Jhansi News: बहू से परेशान ससुर ने ट्रेन से कटकर दे दी जान, तीन माह पहले हुई थी शादी

Jhansi News: आए दिन बहू से हो रही चिक-चिक से परेशान ससुर ने झाँसी-कानपुर रेलवे लाइन पर जाकर ट्रेन से कटकर आत्महत्या कर ली। इसकी सूचना पुलिस को दी गई।

Update:2023-08-22 20:28 IST
(Pic: Newstrack)

Jhansi News: मैं सबके लिए खाना नहीं बना सकती हूं, चार लाख दो अलग रहूंगी। आए दिन बहू से हो रही चिक-चिक से परेशान ससुर ने झाँसी-कानपुर रेलवे लाइन पर जाकर ट्रेन से कटकर आत्महत्या कर ली। इसकी सूचना पुलिस को दी गई। सास ने बहू व बहू के परिजनों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया।

सबके लिए नहीं बना सकती खाना

कोतवाली थाना क्षेत्र स्थित बाहर उन्नावगेट मोहल्ले में कालीचरण परिवार समेत रहता था। सोमवार की सुबह वह दवा लेने चला गया था। इसके बाद कालीचरण वापस नहीं लौटा। बाद में पता चला कि रेलवे लाइन पर कालीचरण ने आत्महत्या कर ली। जानकारी मिलते ही घर के सदस्य वहां पहुंचे और पुलिस को पूरी जानकारी दी। बताया गया कि कालीचरण के छोटे बेटा आकाश की शादी 2 मई 2023 को शिवपुरी निवासी रोशनी से हुई थी। शादी के एक दो दिन बीत जाने के बाद रोशनी ने अपने तेवर दिखाना शुरु कर दिए और घर में लड़ाई झगड़ा करने लगी। वह कहती है में सभी का खाना नहीं बना सकती। वो सिर्फ पति के लिए खाना बनाएगी। जेठ और जितेंद्र को अलग करने के लिए झगड़ा करती थी। परिवार वाले भी रोशनी का साथ देते हुए और फोन कर कालीचरण को धमकाते थे। रोजाना के गृहक्लेश के चलते सात दिन पहले कालीचरण का बड़ा बेटा परिवार को लेकर किराए पर रहने चला गया।

चार लाख दो अलग रहूंगी

परिजनों का कहना है कि रोशनी के मायके वाले फोन कर कालीचरण को धमकाते थे। मायके पक्ष के लोग चाहते थे कि रोशनी और उसका पति करैरा में रहें। इसके लिए चार लाख रुपयों की डिमांड की जा रही थी। 20 अगस्त को मायके पक्ष के चार लोग झाँसी आए और डरा धमकाकर दो लाख रुपया ले गए थे। धमकी दी कि 21 अगस्त को रोशनी को पूरे जेवर पहनाकर दो लाख रुपए देकर भेज देना। नहीं तो दहेज प्रताड़ना के केस में फंसा देंगे। यह बात सुनते ही कालीचरण तनाव में आ गया था। इस मामले में मृतका की पत्नी ने कोतवाली में लिखित तहरीर देते हुए बहू व बहू के परिजनों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया। पुलिस ने बहू के पिता को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरु कर दी है।

Jhansi News: 9 वें राष्ट्रमंडल संसदीय संघ भारत क्षेत्र सम्मेलन हुआ आयोजित

Jhansi News: उदयपुर (राजस्थान) में 9 वें राष्ट्रमंडल संसदीय संघ भारत क्षेत्र सम्मेलन आयोजित किया गया। सम्मेलन का उद्घाटन लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने किया। बैठक का शुभारम्भ लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला की अध्यक्षता में हुआ। राष्ट्रमंडल संसदीय संघ की स्थापना 1911 में हुई थी एवं 1948 में इसका वर्तमान स्वरूप अस्तित्व में आया। वर्तमान में 180 से अधिक विधान मण्डल इसके सदस्य हैं और भौगोलिक दृष्टि से यह 9 अलग-अलग क्षेत्रों में बंटा है।

सम्मेलन में "डिजिटल युग में लोकतंत्र और सुशासन को सुदृढ़ करना" विषय पर तथा डिजिटल सशक्तिकरण के माध्यम से सुशासन को प्रोत्साहित करने में जन प्रतिनिधियों को और अधिक प्रभावी/कुशल कैसे बनाया जाए एवं लोकतांत्रिक संस्थाओं के माध्यम से राष्ट्र को सुदृढ़ करने में जन प्रतिनिधियों की भूमिका पर विचार मंथन किया गया। सम्मेलन के दौरान सभी ने अपने विचारों को साझा किया। सम्मलेन में राष्ट्रमंडल संसदीय संघ द्वारा विश्वभर में किए जा रहे कार्यों पर प्रकाश डाला गया और वर्तमान में इसकी प्रासंगिकता पर भी बात की गयी। 9 वें राष्ट्रमंडल संसदीय संघ भारत क्षेत्र सम्मलेन में झाँसी-ललितपुर संसदीय क्षेत्र के सांसद अनुराग शर्मा सी.पी.ए. के कोषाध्यक्ष के रूप में सम्मिलित हुए। सीपीए के कोषाध्यक्ष एवं झाँसी-ललितपुर संसदीय क्षेत्र के सांसद अनुराग शर्मा ने बताया कि राष्ट्रमंडल संसदीय संघ द्वारा निरंतर लोकतंत्र को सुदृढ़ करने की दिशा में कार्य किया जा रहा है।

बताते चलें कि 9 वें सीपीए भारत क्षेत्र सम्मेलन में कुल दो सत्र हुए। प्रथम सत्र में डिजिटल सशक्तिकरण, गुड गवर्नेंस की दिशा में जनप्रतिनिधियों के कौशल को और अधिक बेहतर बनाने और वर्तमान युग की चुनौतियों में जनप्रतिनिधित्व जैसे विषयों पर चर्चा हुई। इसी प्रकार दूसरे सत्र में लोकतान्त्रिक संस्थाओं के माध्यम से देश को मजबूत करने में जनप्रतिनिधियों की भूमिका पर चर्चा हुई। सम्मेलन में सांसदों ने एक संकल्प भी पारित किया, जिसमें उन्होंने लोकतंत्र की मजबूती, सतत विकास, जलवायु परिवर्तन, महिला सशक्तिकरण, शिक्षा, स्वास्थ्य, अर्थव्यवस्था और सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर सहयोग करने का संकल्प लिया।

सम्मेलन में उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़, राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला, राज्य सभा के उप सभापति हरिवंश नारायण सिंह, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, सहित कई गणमान्य शामिल हुए। बताते चलें कि सम्मलेन में 17 विधानसभा अध्यक्ष, 13 विधानसभा उपाध्यक्ष, 3 विधानपरिषद सभापति और 5 विधानपरिषद उपसभापति सहित कुल डेलीगेट्स की संख्या 46 है। इस दौरान राष्ट्रमंडल संसदीय संघ के मुख्यालय लंदन से अध्यक्ष एवं सचिव भी सम्मेलन में शामिल हुए।

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