Jhansi News: इस बार खाली रहेंगे सरकारी गेहूं के गोदाम, किसानों ने खरीद केंद्रों में नहीं ली रुचि
Jhansi News: सरकार द्वारा गेहूं का समर्थन 2275 रुपए निर्धारित किया गया पर बाजार में व्यापारी इससे कहीं अधिक कीमत यानि 2400 से 2500 रुपये प्रति कुंतल की दर से खरीद रहे थे
Jhansi News: पिछले ढाई माह में जनपद के किसानों से 25 हजार मीट्रिक टन गेहूं की खरीदारी हो सकी है। जबकि लक्ष्य 99 हजार मीट्रिक टन का है। इस लक्ष्य को 15 जून तक पूरा करना है, जोकि संभव दिखाई नहीं दे रहा है। ऐसे में लगभग एक चौथाई खरीद होने से इस बार सरकारी गोदाम जिनकी भंडारण क्षमता 1 लाख मीट्रिक टन है उनके खाली रहने की संभावना है।
मालूम हो कि सरकार द्वारा गेहूं का समर्थन मूल्य जारी करते हुए झांसी जनपद में गेहूं की खरीद के 78 केंद्र खोले। सरकार द्वारा गेहूं का समर्थन 2275 रुपए निर्धारित किया गया। साथ ही गेहूं की खरीद प्रारंभ की गई। पर बाजार में व्यापारी इससे कहीं अधिक कीमत यानि 2400 से 2500 रुपये प्रति कुंतल की दर से खरीद रहे थे। साथ ही किसान के घर जाकर पैसा देकर गेहूं ला रहे थे। इस स्थिति में सरकारी क्रय केंद्रों पर ज्यादातर किसानों न तो रुचि ली और न ही अपना रजिस्ट्रेशन कराया। इन हालातों में खरीद अवधि में सरकारी क्रय केंद्रों पर किसानों का टोटा रहा। ज्ञात हो कि जिले में 15 मार्च से खरीदारी शुरू हुई थी जोकि 15 जून तक की जानी है। ऐसे में सरकार द्वारा दिए गए 99 हजार मेट्रिक टन के लक्ष्य को पूरा कर पाना संभव नहीं दिखाई दे रहा है।
किसान भी खरीद रहा सरकारी राशन में 2 रुपए किलो गेहूं
सरकार द्वारा 2275 रुपए प्रति कुंतल समर्थन मूल्य की दर से खरीदा गया गेहूं मात्र दो रुपए प्रति किलोग्राम यानि 200 रुपए कुंतल की दर से देती है। यानि सरकार एक कुंतल गेहूं पर दो हजार 45 रुपए का घाटा सहन करती है। मजे की बात तो यह है कि सरकार को 2275 रुपए प्रति कुंतल यानि 22 रुपए 75 पैसे प्रति किलो की दर से गेहूं बेचने वाले किसान सरकारी राशन की दुकान से वही गेहूं मात्र दो रुपए प्रति किलो से खरीदते हैं। साथ ही सरकार से सम्मान निधि सहित तमाम योजनाओं और सब्सिडी का लाभ लेते हैं। ऐसे में किसान सरकार से हर तरफ से लाभ ले रहे हैं परंतु जब गेहूं सरकारी केंद्र पर बेचने की हो तो ज्यादार किसान बाजार का रुख कर लेते हैं।
खरीद हुई महज 25 हजार मीट्रिक टन
झांसी जनपद में पूरी खरीद सीजन में 99 हजार मीट्रिक टन गेहूं की खरीद का लक्ष्य दिया गया था। इसके सापेक्ष अब तक 25 हजार 625 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद हो सकी है।