कमलेश तिवारी मर्डर में बड़ा खुलासा, ऐसे की गई थी हत्या

जानकारी के अनुसार अशफाक नाम के व्यक्ति ने सोशल मीडिया पर रोहित सोलंकी नाम से इसी साल जून में एक फेक अकाउंट बनाया था। वारदात वाले दिन 18 अक्टूबर को कमलेश और रोहित की मुलाकात पहले से तय थी।

Update:2019-10-21 11:58 IST

सूरत: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में हुए हिंदू नेता कमलेश तिवारी की हत्या मामले हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं। इस हत्याकांड मामले की जांच कर रही गुजरात एंटी टेरेरिस्ट स्क्वाड (एटीएस) ने बताया कि आरोपियों ने कमलेश तिवारी को मारने से पहले रोहित सोलंकी नाम से फर्जी फेसबुक अकाउंट के जरिए उनसे दोस्ती बनाया था।

एटीएस के मुताबिक सुनियोजित तरीके से सबसे पहले फेसबुक पर एक फेक अकाउंट बनाकर कमलेश तिवारी से दोस्ती की गई फिर उसे अपने विश्वास में लिया। आरोपियों ने कमलेश के संगठन को ज्वाइन करने की बात कही थी और मीटिंग के लिए भी प्लान किया था।

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जानकारी के अनुसार अशफाक नाम के व्यक्ति ने सोशल मीडिया पर रोहित सोलंकी नाम से इसी साल जून में एक फेक अकाउंट बनाया था। वारदात वाले दिन 18 अक्टूबर को कमलेश और रोहित की मुलाकात पहले से तय थी।

इस बीच संदिग्ध हत्यारे शाहजहांपुर में दिखाई दिए हैं। जिसके बाद एसटीएफ ने होटलों और मदरसों के मुसाफिरखानो में ताबड़तोड़ छापेमारी शुरू कर दी है। सीसीटीवी फुटेज में संदिग्ध दिखाई दिए हैं। फिलहाल एसटीएफ शाहजहांपुर में डेरा जमाए हुए है और सख्ती से आरोपियों की तलाश में जुटी है. सूत्रों की मानें तो कमलेश तिवारी की हत्या के संदिग्ध हत्यारे लखीमपुर जिले के पलिया से इनोवा गाड़ी बुक करा कर शाहजहांपुर पहुंचे थे।

डीजीपी ओपी सिंह ने कही ये बात

बता दें कि इससे पहले उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह ने भी अपने प्रेस कांफ्रेंस में ये बताया था कि आरोपी पहले से तिवारी को अच्छे से जानते थे तभी वे उनके घर पर वे करीब 30 मिनट तक रुके थे। वे उन्हें मिठाई का डब्बा देने के बहाने से उनके घर पर आए थे।

कमलेश तिवारी हत्याकांड पर काफी बारीकी से पुलिस काम कर रही-डीजीपी

पुलिस सभी पहलुओं को देखकर आगे बढ़ रही-डीजीपी

महाराष्ट्र, गुजरात, हरियाणा, अंबाला या फिर यूपी हम सभी पहलुओं को देख रहे हैं किसी भी संभावना को नकार नहीं रहे-डीजीपी

हमारा सभी राज्य के पुलिस प्रमुखों से संपर्क-डीजीपी

कल हमने डीजीपी कर्नाटका, डीजीपी महाराष्ट्र, डीजीपी गुजरात से कल बात हुई-डीजीपी

हम सभी सूचनाओं का विश्लेषण कर रहे हैं किसी पहलू से इनकार नहीं कर रहे हैं-डीजीपी

कमलेश तिवारी हत्याकांड में यूपी का भी कनेक्शन और बाहर का भी कनेक्शन-डीजीपी

बिजनौर के मौलानाओं से लगातार पूछताछ चल रही है-डीजीपी

गुजरात से गिरफ्तार हुए तीन मौलाना

डीजीपी सिंह ने कहा कि कमलेश तिवारी की हत्या पूरी तरह से एक आपराधिक करतूत है। 24 वर्षीय मौलाना मोहसिन शेख, 23 वर्षीय खुर्शीद अहमद पठान और 21 वर्षीय फैजान तीनों आरोपी को गुजरात और यूपी पुलिस की ज्वाइंट टीम के द्वारा सूरत से गिरफ्तार कर लिया गया है। बाद में अहमदाबाद कोर्ट ने तीनों आरोपियों को इस मामले में 72 घंटे की ट्रांजिट रिमांड पर लिया है। आज इनसे पूछताछ की जायेगी। इसके साथ ही बिजनौर के भी मौलाना से पूछताछ जारी है।

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गौरतलब है कि बीते शुक्रवार को लखनऊ के हिंदू महासभा के पूर्व नेता कमलेश तिवारी को उनके ही आवास पर गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। उन्हें फौरन अस्पताल ले जाया गया जहां उनकी मौत हो गई। गोली मारने के बाद अपराधी वहां से फरार होने में कामयाब हो गए थे।

इस मर्डर मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित गई थी। पुलिस के मुताबिक 2015 में तिवारी के द्वारा पैगंबर मोहम्मद पर दिए गए आपत्तिजनक बयान के कारण ये हत्या की गई।

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