में पराली/कृषि अवशेष किसानों द्वारा ना जलाएं और इसे रोकने के लिए विभिन्न कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई थी, परंतु कुछ कर्मचारियों द्वारा अपने कार्य में शिथिलता बरतने और लापरवाही बरतने पर खेत में आग लगाए जाने की घटनाएं हुई। इस मामले में संबंधित कर्मचारियों को निलंबित किया गया है। यह जानकारी उपकृषि निदेशक महेंद्र पाल सिंह ने दी।
इनको किया निलंबित
उन्होंने बताया कि राजेन्द्र सिंह सैंगर बीटीएम, प्राची सविता प्राविधिक सहायक ग्रुप सी, नरेश कुमार एटीएम, मदरूप मीणा प्राविधिक सहायक ग्रुप बी, जयपाल प्राविधिक सहायक ग्रुप सी, अरूण कुमार प्राविधिक सहायक ग्रुप सी, विनोद व्यास ग्राम विकास अधिकारी, दिव्याशु मिश्रा लेखपाल शामिल हैं।
सघन निगरानी किए जाने की आवश्यकता
उप कृषि निदेशक महेंद्र पाल सिंह ने समस्त कार्मिक को निर्देश दिया कि वह पूर्वान्ह 10:00 बजे से सायं 5:00 बजे तक अवकाश के दिनों में भी अपने आवंटित क्षेत्र में रहकर पूर्ण निगरानी करें ताकि पराली जलने की कोई घटना ना घट सके। शासन के निर्देश के क्रम में प्रयोग की जाने वाली कम्बाइन हार्वेस्टर के साथ सुपर स्ट्रा मैनेजमेन्ट सिस्टम अथवा स्ट्रा अथवा स्ट्रा रीपर रेक एवं बेलन का उपयोग किया जाना अनिवार्य हो तथा उक्त व्यवस्था बगैर जनपद में कोई भी कम्बाइन हार्वेस्टर से कटाई न करने पाए अन्यथा वैधानिक कार्यवाही की जायेगी। क्षेत्र के सभी कम्बाइन हार्वेस्टर के मालिक को सचेत करते हुए नोटिस दिया जाए कि सुपर स्ट्रा मैनेजमैन्ट के बिना कम्बाइन हार्वेस्टर को धान की कटाई में प्रयोग न किया जाए।
फसल अवशेष जले तो चली जाएगी थानेदारी
इसके अतिरिक्त उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी द्वारा समस्त थाना प्रभारियों को निर्देशित किया गया कि अपने थाना क्षेत्र में फसल अवशेष किसी भी दशा में न जलने दें। उन्होंने समस्त उपजिलाधिकारी द्वारा अपनी-अपनी तहसील से उपरोक्त के क्रम में दैनिक कृत कार्यवाही की सूचना अपर जिलाधिकारी (वित्त/राजस्व) एवं उप कृषि निदेशक को अगले दिन प्रातः 11:00 बजे तक उपलब्ध करायी जाने को निर्देशित किया। उप कृषि निदेशक ने कहा कि जिलाधिकारी द्वारा दिए गए निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित किया जाये, जिससे पराली को जलाये जाने से रोका जा सके।