Vegetable Seller Suicide Case: IPS ने घूरा तो BJP विधायक बोले-ज्यादा अकड़ ना दिखाइए, सब्जी विक्रेता सुसाइड केस में तीखी नोकझोंक
Vegetable Seller Suicide Case: कानपुर में सब्जी विक्रेता का सुसाइड केस तूल पकड़ रहा है। मौके पर पहुंचे बीजेपी विधायक की आईपीएस अधिकारी से कहासुनी हो गई। जिसका वीडियो सामने आया है।
Vegetable Seller Suicide Case: यूपी के कानपुर में सब्जी विक्रेता का सुसाइड केस अब तुल पकड़ता जा रहा है। इस बीच क्षेत्र के बीजेपी विधायक अभिजीत सिंह सांगा मौके पर पहुंचे, जहां उनकी एक पुलिस अधिकारी (आईपीएस) से नोकझोंक हो गई।
सब्जी विक्रेता ने चौकी इंचार्ज और सिपाही पर प्रताड़ना के गंभीर आरोप लगाते हुए आत्महत्या कर लिया था। सब्जी विक्रेता ने फांसी लगाने से पहले एक वीडियो भी बनाया, जिसमें उसने अपना दर्द बयां किया। वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। पुलिस ने आरोपियों पर एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
इस घटना को लेकर परिवार वालों और स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश है। सूचना मिलते ही भारी पुलिस बल मौके पर पहुंच गया। वहीं बिठूर विधायक अभिजीत सिंह सांगा भी पहले से मौके पर मौजूद थे। तभी बातचीत के दौरान बीजेपी विधायक और आईपीएस अमोल मुरकुट में तीखी नोकझोंक हो गई। जिस पर विधायक अभिजीत सिंह सांगा ने आईपीएस को वहां से चले जाने को कह दिया। घटनाक्रम के बीच पब्लिक ने हूटिंग शुरू कर दी।
विधायक पुलिस की शैली पर उठा रहे थे सवाल
बता दें कि सब्जी विक्रेता की मौत को लेकर विधायक कानपुर पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठा रहे थे। इस पर आईपीएस अमोल मुरकुट ने बीच में टोकते हुए कहा कि आप मुझे व्यक्तिगत क्यों बोल रहे हैं, आप मामले को लेकर बोलिए? जिस पर विधायक ने कहा कि मैं इसलिए कह रहा हूं क्योंकि जनता में पुलिस को लेकर काफी अविश्वास है।
ज्यादा अकड़ ना दिखाइए, हम भी जनप्रतिनिधि हैं
ये सुनते ही आईपीएस उठ खड़े हुए और विधायक को घूरने लगे, जिसे लेकर विधायक ने कहा कि ज्यादा अकड़ ना दिखाइए। हम भी जनता के प्रतिनिधि हैं। आखिर में आईपीएस वहां से उठकर चल देते हैं, तो विधायक कहते हैं कि 'हां जाइए यहां से, चलिए, उठिए, कोई जरूरत नहीं है आपकी... जिसके बाद वहां मौजूद जनता जोर-जोर से शोर मचाने लगती है और आईपीएस को गुस्से में वहां से जाना पड़ता है। वहीं, इस मामले में विधायक ने कहा कि कमिश्नर साहब से हमें विश्वास मिला है कि इस मामले में तत्काल कार्रवाई होगी। एक बार पोस्टमार्टम हो जाए तो विधी सम्मत कार्रवाई होगी। फिलहाल, मुकदमा दर्ज हो गया है।
गौरतलब है कि बीती रात सब्जी विक्रेता सुशील कुमार ने दारोगा और सिपाही की बदसलूकी से आहत होकर सुसाइड कर लिया था। आरोप है कि दारोगा और सिपाही सुशील से ना सिर्फ पैसे छीन लेते थे बल्कि उसके साथ गाली-गलौज भी करते थे। पुलिसवालों की हरकतों से परेशान होकर सब्जी विक्रेता ने फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। इस घटना को लेकर अधिकारियों ने जांच के आदेश दिए हैं।
सबसे हैरानी इस बात की है कि सुशील ने दरोगा की शिकायत सचेंडी थाने में की थी, लेकिन आरोपी दारोगा पर कोई एक्शन नहीं लिया गया। फिलहाल, मृतक के भाई ने चौकी इंचार्ज सत्येंद्र यादव और सिपाही अजय यादव के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है।
ग्रामीण बोले नहीं होती हैं सुनवाई
ग्रामीणों ने कहा इतनी बड़ी घटना हो गई। तो आज आए है। नहीं तो थाने जाओ तो ये साहब भगा देते है। फोन पर कोई शिकायत करनी हो तो फोन उठता नहीं है। मारपीट जैसे मामलों में पीड़ित को भी फसाने की धमकी देकर समझौता करा देते है। पुरा क्षेत्र परेशान है। मृतक ने चौकी प्रभारी की शिकायत की लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई। जिससे आहत होकर बच्चें ने जान दे दी। इनके कारण एक घर का चिराग बुझ गया।