अवैध कब्जे का किया था विरोध, पत्रकार को कार से कुचलने की हुई कोशिश

जिसकी लिखित शिकायत चौकी प्रभारी रसधान आनंद शर्मा से करते हुए बताया गया कि उक्त व्यक्तियों द्वारा पत्रकार को जान से मारने का प्रयास किया जा रहा है।

Update: 2020-07-05 10:04 GMT

कानपुर देहात: जहां एक तरफ प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार प्रदेश में रामराज स्थापित किए जाने का दावा कर रही है। वहीं दूसरी तरफ आज भी दबंगों द्वारा गुंडई के बल पर अवैध कब्जे किए जाने की हिमाकत करने के साथ ही विरोध करने पर पत्रकार को जान से मारने का प्रयास किया जा रहा है।

ग्रामीणों व पत्रकार द्वारा की गई अवैध कब्जा करने की शिकायत

सिकंदरा तहसील क्षेत्र के रोहिणी गांव निवासी पत्रकार व अन्य ग्रामीणों ने बीते 10 जून को उप जिलाधिकारी सिकंदरा आरसी यादव से लिखित शिकायत करते हुए बताया था कि गांव में बने पंचायत भवन के सामने स्थित मंदिर परिसर पर पड़ी सरकारी जमीन पर जनपद औरैया निवासी बल्लू मिश्रा पुत्र उदय नारायण, गोपाल पुत्र कुम्मी मिश्रा व उसके तीन से चार अज्ञात चचेरे भाइयों तथा गांव के पूर्व प्रधान दिनेश दुबे की सफर अवैध रूप से दरवाजा लगाकर कब्जा किए जाने की बात कही गई थी।

ये भी पढ़ें- कानपुर खूनी खेल: खादी और खाकी के संरक्षण में पल रहे अपराधी

वही दबंगों द्वारा 20 जून शनिवार की रात उक्त भूमि पर कब्जा किए जाने के उद्देश्य से दबंगई व गुंडई पूर्वक दरवाजा लगाया जा रहा था। जिसकी सूचना पर पहुंची थाना पुलिस द्वारा लगाए जा रहे दरवाजे को गिरा कर बल्लू पुत्र उदय नारायण व सेवानिवृत्त वीडीओ कुम्मी मिश्रा को पकड़ कर थाने ले जाया गया। जबकि अन्य लोग मौके से फरार हो गए थे। जिसकी खुन्नस के चलते बीते शुक्रवार शाम को पत्रकार अश्वनी शुक्ला को उस समय कार से कुचलने की कोशिश की गई।

पत्रकार को मरवाने की कोशिश

जब वह कस्बा रसधन स्थित पेट्रोल पंप पर गांव निवासी युवक सूरत सविता के साथ पेट्रोल डलवा रहा था। तभी कस्बा रसधान की ओर से आई यूपी 79 संख्या की तेज रफ्तार कार ने कुचलने का प्रयास किया। जिसकी कारगुजारी वहां मौजूद सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। वहीं एक व्यक्ति द्वारा बताया गया कि कुछ दिन पूर्व तहसील परिसर में बैठकर उक्त व्यक्तियों के साथ बैठे गांव के कुछ लोगों द्वारा पत्रकार को 100000 रुपए देकर मरवाये जाने की भी बात की जा रही थी।

ये भी पढ़ें- फरार शातिर अपराधी रणजीत सिंह चढ़ा पुलिस के हत्थे, कई महीनों से हो रही थी खोज

जिसकी लिखित शिकायत चौकी प्रभारी रसधान आनंद शर्मा से करते हुए बताया गया कि उक्त व्यक्तियों द्वारा पत्रकार को जान से मारने का प्रयास किया जा रहा है। यदि पत्रकार के साथ कोई अप्रिय घटना घटित होती है। तो उक्त दबंग व्यक्ति इसके जिम्मेदार होंगे। जो आज भी सरकारी भूमि पर अवैध कब्जे को लेकर प्रयासरत हैं। जिसमें गांव निवासी पूर्व प्रधानों की भी भूमिका संदिग्ध नजर आ रही है।

रिपोर्ट- मनोज सिंह

Tags:    

Similar News