न्यायमूर्ति ने बनाया रिकार्ड, सबसे अधिक फैसला कर नया कीर्तिमान किया स्थापित

न्यायमूर्ति सुधीर अग्रवाल एशिया के सबसे अधिक मुकदमे तय करने वाले न्यायाधीश बन गये हैं। 23अप्रैल 2020को सेवा अवकाश लेने तक न्यायमूर्ति अग्रवाल ने एक लाख चालीस हजार साठ मुकदमे तय कर कीर्तिमान स्थापित किया।

Update: 2020-04-23 13:55 GMT

इलाहाबाद: इलाहाबाद हाईकोर्ट के वरिष्ठ न्यायमूर्ति सुधीर अग्रवाल एशिया के सबसे अधिक मुकदमे तय करने वाले न्यायाधीश बन गये हैं। 23अप्रैल 2020को सेवा अवकाश लेने तक न्यायमूर्ति अग्रवाल ने एक लाख चालीस हजार साठ मुकदमे तय कर कीर्तिमान स्थापित किया।

एक लाख चालीस हजार साठ मुकदमों का कीर्तिमान

बृहस्पतिवार को उन्हें मुख्य न्यायाधीश गोविन्द माथुर की अध्यक्षता में फुलकोर्ट फेयरवेल में भावभीनी विदाई दी गयी। न्यायमूर्ति ने देश के कई बड़े फैसले देकर ये कीर्तिमान अपने नाम किया है जिसको लेकर वो काफी चर्चा में भी रहे है।

कई महत्वपूर्ण फैसले दिये

न्यायमूर्ति अग्रवाल ने अयोध्या राम जन्म भूमि विवाद, ज्योतिष पीठ शंकराचार्य विवाद,प्राइमरी स्कूलो की दशा सुधारने के लिए नेताओ व ब्यूरोक्रेट के बच्चो को इन स्कूलों में पढाना अनिवार्य करने, प्रदर्शन के दौरान संपत्ति की भरपाई करने, शंकरगढ रियासत से 45गावों को मुक्त करने, एडेडअल्पसंख्यक विद्यालयों में लिखित परीक्षा से अध्यापक भर्ती प्रक्रिया वैध करार देने, जैसे कई महत्वपूर्ण फैसले दिये।

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न्यायमूर्ति सुधीर अग्रवाल का जन्म फीरोजाबाद में हुआ। इलाहाबाद उच्च न्यायालय में राज्य सरकार के अपर महाधिवक्ता रहे।5अक्तूबर 2005को न्यायमूर्ति बने ।10अगस्त 2007को,स्थायी न्यायमूर्ति बने और 23अप्रैल 2020को सेवा अवकाश ग्रहण किया।

रिपोर्ट: मनीष वर्मा

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