ऑपरेशन वज्र: अब अपराधियों की खैर नहीं, 77 पर गुंडा एक्ट, लाखों की संपत्ति जब्त

ऑपरेशन वज्र से बदमाशों में खलबली मची हुई है। ऑपरेशन वज्र के अंतर्गत 77 व्यक्तियों के खिलाफ गुंडा एक्ट और 31 लोगों के खिलाफ गैंगेस्टर एक्ट की कार्रवाई की गई है।

Update: 2020-09-11 17:38 GMT
अब कोई भी अपराधी जेल जाने से नहीं बच सकता: एसएसपी

झाँसी: नए एसएसपी दिनेश कुमार पी के आते ही अपराधियों को साफ संदेश दे दिया कि अब कोई भी अपराधी जेल जाने से बच नहीं सकता और न ही अपने घर में छुपकर बैठ सकता है। एक माह तेरह दिन तक चले ऑपरेशन वज्र से बदमाशों में खलबली मची हुई है। ऑपरेशन वज्र के अंतर्गत 77 व्यक्तियों के खिलाफ गुंडा एक्ट और 31 लोगों के खिलाफ गैंगेस्टर एक्ट की कार्रवाई की गई है। यही नहीं, अपराध करने के बाद अर्जित की गई संपत्ति भी जब्त की गई। साथ ही सरकारी लाइसेंस की आड़ में दबंगई करने वाले 14 लोगों के शस्त्र लाइसेंस निलंबित भी किए गए हैं।

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वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार पी ने बताया है कि 28 जुलाई से 10 सितंबर यानी एक माह तेरह दिनों तक चले आपरेशन वज्र अभियान में जिले की पुलिस ने अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई की है। 77 व्यक्तियों के खिलाफ गुंडा एक्ट, 31 व्यक्तियों के खिलाफ गैंगेस्टर एक्ट की कार्रवाई की है। इसके अलावा 21372 लीटर शराब बरामद की है। इसके अलावा 59 लोगों के शस्त्र लाइसेंस निरस्त करने की रिपोर्ट जिलाधिकारी को दी गई जिनमें 14 लोगों के शस्त्र लाइसेंस निलंबित किए गए हैं। साथ ही 8 अपराधियों के खिलाफ गैंगेस्टर एक्ट के तहत धारा 14(1) के अंतर्गत सात लोगों की करीब 19 लाख की संपत्ति जब्त की गई है। जबकि एक मामला प्रचलित है।

15 साल से अपराध करने वाले लोगों की बनी सूची

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार पी का कहना है कि 15 साल से अपराध करने वाले लोगों की सूची तैयार कर ली गई। इनमें वह लोग भी शामिल है जिनके खिलाफ अपराध करने के बाद चार्जशीट लगाई गई है। इनको श्रेणीवार बांटा गया है। इनमें हत्या, लूट, डकैती, फिरौती हेतु अपहरण, गैर इरादतन हत्या, नकबजनी, वाहन चोरी, अन्य चोरी व चैन स्नेचिंग शामिल है। 15 वर्ष में जिले में 1770 हत्या, 1082 लूट, 238 डकैती, फिरौती हेतु 165 अपहरण, गैर इरादतन 483 हत्या, 777 नकबजनी, 1494 वाहन चोरी, 918 अन्य चोरी व 179 चैन स्नैचिंग की वारदात हुई है। इन वारदातों के अपराधी गिरफ्तार किए गए हैं।

एसपी सिटी और एसपी देहात करेंगे मानीटरिंग

एसएसपी का कहना है कि 15 वर्ष के अपराधों में संलिप्त अभियुक्तों की मानीटरिंग अपने -अपने सर्किल की एसपी सिटी और एसपी देहात करेंगे। इन अभियुक्तों की सूची बनाकर निगरानी की जाएगी। कौन अपराध कर रहा है और कौन नहीं?। एक्टिव बदमाशों पर नजर रखी जा रही है। एसएसपी का कहना है कि इन अभियुक्तों में कोई अभियुक्त दूसरे राज्य का है तो उस राज्य के संबंधित जिले के पुलिस कप्तान से संपर्क स्थापित किया जाएगा। इसके बाद नाम भेजकर उक्त अभियुक्तों की गतिविधियों पर नजर रखवायी जाएगी। एसएसपी का कहना है कि जिले के अभियुक्तों के लिए बीट दारोगा से लेकर बीट आरक्षी की ड्यूटी तय की गई है।

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नई एचएस खुलेगी

एसएसपी का कहना है कि कई अभियुक्त ऐसे ही जिनकी हिस्ट्रीशीट बंद हो गई है। इसके बावजूद उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किए जा रहे हैं। इनकी पुन: एचएस खोली जा रही है। इसके अलावा ट्रेनों में दस साल से अपराध कर रहे जिले के बदमाशों की सूची तैयार हो गई है। इसके लिए टीम काम कर रही है। ऐसे लोगों की भी एचएस खोली जाएगी। उनका कहना है कि जुआ, सट्टा, शराब के अवैध कारोबार में लिप्त लोगों की सूची बनाई गई है। सूची के आधार पर संबंधित व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसमें चाहे कोई नेता हो या सफेदपोश। किसी प्रकार का दवाब नहीं माना जाएगा।

रिपोर्ट: बी के कुशवाहा

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