Kanpur News: मामूली विवाद में पथराव, गोलगप्पा कारोबारी की मौत, परिजनों ने लगाया चिकित्सीय लापरवाही का आरोप
Kanpur News: रावतपुर कर्बला रईस शाह हाता निवासी 50 वर्षीय रामलखन गोलगप्पा कारोबारी थे। पत्नी रेखा ने बताया कि इसी हाते में दीपक भी अपनी पत्नी बेबी के साथ किराए पर रहता है। बुधवार को मेन गेट बंद करने को लेकर दीपक विवाद करने लगा।
Kanpur News: रावतपुर में मामूली विवाद के बाद दबंगों ने गोलगप्पा कारोबारी पर पथराव कर दिया। जिसमें कारोबारी गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल को उपचार के लिए हैलेट अस्पताल ले जाया गया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने सिटी स्कैन कराकर लाने की बात कहकर घर भेज दिया। कुछ देर बाद घायल कारोबारी ने दम तोड़ दिया। परिजनों ने हैलेट प्रबंधन पर उपचार में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है।
ये था पूरा मामला
रावतपुर कर्बला रईस शाह हाता निवासी 50 वर्षीय रामलखन गोलगप्पा कारोबारी थे। परिवार में पत्नी रेखा, दो बेटियां व एक बेटा कृष्णा है। पत्नी रेखा ने बताया कि इसी हाते में दीपक भी अपनी पत्नी बेबी के साथ किराए पर रहता है। बुधवार को मेन गेट बंद करने को लेकर दीपक विवाद करने लगा। जिसका रामलखन ने विरोध किया। जिस पर दीपक ने अपने भाई अनिल, सोनू व अशोक के साथ मिलकर घर के बाहर खड़े राम लखन पर धावा बोल दिया। वहीं मारपीट के बाद उसपर पथराव कर दिया। घटना में राम लखन गंभीर रूप से घायल हो गए।
दोबारा अस्पताल पहुंचने से पहले हुई मौत
सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस घायल को सीएचसी बारासिरोही लेकर गई, गंभीर हालत देखकर रेफर कर दिया। वहीं परिजनों का आरोप है कि हैलट में प्राथमिक उपचार के बाद सिटी स्कैन कराकर लाने की बात कहकर घर भेज दिया गया। रास्ते में अचानक एक बार फिर राम लखन की हालत बिगड़ जाने पर परिजन उसे दोबारा हैलेट लेकर पहुंचते, उससे पहले ही राम लखन ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया।
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परिजनों ने हैलेट प्रबंधन पर लगाया आरोप
परिजनों ने हैलेट प्रबंधन पर उपचार के दौरान लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। रावतपुर थाना प्रभारी नीरज ओझा ने बताया कि आरोपित दीपक को गिरफ्तार किया गया है। तहरीर के आधार पर अन्य आरोपितों के विरुद्ध भी विधिक कार्रवाई की जाएगी। आसपास पूछताछ की जा रही है, जो भी दोषी होगा, उसे छोड़ा नहीं जायेगा।
हैलेट प्रबंधन पर पहले भी लग चुके हैं आरोप
हैलेट अस्पताल के बारे में कहा जाता है कि मरीजों के परिजनों को डॉक्टर अंदर नहीं जाने देते हैं। बात करने पर बहस करने लगते है। कभी-कभी तो डॉक्टर मरीज सहित परिजनों को मार कर भगा देते हैं। अभी कुछ दिन पूर्व एक गंभीर मरीज को भर्ती होने के बाद उसे बाहर फेंक दिया था। जिसमें हैलेट प्रबंधन को सूचना मिलने पर डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही गई थी।