Jhansi News: जायद मौसम में कद्दूवर्गीय सब्जियों की कीड़ों से करें सुरक्षा
Jhansi News: कद्दू वर्गीय सब्जियों में सबसे ज्यादा लाल भृंग व फल मक्खी कीट की समस्या पायी जाती है। लाल भृंग लाल या काले रंग की होती है तथा इसकी मादा मिट्टी में पौधों की जड़ो के पास अंडे देती हैं।
Jhansi News: रानी लक्ष्मी बाई केंद्रीय विश्वविद्यालय, झाँसी के वैज्ञानिकों ने कद्दू वर्गीय सब्जियों की कीड़ो से सुरक्षा की सलाह दी हैं। डॉ. सुन्दर पाल एवं डॉ. अर्जुन लाल ओला ने बताया कि गर्मी की उगायी जाने वाली सब्जियों मे कद्दू वर्गीय सब्जियों का प्रमुख स्थान है। कद्दू वर्गीय सब्जियों में सबसे ज्यादा लाल भृंग व फल मक्खी कीट की समस्या पायी जाती है।
लाल भृंग जोकि लाल या काले रंग की होती है तथा इसकी मादा मिट्टी में पौधों की जड़ो के पास अंडे देती हैं। यह कीट फसल पर अंकुरण के समय सबसे ज्यादा नुकसान पहुॅचाता है। इसके वयस्क, फसल के नये बन रहे पत्तों व फूलों को खाकर पौधों की विकास को रोक देते हैं। फल मक्खी घरेलू मक्खी के समान परन्तु आकार में थोड़ी-सी बड़ी होती है। मादा मक्खियाँ नये बन रहे फूलों व फलों में अंडे देती हैं। इससे प्रभावित फल प्रायः गलने लग जाते हैं और उपयोग लायक नहीं रहते।
सड़ी गोबर की खाद का प्रयोग करें
लाल भृंग के नियंत्रण के लिए, बीज की बुआई के बाद उस जगह को मोटी पन्नी या मच्छरदानी से ढक दें। बीज बुआई के लिए गड्डे में पर्याप्त मात्रा में सड़ी गोबर की खाद का प्रयोग करें। अंकुरण के समय में फसल में पानी लगाये। इससे अंडे नष्ट हो जाते हैं। व्यस्कों को हाथ से पकड़कर नष्ट कर दें।
नीम तेल से 5 प्रतिशत का घोल बनाकर छिड़काव करें
सुबह के समय पौधों पर चूल्हे की राख का भुरकाव करें। नीम तेल से 5 प्रतिशत का घोल बनाकर छिड़काव करें। फल मक्खी के नियंत्रण के लिए, खेत पर पहले नीम तेल (5 प्रतिशत) का छिड़काव करे। फिर गुड़ में थोड़ा पानी मिलाकर उसे ढीला कर ले और उसमे एसिफेट 75 प्रतिशत एस.पी. या क्लोरोपायरीफोस 1-5 प्रतिशत डी.पी. को मिलाकर 20 से 25 बड़ी-बड़ी गोलियाँ बना लें और इसे एक हेक्टेयर खेत में जगह - जगह पर रख दें। खराब हुए फलों को निकाल कर मिट्टी में गहराई पर दबा दें।