Jhansi : हरित ऊर्जा के प्रयोग से रेलवे का बच रहा धन, दिसंबर माह में 3.74 Cr रुपए की बचत
Jhansi News: डीजल की खपत में आई कमी के साथ ही तकनीक का उपयोग एवं उचित प्रबंधन से डीजल इस्तेमाल में कमी आई है। डीजल की खपत में कमी के चलते कार्बन उत्सर्जन में भी गिरावट आती है।
Jhansi News: झांसी रेल मंडल के प्रबंधक दीपक कुमार सिन्हा के दिशा-निर्देशन में निरंतर हरित ऊर्जा (Green Energy) के उपयोग को बढ़ावा दे रहा है, जिससे कार्बन उत्सर्जन को प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से कम किया जा रहा है। इसके साथ ही हरित ऊर्जा के माध्यम से राजस्व की बचत की जा रही है।
मंडल द्वारा माह वर्तमान वित्तीय वर्ष 2023-24 में अप्रैल से दिसम्बर तक डीजल की कम खपत से 08.16 करोड़ रुपए के राजस्व की बचत की जा चुकी है। वहीं, वर्तमान वित्तीय वर्ष 2023-24 में दिसम्बर माह में हाई स्पीड डीजल खपत में कमी से 97.05 लाख रुपए के रेल राजस्व की बचत की गयी है।
साल भर में डीजल खपत में 26.26% की कमी
इसी तरह दिसम्बर 2023 में 528 किलोलीटर हाई स्पीड डीजल का उपयोग हुआ, जबकि दिसम्बर 2022 में इसी अवधि के दौरान 716 किलोलीटर डीजल का उपयोग हुआ था। इस प्रकार दिसम्बर माह में पिछले वर्ष की तुलना में डीजल खपत में रिकॉर्ड 26.26 प्रतिशत की कमी हुई है। यह बचत डीजल के स्थान पर बिजली के अधिकतम उपयोग से संभव हो सकी है।
ग्लोबल वार्मिंग की रोकथाम में सहायक
डीजल की खपत में आई कमी के साथ ही तकनीक का उपयोग एवं उचित प्रबंधन से डीजल इस्तेमाल में कमी आई है। डीजल की खपत में कमी के चलते कार्बन उत्सर्जन में भी गिरावट आती है, जो पर्यावरण को हरित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। साथ ही, ग्लोबल वार्मिंग की रोकथाम में सहायक है।
धन के साथ ऊर्जा की बचत
इसी प्रकार झांसी मंडल द्वारा वर्तमान वित्तीय वर्ष 2023-24 दिसम्बर माह में आधुनिक तकनीक के थ्री फेज़ लोकोमोटिव (रेल इंजन) के उपयोग से 62,14,700 यूनिट बिजली की बचत की गई जिससे रुपए 3,74,74,641 करोड़ रुपए के रेल राजस्व की बचत की गयी है। 3 फेज इंजन होने की वजह से इसमें रि-जनरेटिव ब्रेकिंग भी होता है, जिसकी वजह से ब्रेकिंग में लगने वाली उर्जा एकत्रित होकर पुनः इंजन को प्राप्त हो जाती है। साथ ही, ऊर्जा की बचत होती है।