Jhansi News: एक दिन के थानेदार की सट्टे के कारोबार को लेकर सिपाहियों से भिड़ंत

Jhansi News: प्रभारी निरीक्षक के जाने के बाद 9 अप्रैल 2024 को एक चौकी इंचार्ज को थानेदार बनाया गया था। थानेदार बनते ही चौकी इंचार्ज ने अपना जलबा दिखाना शुरु कर दिया।

Report :  B.K Kushwaha
Update: 2024-04-20 06:34 GMT

सांकेतिक तस्वीर (सोशल मीडिया)

Jhansi News: एक दिन के लिए थानेदार बने चौकी इंचार्ज की थाने के सिपाहियों से सट्टे के कारोबार को लेकर भिड़ंत हो गई। मुकदमा दर्ज होने के बावजूद लिया गया पैसा सट्टेबाज को वापस करना पड़ा। यही नहीं, थाने के सिपाहियों की महत्वपूर्ण सूचनाएं कानपुर में बैठे सत्तादल से जुड़े नेता के पास भेज दी। इस घटना को लेकर सिपाहियों में काफी आक्रोश व्याप्त है। सूत्रों का कहना है कि अगर एसएसपी साहब, उक्त मामले में गोपनीय जांच करवा लें तो इसमें सामने सब कुछ आ जाएगा।

मालूम हो कि सीपरी बाजार थाना के प्रभारी निरीक्षक जितेंद्र कुमार सिंह दो दिन के लिए लखनऊ में आय़ोजित महत्वपूर्ण बैठक में गए थे। प्रभारी निरीक्षक के जाने के बाद 9 अप्रैल 2024 को एक चौकी इंचार्ज को थानेदार बनाया गया था। थानेदार बनते ही चौकी इंचार्ज ने अपना जलबा दिखाना शुरु कर दिया। बताते हैं कि सट्टा खिलाने के मामले में एक व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। इसकी जानकारी तत्कालीन थानेदार को हुई तो उन्होंने पैसों की डिमांड की। डिमांड को लेकर 25 हजार कैश भी मिल गया। इसी बात को लेकर सिपाहियों व थानेदार के बीच भिड़ंत हो गई। सिपाहियों ने कहा, साहब, यह व्यक्ति पुलिस की मदद करता है, इसका पैसा न लो। इसी बात को लेकर सिपाहियों व थानेदार के मध्य विवाद शुरु हो गया। काफी देर तक कहासुनी हुई। इसी दौरान थानेदार को सट्टेबाज का पैसा वापस करना पड़ा। तभी थानेदार की सिपाहियों से नाराज हो गया।

बताते हैं कि उक्त थानेदार ने झांसी के एक संगठन नेता से सीपरी बाजार के सिपाहियों के बारे में विचार विमर्श किया। कहा कि इस तरह के सिपाही रहेंगे तो काम नहीं कर पाएंगे क्योंकि सरकार अपनी है। सरकार होने के बावजूद काम नहीं कर पा रहे हैं। इसी बीच उक्त थानेदार ने सिपाहियों के नाम, पता, पीएनओ नंबर समेत महत्वपूर्ण जानकारियां संगठन के नेता को दी। इस संगठन के नेता ने कानपुर में बैठे सत्तादल से जुड़े नेता से फोन पर वार्तालाप की। नाम व नंबर भी दिए गए। इसी बीच कानपुर में बैठे नेता ने झांसी के अफसरों को फोन किया कि झांसी में क्या चल रहा है। पैसा लेकर मुल्जिमों को छोड़ा जा रहा है। यह बात अफसरों को गलत लगी तो उन्होंने तत्काल प्रभाव से सिपाही का तबादला कर दिया। इसको लेकर थाने के सिपाहियों में काफी आक्रोश व्याप्त है। सूत्रों का मानना है कि कोई भी पुलिस अफसर अगर गोपनीय तरीके से जांच कर लें तो इसमें थानेदार व सिपाहियों में कौन गलत है उसकी पोल खुल जाएगी। 


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