Jhansi News: वीरांगना लक्ष्मीबाई झाँसी स्टेशन पर किशोरी से छेड़छाड़ का मामला, जीआरपी के दो सिपाही निलंबित
Jhansi News: इस मामले को एसपी रेलवे ने गंभीरता से लिया और दोनों को निलंबित कर दिया है। साथ ही आरपीएफ कमांडेंट को आरपीएफ जवान के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए पत्र लिखा है।
Jhansi News: प्लेटफार्म व स्टेशन परिसर में ड्यूटी कर रहे आरपीएफ व जीआरपी जवान काफी लापरवाह साबित हो रहे हैं। छोटी या बड़ी वारदात छिपाना इनका उद्देश्य बन गया है। मारपीट व बलात्कार जैसी घटना होने के बाद भी अफसरों को सूचना नहीं दी जा रही हैं। ऐसा ही मामला वीरांगना लक्ष्मीबाई झाँसी स्टेशन पर प्रकाश में आया है। किशोरी के साथ हुई छेड़छाड़ की घटना की सूचना संबंधित सिपाहियों ने अपने अफसरों को नहीं दी है। इस मामले को एसपी रेलवे ने गंभीरता से लिया और दोनों को निलंबित कर दिया है। साथ ही आरपीएफ कमांडेंट को आरपीएफ जवान के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए पत्र लिखा है।
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मालूम हो कि उन्नाव निवासी एक किशोरी अपने ग्यारह साल के भाई के साथ घर छोड़कर झाँसी आ गई थी। वह रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर दो पर फुट ओवरब्रिज के नीचे वह सो रही थी। इसी बीच वहां पहुंचे एक युवक चित्रा चौराहे के पास रहने वाले जीतू ने उसके साथ दुष्कर्म की कोशिश की थी। इसी बीच वहां से गुजर रहे एक युवक की नजर जीतू पर पड़ गई थी। उसने उसे गलत काम करने से रोका था। इसे लेकर आरोपी और युवक के बीच विवाद हुआ । नौबत हाथापाई तक पहुंच गई थी। घटना में आरोपी के हाथ में और बचाने वाले युवक के सिर में चोट आई थी। मौके पर पहुंची जीआरपी के दो सिपाहियों ने बीच बचाव किया था। जबकि, आरपीएफ का सिपाही आरोपी और दूसरे युवक को थाने तक ले आया था। लेकिन, बाद में दोनों को छोड़ दिया था। तीनों सिपाहियों ने अपने अधिकारियों को भी घटना की जानकारी नहीं दी थी। इस लापरवाही पर जीआरपी के एसपी मुहम्मद मुस्ताक ने जीआरपी थाने में तैनात सिपाही प्रदीप कुमार व सौरभ सिंह को निलंबित कर दिया है। इसके अलावा आरपीएफ सिपाही पर कार्रवाई के लिए कमांडेंट को पत्र भेजा गया है। बताते हैं कि प्लेटफार्म या स्टेशन परिसर में जीआरपी व आरपीएफ के जवानों द्वारा ड्यूटी में काफी लापरवाही बरती जा रही हैं। इसके पहले भी कई वारदात हो चुकी हैं मगर सूचना अधीनस्थ अफसरों को नहीं दी जा रही है।
वीरांगना लक्ष्मीबाई झाँसी स्टेशन बना पागलों का अड्डा
वीरांगना लक्ष्मीबाई झाँसी रेलवे स्टेशन इस समय पागलों का अड्डा बन गया है। इसी तरह के पागल पूर्व में कई तरह की वारदात कर चुके हैं। इसके बावजूद रेलवे अफसर, जीआरपी व आरपीएफ के अफसर सक्रिय नहीं हो सके हैं। सक्रियता न होने के चलते वीरांगना लक्ष्मीबाई झाँसी स्टेशन पर इस तरह की वारदातें होना आम बात हो गई है। बताते हैं कि प्लेटफार्म नंबर एक से लेकर छह तक प्लेटफार्मों पर पागल व अराजक तत्व सोते नजर आते हैं। इसी तरह स्टेशन परिसर में बने सुलग शौचालय के पास गलत काम करने वाली महिलाओं को जमघट बना रहता हैं। रात 8 से 11 बजे तक महिलाएं वहां नजर आती है। ग्राहक आता ही टूसीटर या रेलवे क्षेत्र में रफू चक्कर हो जाती है।
एसपी रेलवे ने कहा, सुधर जाओ, वरना कार्रवाई होगी
पुलिस अधीक्षक रेलवे मोहम्मद मुस्ताक ने जीआरपी अनुभाग के अपराध की समीक्षा की। समीक्षा के दौरान उन्होंने अपने अधीनस्थ अफसरों से स्पष्ट कहा है कि इस तरह की वारदातें होना गलत हैं। एेसी वारदातों पर पूरी तरह से अंकुश लगाया जाएगा। प्लेटफार्म व स्टेशन परिसर में सघन चेकिंग अभियान चलाया जाए। अभियान में अराजक तत्वों को स्टेशन परिसर से खदेड़ा जाएगा। इसके बावजूद नहीं मानते है तो गिरफ्तार कर जेल भेजा जाए। उन्होंने प्रभारी निरीक्षकों से कहा कि ड्यूटी करने वाले जवानों से कह दें कि अगर कोई छोटी या बड़ी वारदात हो तो तत्काल सूचना अधिकारियों तक दी जाए। इस तरह की सूचनाएं छिपाई न जाए।