Nupur Sharma: सोशल मीडिया पर छाई नुपुर शर्मा, हर तरफ मिल रही सहानुभूति
Nupur Sharma Statement: भाजपा प्रवक्ता नुपुर शर्मा को निलंबित किए जाने पर सोशल मीडिया यूजर्स बीजेपी की आलोचना कर रहे हैं। वहीं, दूसरी ओर नुपुर शर्मा को जबरदस्त समर्थन मिल रहा है।
Nupur Sharma News: टीवी डिबेट में अपनी एक टिप्पणी को लेकर पार्टी से निलम्बित होने वाली भाजपा प्रवक्ता नुपुर शर्मा (Nupur Sharma) पिछले कई घंटों से सोशल मीडिया (Social Media) पर छाई हुई हैं। उनके प्रति सोशल मीडिया यूजर्स में जबरदस्त सहानुभूति देखने को मिल रही है। वहीं भाजपा हाईकमान (BJP High Command) के इस फैसले की जमकर आलोचना हो रही है। कहा जा रहा है कि अब प्रवक्ता अपनी आक्रामक शैली में पार्टी का पक्ष रखने में संकोच करेगें जिसका भाजपा (BJP) को बड़ा नुकसान हो सकता है।
हमेशा अपनी हिन्दुत्ववादी छवि के लिए पहचाने जाने वाले फिल्म डायरेक्टर अशोक पंडित (Film Director Ashoke Pandit) ने ट्वीट कर सवाल उठाते हुए भाजपा हाईकमान (BJP High Command) को घेरने का काम किया है। उन्होंने लिखा आखिर भाजपा किसे खुश करना चाह रही है। उसके दुश्मन फिर भी इससे खुश नहीं और जिंदगी भर वोट नहीं देंगे। पार्टी के इस फैसले ने आज लाखों भाजपा के कार्यकर्ताओं का मनोबल तोड़ दिया है।
सोशल मीडिया पर आ रही ऐसी प्रतिक्रियाएं
एक यूजर्स समीर श्रीवास्तव ने लिखा है ''नुपुर शर्मा का बयान आपकी नजर में गलत हो सकता है तो क्या सड़क पर लगे खंबों को शिवलिंग बताना जायज था।''
एक अन्य यूजर्स पंकज तिवारी ने लिखा है'' भगवान शिवलिंग के समर्थन में डट कर खड़ी होने वाली नुपुर शर्मा ने जो कुछ भी कहा वो उनकी किताबों में लिखा, उन्होंने सिर्फ उसी लिखी बातों को कोट किया है।''
संघ विचारक प्रभु नारायण ने लिखा है 'भाजपा ने नुपुर शर्मा पर कार्रवाई की है। जो हिन्दू संस्कृति का अपमान है। भाजपा द्वारा हिन्दू का अपमान मानवता का अपमान और जातिवाद को बढ़ावा देने जैसा है।'
ऐसी सैकड़ों पोस्ट सोशल मीडिया पर भरी पड़ी है जिनमें भाजपा के इस फैसले को बेहद गलत बताया गया है और कहा गया है कि नुपुर शर्मा को जबरन बलि का बकरा बनाया गया है।
बीजेपी ने क्यों लिया ये फैसला
वहीं दूसरी तरफ यह कहा जा रहा है कि भाजपा सरकार अरब देशों के बिगड़ते व्यापारिक संबधों को लेकर दबाव में आ गयी जिसके कारण ही उसने नुपुर शर्मा को पार्टी से निलम्बित किया गया है। भारत की विदेश में छवि खराब हो रही थी जिसके कारण यह फैसला लिया गया।
बतातें चलें कि पिछले सप्ताह ही एक टीवी डिबेट के दौरान नुपुर शर्मा ने एक टिप्पणी की थी जिसमें पैगम्बर का अपमान किए जाने की बात कही जा रही है। यहां तक कि कानपुर में मुस्लिम समुदाय (Muslim Community) की एक भीड़ की तरफ से किए गए उपद्रव के पीछे नुपुर शर्मा के बयान को ही दोषी बताया जा रहा है। इस उपद्रव में दो दर्जन पुलिस कर्मियों को चोटें आईं जबकि कई राहगीर भी बुरी तरह से घायल हो गए।
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