Kanpur News: सिद्धनाथ गंगा घाट में डूबे छह बच्चे, दो के शव मिले, चार गंभीर हालत में पहुंचे अस्पताल

Kanpur News: कानपुर के सिद्धनाथ घाट में छह बच्चे डूब गए। इसमें दो बच्चों की मौत हो गई और छह को बचा लिया गया।

Update:2023-05-26 23:35 IST
डूबे बच्चे (फोटो: न्यूजट्रैक)

Kanpur News: कानपुर के सिद्धनाथ घाट में शुक्रवार को छह बच्चे गंगा में डूब गए। जाजमऊ, सफीपुर के छह बच्चे नहाने गए थे। तेज बहाव गहराई की वजह से अचानक बच्चे डूबने लगे। मौजूद गोताखोरों की जब नजर पड़ी तो बच्चों को बाहर निकाला। इसमें दो बच्चों के शव मिले बाकी चार बच्चों के गंभीर हालत में कांशीराम अस्पताल में भर्ती किया गया। वहीं, बच्चों के डूबने की खबर सुनते ही परिजनों में चीख-पुकार मच गई।

शुक्रवार करीब साढ़े तीन बजे दोपहर को रितिक पांडे पुत्र सुशील उम्र 14 वर्ष, निखिल निषाद पुत्र संतोष उम्र 14 वर्ष, विवेक निषाद पुत्र राजन उम्र 15 वर्ष, आर्यन निषाद पुत्र राजाराम उम्र 15 वर्ष, लक्ष्य सिंह पुत्र सर्वेंद्र विक्रम सिंह उम्र 14 वर्ष और शिवा निषाद पुत्र अजय कुमार उम्र 14 वर्ष स्नान करने गए थे। इसी दौरान गंगाजी के तेज बहाव और गहराई के कारण सभी 6 बच्चे पानी में डूबने लगे थे। उस समय पास में मौजूद गोताखोरों ने दौड़ कर नितिन पांडे, निखिल निषाद, विवेक निषाद व आर्यन निषाद को बचा लिया। लक्ष्य सिंह व शिवा निषाद कि पानी में डूब कर मौत हो गई है। सभी को कांशीराम ट्रामा सेंटर चकेरी भेजा गया। इसके अलावा पंचायतनामा व अन्य आवश्यक कार्यवाही की जा रही हैं।

बलिया में भी हुआ था हादसा

बीते दिनों बलिया में भी नाव पलटने से करीब सात लोगों की मौत हो गई थी। दरअसल, बलिया के माल्देपुर संगम घाट पर बच्चे का मुंडन कराने के लिए लिए गए थे। इसी दौरान करीब 22 लोग नाव में बैठकर नदी पार कर रहे थे। लेकिन अचानक नाव पलट गई और सात लोगों की डूबने से मौत हो गई।

राजा भैया ने उठाया था मुद्दा

लगातार हो रही कई घटनाओं के चलते राजा भैया ने प्रदेश सरकार से तैराकी को बढ़ावा देने की गुहार लगाई थी। एक ट्वीट के माध्यम से उन्होंने कहा था कि 'हमारे देश में प्रतिदिन डूबने से 80 से अधिक लोगों की मृत्यु होती है, वर्ष में 30,000 से भी अधिक।इनमें अधिकांश बच्चे होते हैं।तैरना सीखने में मात्र चार दिन लगते हैं, कितना अच्छा हो यदि हम लोग अपने बच्चों बच्चियों को तैरना सिखाने का संकल्प लें।'

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