Kanpur News: किदवई नगर अनूसूचित सम्मेलन में सीएम से मिलने पहुंचे फरियादी, शिकायतों में दिखी पुलिस की नाकामी

Kanpur News: योगी जी हमें न्याय चाहिए। बाबू पुरवा थाना भ्रष्ट है। फरहा अहमद उन्हीं के संरक्षण में मस्त हैं। लिखा पोस्टर लेकर मुस्लिम महिला कार्यक्रम में पहुंच गई।

Report :  Anup Pandey
Update: 2023-10-28 16:31 GMT

Kanpur News (Pic:Newstrack)

Kanpur News: बाल्मीकि जयंती के अवसर पर किदवई नगर स्थित अनुसूचित वर्ग सम्मेलन में सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ पहुंचे थे। सीएम योगी आदित्यनाथ कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। तो वहीं दूसरी तरफ पुलिस प्रशासन की शिकायतों को लेकर सीएम से मिलने फरियादी हाथ में ज्ञापन पोस्टर लेकर कार्यक्रम स्थल पहुंचे थे। यह सब देख पुलिस दंग रह गई। और सभी फरियादियों को कार्यक्रम स्थल के बाहर ही रोक लिया। तो वहीं एक महिला कार्यक्रम स्थल में पोस्टर लिखा लेकर पहुंच गई। लेकीन तब तक सीएम निकल चुके थे।

पहला मामला

योगी जी हमें न्याय चाहिए। बाबू पुरवा थाना भ्रष्ट है। फरहा अहमद उन्हीं के संरक्षण में मस्त हैं। लिखा पोस्टर लेकर मुस्लिम महिला कार्यक्रम में पहुंच गई। जहां सिविल पुलिस ने उसके हाथों से पोस्टर छीन कर फाड़ दिया।


दूसरा मामला

चकेरी में किसान हत्या मामले में डॉक्टर प्रिय रंजन आशू का परिवार भी सीएम से मिलने पहुंचा था। जहां पुलिस ने इनको भी कार्यक्रम स्थल के बाहर रोक दिया। वहीं आशू दिवाकर के परिवार के लोग हाथ में पोस्टर लिखा हुआ पकड़े थे। जिसमें लिखा था, योगी जी न्याय करो। आशू पर राजनैतिक षड्यंत्र की जांच करो। निष्पक्ष व सीआईडी जांच कराओ। यहां की पुलिस पर भरोसा नहीं है। बाबू सिंह यादव आत्म हत्या मामले की फॉरेंसिक जांच हो। वहीं आशू का परिवार मृतक की बेटी द्वारा लिखा हुआ पत्र की प्रतिलिप भी लेकर आई। जिसमें आशू से हेल्प की मांग की थी।


तीसरा मामला

खून से लिखा पत्र लेकर पहुंचा अधिवक्ता

अधिवक्ता अनिरुद्ध ने सीएम योगी आदित्यनाथ को खून से लिखा पत्र लेकर पहुंचा। खून से पत्र लिखकर जूही थाना पुलिस की शिकायत की। कार्यक्रम में सीएम योगी आदित्यनाथ को शिकायती ज्ञापन अधिवक्ता अनिरुद्ध देने जा रहे थे। पत्र में हिन्दू देवी देवताओं,पीएम मोदी और मोहन भागवत के अपमान मामले कार्रवाई न होने पर पत्र लिखा था। वहीं लिखा कि पुलिस ने 1 साल बाद भी उक्त मामलों में चार्जशीट नही लगाई। कार्रवाई न होने से आहत अधिवक्ता अनिरुद्ध ने अपने खून से पत्र लिखा था। इस ज्ञापन को देने जा रहे अधिवक्ता को पुलिस ने कार्यक्रम स्थल में रोक लिया। वहीं पुलिस अधिकारियों को सूचना होने पर उनका ज्ञापन किया गया।


चौथा मामला

योगी आदित्यनाथ के मंच के करीब दहेज प्रथा की पीड़िता पहुंच गई। जहां हाथ में कागज लिए और रोते हुए देख सिविल पुलिस ने उन्हे रोक लिया। उसने बताया कि 5 माह पहले शादी हुई थी। महिला का आरोप है कि दहेज कम देने पर ससुराल वाले आए दिन प्रताड़ित करते है। वहीं ससुरालियों ने घर से भगा दिया। यह पूरा मामला हनुमंत विहार थाना क्षेत्र का है।


पांचवा मामला

सीएम योगी की जनसभा में दुष्कर्म पीड़िता पहुंच गई। और न्याय की गुहार लगाई। महिला को देख पुलिस ने उसे रोक लिया। और खानापूर्ति कर उसे वापस कर दिया। मामला बीते जन्माष्टमी के दिन पीड़िता संग दुष्कर्म हुआ था। पड़ोस में रहने वाले युवक ने घर में घुस कर दुष्कर्म किया था। वहीं महीनों से भटक रही महिला पीड़िता ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाएं। ये पूरा मामला सेन पश्चिम पारा थाना क्षेत्र का है।

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