Kanpur Dehat: प्राइवेट विद्यालय संचालक मुनाफे के चलते पीले वाहनों के नियमों का कर रहे उल्लंघन
Kanpur Dehat: प्राइवेट विद्यालय संचालक मोटे मुनाफे कमीशन के चलते सरकार के नियमों को मानने से इंकार कर रहे हैं। प्राइवेट वाहनों में बिना सुरक्षा उपकरणों के बच्चों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ कर रहे
Kanpur Dehat: कानपुर देहात (Kanpur Dehat) उत्तर प्रदेश में योगी सरकार (Yogi Governmant) नई शिक्षा नीति (new education policy) को जहां लागू कर रही है। वहीं, प्राइवेट विद्यालयों में लगे हुए वाहनों के ऊपर भी नए नियम डाले गए हैं जिसके तहत पीली वाहन विद्यालय में होना सुनिश्चित किया गया है, लेकिन प्राइवेट विद्यालय संचालक मोटे मुनाफे कमीशन के चलते सरकार के नियमों को मानने से इंकार कर रहे हैं और अपनी अपने मन मुताबिक प्राइवेट वाहनों को लगाकर बिना सुरक्षा उपकरणों के बच्चों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ कर रहे उनके आगे सरकार के नियम कागजों में लिखे गए रद्दी के समान है।
स्कूलों में जागरूक करने का किया जा रहा कार्य
बताते चलें कि सड़क सुरक्षा जीवन रक्षा अभियान के अंतर्गत स्कूलों में जागरूक करने का कार्य किया जा रहा। परंतु उसके बावजूद आज भी प्राइवेट वाहनों से ज्यादा से ज्यादा बच्चे भर कर विद्यालय अपनी मनमानी करते दिखाई दे रहे हैं, जिसमें आज कानपुर देहात (Kanpur Dehat) के सिकंदरा तहसील क्षेत्र (Sikandra Tehsil Area) के साथ इन बुजुर्ग गांव में स्थित मां संतोषी टेक्निकल एवं औद्योगिक इंटर कॉलेज (Maa Santoshi Technical & Industrial Inter College) के प्रबंधक मनोज त्रिपाठी (Manager Manoj Tripathi) के द्वारा एक इको गाड़ी में 22 बच्चों को भर कर ट्राफिक के नियमों को ठेंगा दिखाकर घर भेजा जा रहा था, जिसकी तस्वीरें साफ तौर पर दिखाई दे रही>
विद्यालय में प्राइवेट वाहनों ज्यादा से ज्यादा वाहन में भरते हैं बच्चे: प्रबंधक
वहीं, इस बाबत जब प्रबंधक मनोज त्रिपाठी (Manager Manoj Tripathi) से बात की तो उन्होंने बताया कि उनके पास गाड़ियां ना होने के चलते वह अपने विद्यालय में प्राइवेट वाहनों का प्रयोग करते हैं, जिसकी वजह से वह ज्यादा से ज्यादा बच्चे वाहन में भरते हैं।
विद्यालय के कृत्य कार्य को निगरानी में रखते हुए उन पर कार्रवाई की जाएगी: ARTO
इस बाबत एआरटीओ प्रवर्तन सोम लता यादव (ARTO Enforcement Som Lata Yadav) से बात की गई तो उन्होंने बताया की विद्यालय द्वारा किए जा रहे इस कृत्य कार्य को निगरानी में रखते हुए उन पर कार्यवाही की जाएगी और मौके पर जाकर गाड़ियों को सीज करवाया जाएगा। उन्होंने बताया की यह कार एक अपराधिक मामला है जो बच्चों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।