Kanpur Loot: लुटेरा दरोगा प्रमोट होकर बनने वाला था डिप्टी SP, पुलिस ने कैसे लूटा 50 किलो चाँदी, पढ़ें पूरी कहानी
Kanpur Loot:लूट के बाद भी सराफा व्यापारी मनीष पुलिस के पास नहीं पहुंचे। लूटपाट में पुलिस वाले शामिल थे इसलिए वह घटना स्थल से गाड़ी लेकर भागे
Kanpur Loot: औरैया में बांदा के व्यापारी से लूट के तार मौदहा कोतवाली क्षेत्र के मुटनी, सायर और कम्हरिया गांव से भी जुड़ गए। गुरुवार देर रात पुलिस ने इन गांवों में छापेमारी कर छह से सात संदिग्धों को उठाया, इनमें तीन युवक लूट में शामिल थे।
लूट के बाद औरैया पुलिस को जांच-पड़ताल में मौदहा के इन गांवों के कुछ लोगों के लूट में शामिल होने की जानकारी मिली थी। इसके बाद औरैया पुलिस ने हमीरपुर पुलिस से संपर्क किया। रणनीति के तहत गुरुवार की देर रात भारी पुलिस बल ने इन गांवों में छापेमारी कर संदिग्धों को दबोच लिया। जिनमें से तीन युवक कम्हरिया का जमालुद्दीन पठान उर्फ जमील शेख, मुटानी के रफत खान और सायर के राकेश दीक्षित निवासी लूट में शामिल पाए गए। जिस कार से लूट को अंजाम दिया गया वह राकेश की थी।
घरों में लगे सीसीटीवी कैमरे तोड़े गए
पुलिस की छापेमारी के दौरान आरोपितों के घरों के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों को तोड़ दिया गया। देर रात भारी पुलिस फोर्स के साथ छापेमारी से कम्हरिया, सायर और मुटनी गांवों में दहशत फैली रही। तीनों गांव पास-पास बसे हुए हैं।
घटना के बाद डरता रहा व्यापारी
लूट के बाद भी सराफा व्यापारी मनीष पुलिस के पास नहीं पहुंचे। लूटपाट में पुलिस वाले शामिल थे इसलिए वह घटना स्थल से गाड़ी लेकर भागे और देर रात तक अपनी जान पहचान के लोगों से राय मशवरा करते रहे। बाद में बुधवार तड़के बिधूना के एक पूर्व विधायक के साथ कोतवाली पहुंचे और तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया।
दुकान के पूर्व कर्मचारी ने बनई लूट की योजना
बांदा के छोटीबाजार खिन्न्नी नाका निवासी सराफा व्यापारी मनीष सोनी की दुकान पर हमीरपुर का संजय चक उर्फ संजय टोपी काम करता था। उसकी गतिविधियां संदिग्ध लगने पर मनीष ने उसे नौकरी से निकाल दिया था। निकाले जाने के बाद भी वह मनीष की हर गतिविधि पर नजर रखता था। उसने अपने दोस्त रफत से मिलकर लूट की योजना बनाई, जिसमें एक और दोस्त जमालुद्दीन को भी शामिल किया। जमालुद्दीन ने अपनी पहचान के इंस्पेक्टर भोगनीपुर अजय पाल सिंह व दरोगा चिंतन कौशिक से संपर्क किया और लूट की योजना बनायी। झांसी में तैनाती के दौरान जमालुद्दीन इनके संपर्क में आया था। पुलिस अधिकारियों के अनुसार लूट की पूरी योजना इंस्पेक्टर अजय, दरोगा और यहां तैनात हेड कांस्टेबल रमाशंकर ने बनायी। इसके बाद चेकिंग के नाम पर व्यापारी को रोककर चांदी लूट ली गई।
आसपास के कई थानों से मंगवाई फोटो
सराफा कारोबारी की तहरीर में दो पुलिस वालों के नाम आने के बाद औरैया पुलिस ने औरैया, इटावा, कन्नौज, कानपुर देहात, जालौन व कानपुर नगर के थानों से कई एसओ की फोटो मंगवाई। ये फोटो व्यापारी को दिखाकर पहचान कराई गई, पहचान होते ही पुलिस कार्रवाई के लिए आगे बढ़ी।
इंस्पेक्टर व दरोगा ने ली थी तलाशी
छह जून की रात करीब दो बजे घटना के समय इंस्पेक्टर अजय पाल सिंह व दरोगा चिंतन कौशिक ने खुद व्यापारी की कार की तलाशी ली थी। उस समय दोनों वर्दी में थे और उनके पास असलहे थे। व्यापारी ने पुलिस को बताया कि उस समय उनकी कार में सादे कपड़ों में भी दो और लोग बैठे थे।
डिप्टी एसपी पर होना था प्रमोशनः भोगनीपुर थाना प्रभारी व लूट के आरोपित अजय पाल सिंह कठेरिया का डिप्टी एसपी के पद पर प्रमोशन होना था। इसके लिए शासन स्तर पर प्रक्रिया शुरू हो चुकी थी। जल्द ही वह डिप्टी एसपी के पद पर तैनात होते मगर उनकी करतूत ने उन्हें जेल पहुंचा दिया।
इनकी हुई गिरफ्तारी
-अजय पाल सिंह कठेरिया निवासी थाना पटियाली कासगंज, हाल नियुक्ति प्रभारी निरीक्षक भोगनीपुर, कानपुर देहात
-दरोगा चिंतन कोशिक पुत्र देवशंकर शर्मा निवासी चंद्र कुटीर 219/12 होटल दरबार बुलंदशहर, नियुक्ति भोगनीपुर
-जमालुद्दीन पठान उर्फ जमील शेख,निवासी कम्हरिया थाना मौदहा हमीरपुर
-संजय चिकवा उर्फ संजय टोपी, निवासी ग्राम खाईधर कोतवाली बांदा
-रफत खान निवासी मुठनी थाना बिवांर हमीरपुर
-राकेश दीक्षित, निवासी सायर थाना बिवांर हमीरपुर
यह आरोपी फरार
-हेड कांस्टेबिल रामशंकर यादव, वर्तमान नियुक्ति भोगनीपुर, कानपुर देहात
-ताजुद्दीन उर्फ बददू, निवासी कम्हरिया थाना मौदहा, हमीरपुर