Kannauj News: भारत बंद पर बसपा सहित कई पार्टियों ने किया प्रदर्शन, सौंपा ज्ञापन
Kannauj News: नेशनल कॉन्फेडरेशन ऑफ दलित एंड आदिवासी ऑर्गेनाइजेशन्स ने सरकार से अनुरोध किया है कि इस फैसले को खारिज किया जाए क्योंकि यह अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों के संवैधानिक अधिकारों के लिए खतरा है।
Kannauj News: आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले के विरोध में 'आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति' ने एक दिवसीय भारत बंद का आयोजन किया। दलित और आदिवासी संगठनों के भारत बंद को बसपा, सपा, आजाद समाज पार्टी ने समर्थन किया हुआ है।। आपको बता दें, कि 1 अगस्त को, भारत के मुख्य न्यायाधीश, डीवाई चंद्रचूड़ की सात-न्यायाधीशों की पीठ ने 6:1 के बहुमत से फैसला सुनाया कि राज्यों द्वारा अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों के आगे उप-वर्गीकरण की अनुमति दी जा सकती है ताकि इनमें अधिक पिछड़ी जातियों के लिए कोटा सुनिश्चित किया जा सके। इसी के तहत आज दलित समाज के अलग अलग संगठनों के लोगों ने मिलकर एक साथ जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर धरना प्रदर्शन किया। इसके साथ ही उन्होंने कई मांगों को राष्ट्रपति संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी शुभ्रान्त शुक्ला को सौंपा हैं।
नेशनल कॉन्फेडरेशन ऑफ दलित एंड आदिवासी ऑर्गेनाइजेशन्स ने सरकार से अनुरोध किया है कि इस फैसले को खारिज किया जाए क्योंकि यह अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों के संवैधानिक अधिकारों के लिए खतरा है। संगठन एससी, एसटी और ओबीसी के लिए आरक्षण पर संसद द्वारा एक नये कानून को पारित करने की भी मांग कर रहा है जिसे संविधान की नौवीं सूची में समावेश के साथ संरक्षित किया जाए।
समिति ने सभी प्रतिष्ठानों से बंद का आह्वान किया है, लेकिन अब तक यह साफ नहीं है कि बाजार बंद रहेंगे या नहीं। बाजार समितियों की तरफ से बंद को लेकर कोई पुष्टि नहीं हुई थी। स्कूल और कॉलेज खुले रहे। पब्लिक ट्रांसपोर्ट के चलते छात्रों की अटेंडेंस में कमी आई है। वहीं सरकारी दफ्तर और बैंकों का काम सामान्य रूप से जारी रहा। स्टाफ में कमी और सुरक्षा व्यवस्था में इजाफा होने के कारण कुछ सेवाएं प्रभावित रही।