Kanpur News: स्टेटिक मजिस्ट्रेट के पद पर मिली नौकरी, वेरीफिकेशन में पकड़ी गईं फर्जी मार्कशीट, आरोपी गिरफ्तार

Kanpur News: युवक पहले साल में बीएससी में फेल था। फिर खुद को पास कर लिया। अधीनस्थ सेवा चयन आयोग परीक्षा पास होने पर स्टेटिक मजिस्ट्रेट के पद पर नौकरी लगने के बाद वेरीफिकेशन आने पर मामलें का खुलासा हुआ।

Update:2023-08-29 23:23 IST
वेरीफिकेशन में पकड़ी गईं फर्जी मार्कशीट, आरोपी गिरफ्तार: Photo-Newstrack

Kanpur News: युवक पहले साल में बीएससी में फेल था। फिर खुद को पास कर लिया। अधीनस्थ सेवा चयन आयोग परीक्षा पास होने पर स्टेटिक मजिस्ट्रेट के पद पर नौकरी लगने के बाद वेरीफिकेशन आने पर मामलें का खुलासा हुआ।

स्टेटिक मजिस्ट्रेट के पद पर नौकरी लगने के बाद वेरीफिकेशन में युवक कीक जालसाजी पकड़ी गईं। शैक्षिक दस्तावेजों में हेराफेरी करके अधीनस्थ सेवा चयन आयोग में नौकरी पाने वाले युवक को विश्वविद्यालय द्वारा गठित एसआईटी और थाना कल्याणपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। युवक से पूछताछ की जा रही है। साथ ही हेराफेरी में साथ देने वाले अन्य लोगों की भी पुलिस तलाश कर रही है।

आरोपी मूल निवासी गोरखपुर का

आरोपी सन्तोष कुमार(32) गौड पुत्र ओमप्रकाश गौड निवासी मूल पता एलआईजी 32 विस्तार नगर बरगदवा थाना गोरखनाथ, गोरखपुर व अस्थाई पता 4/260 विजयन्त खण्ड गोमती नगर निकट कठौता चौराहा थाना विभूतिखण्ड लखनऊ के रूप में हुई। विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक राकेश कुमार ने तहरीर द्वारा 26 जुलाई को पुलिस को बताया कि आरोपी सन्तोष कुमार गौड ने बी.एस.सी. (सत्र 2011-15) की उपाधि निर्गत किये जाने हेतु विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन किया गया है। आरोपी छात्र द्वारा अपलोड किये गये अक पत्रों का सत्यापन एस.एस.सी. (छात्र सहायता प्रकोष्ठ) द्वारा किया गया।

सत्यापन के समय पाई गई कमियां

सत्यापन के समय छात्र द्वारा अपलोड की गयी बी. एस. सी. प्रथम वर्ष सत्र 2011-12, अनुक्रमांक 10170880 एम जी कालेज आफ साइंस आर्ट एण्ड कल्चर चचिरई खेडा, उन्नाव की अंकतालिका के अंको तथा विश्वविद्यालय के अंक चार्ट के अंको में भिन्नता पाई गयी। विषय अंक चार्ट में उपलब्ध अंक छात्र द्वारा प्रस्तुत अंकपत्र में उपलब्ध अंक गणित द्वितीय प्रश्नपत्र 17/65, 37/65 भौतिक विज्ञान प्रथम प्रश्नपत्र 01/50, 32/50 भौतिक विज्ञान द्वितीय प्रश्नपत्र 16/50, 34/50 रसायन विज्ञान प्रथम प्रश्नपत्र 05/50, 32/50 अंकों के उपरोक्त अन्तर के सम्बन्ध में विश्वविद्यालय के कम्प्यूटर केन्द्र एवं पीएमयू सेल द्वारा उपलब्ध कराई गई आख्या के अनुसार दिनांक 26.10.2012 को यूजर भाष्कर जोशी द्वारा छात्र के अंकों को अपडेट किया गया था जिनकी मृत्यु हो चुकी है।

यूजर भाष्कर जोशी द्वारा आरोपी के बी. एस. सी. प्रथम वर्ष के अंको में उपरोक्त संशोधन किए जाने के आधार की तलाश कम्प्यूटर केन्द्र पर उपलब्ध अभिलेखों से कराई गयी। लेकिन तिथि 26.10.2012 के उपलब्ध अभिलेखों में संशोधन किए जाने के आधार से सम्बन्धित कोई साक्ष्य प्राप्त नहीं हुआ।

फोन द्वारा आरोपी छात्र से की गई बात

छात्र संतोष कुमार गौड़ से फोन पर वार्ता की गई। उससे पूछा गया कि आपका परीक्षा परिणाम कैसे परिवर्तित हुआ है। छात्र द्वारा बताया गया कि उसे कुछ याद नहीं है। किसी छात्र के परीक्षा परिणाम में यदि स्कूटनी आदि द्वारा कोई संशोधन किया जाता था। तो सर्वप्रथम सम्बन्धित अंक चार्ट में संशोधन अंकित किए जाने के उपरान्त एक निर्धारित प्रारूप पर संशोधन की सूचना कम्प्यूटर पर डाटा संशोधित किए जाने के लिए कम्प्यूटर केन्द्र को प्रेषित की जाती थी।

डाटा न मिलने पर मुकदमे के बाद हुई गिरफ्तारी

इस मामले में छात्र संतोष कुमार गौड़ के अंक चार्ट में कोई संशोधन न किया जाना। डाटाबेस / वेबसाईट पर संशोधन किए जाने की तिथि 26.10.2012 के अभिलेखों में सम्बन्धित किसी साक्ष्य का उपलब्ध न होना तथा छात्र को उसके परीक्षा परिणाम में कुछ याद न होना। इसको देखते हुए प्रकरण में संदिग्धता पाई गई। इस पर पुलिस ने थाना कल्याणपुर में आरोपी छात्र के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया। आरोपी सन्तोष कुमार गौड को कल्याणपुर पुलिस ने साक्ष्य के आधार पर गिरफ्तार किया। और विधिक कार्यवाही की जा रही है।

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