Jhansi News: दो लिफ्टर, तीन पोक्लैंड मशीनें चीर रहीं हैं बेतवा का सीना

Jhansi: टहरौली के कल्याणपुरा में खुलेआम धड़ल्ले से बेतवा नदी का सीना लिफ्टरों, पोकलैंड मशीनों और जेसीबी मशीनों से चीरकर बालू खनन का काम जारी है।

Report :  B.K Kushwaha
Update: 2022-12-15 17:41 GMT

बेतवा नदी में अवैध खनन।  

Jhansi News: उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था, विकास जैसे विषयों पर खुलकर अपना पक्ष रखने वाली उत्तर प्रदेश की योगी सरकार खनन के मामले पर किस तरह से बैकफुट पर नजर आ रही है इसकी बानगी देखनी हो तो टहरौली तहसील के कल्याणपुरा चले आईये। टहरौली के कल्याणपुरा में खुलेआम धड़ल्ले से बेतवा नदी का सीना लिफ्टरों, पोकलैंड मशीनों और जेसीबी मशीनों से चीरकर बालू खनन का काम जारी है और जिला प्रशासन, खनिज विभाग एवं स्थानीय टहरौली प्रशासन पूरी तरह मूकदर्शक बना सब कुछ देख रहा है।

पट्टे के सीमांकन से बाहर किया जा रहा बालू का उठान

आरोप यह भी लग रहे हैं कि यहाँ पट्टे के सीमांकन से लगभग एक किलोमीटर दूर से बालू का उठान किया जा रहा है। यह सारा काम जिला प्रशासन, खनिज विभाग एवं टहरौली प्रशासन की जानकारी में हो रहा है क्योंकि खनन का पट्टा सरकार के निर्देश पर जिला प्रशासन ने ही दिया है। ऐसे में सरकार, खनिज विभाग और स्थानीय टहरौली प्रशासन पूरी तरह से आंखें मूंदे हुए है।

सुप्रीम कोर्ट एवं एनजीटी के निर्देशों को ताक पर रख कर हो रहा बालू खनन

सुप्रीम कोर्ट एवं एनजीटी के सभी दिशा-निर्देशों को ताक पर रखते हुए बालू खनन के लिए बेतवा नदी की धारा में लिफ्टरों, जेसीबी मशीन और पोकलैंड मशीनों का प्रयोग किया जा रहा है जबकि ठेका देते समय ही किए गए अनुबंध में स्पष्ट रुप से यह उल्लिखित होता है कि नदी की धारा में किसी भी मशीन द्वारा बालू का खनन नहीं किया जा सकता। बावजूद इसके दो लिफ्टरों, तीन पोकलैंड मशीनों, एवं एक जेसीबी मशीन के जरिए खनन का काम बदस्तूर जारी है। यह सब हो रहा है झाँसी जिले की टहरौली तहसील के कल्याणपुरा बालू घाट पर। वीडियो में साफ-साफ देखा जा सकता है कि किस तरह से सरेआम सभी नियमों, दिशा निर्देशों की धज्जियाँ उड़ाते हुए नदी की धारा में लिफ्टरों, पोकलैंड मशीनों और जेसीबी मशीन के द्वारा बालू खनन का काम जारी है। सवाल यह भी है कि यह खनन वैध है या अवैध है इसकी जांच करने वाला भी कोई नहीं है क्योंकि जब सभी दिशा निर्देशों को ताक पर रख दिया गया हो तो वैध और अवैध का सवाल कौन उठा सकता है। जाहिर तौर पर जिला प्रशासन, खनिज विभाग एवं स्थानीय टहरौली प्रशासन की लापरवाही प्रदेश सरकार के दावों पर पानी फेर रही है।

कल्याणपुरा में सत्तादल के नेताओं का मिला हैं शेयर

कल्याणपुरा में जिस तरह से बालू खनन किया जा रहा है, उससे लगता हैकि सत्तादल नेताओं का यहां पर शेयर जरुर हैं इसलिए पुलिस और प्रशासन के अफसरों की आंखों में धूल झोंककर खुले आम बालू खनन किया जा रहा है। यही नहीं, कई किसानों के खेत तक बर्बाद कर दिए गए हैं। इसको लेकर स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश व्याप्त है। यह कारोबार दिल्ली और भोपाल एजेंसी के ठेकेदारों द्वारा करवाया जा रहा है।

इनका कहना है

ज्येष्ठ खान अधिकारी भागवत प्रसाद यादव ने कहा कि किसी भी सूरत में बालू घाट पर लिफ्टरों एवं पोकलैंड मशीनों का उपयोग बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। उन्होंने कहा कि कल्याणपुरा बालू घाट पर छापा मारकर कठोरतम कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट एवं एनजीटी के नियमों का कठोरता से पालन करवाया जायेगा।

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