पुलिस ने मारी गोली: सिपाही की मौत का लिया बदला, कासगंज एनकाउंटर में एक ढेर
उत्तर प्रदेश के कासगंज में मंगलवार को शराब माफियाओं ने कानपुर के बिकरु कांड जैसे वारदात को अंजाम दिया है। कासगंज में पुलिस अवैध शराब का कारोबार करने वाले शराब माफियाओं पर कार्रवाई करने गई थी, लेकिन वहां पुलिस टीम पर हमला बोल दिया।
कासगंज: उत्तर प्रदेश के कासगंज में मंगलवार को शराब माफियाओं ने कानपुर के बिकरु कांड जैसे वारदात को अंजाम दिया है। कासगंज में पुलिस अवैध शराब का कारोबार करने वाले शराब माफियाओं पर कार्रवाई करने गई थी, लेकिन वहां पुलिस टीम पर हमला बोल दिया। पुलिस टीम पर जानलेवा हमले के बाद अब खबर आ रही है कि पुलिस ने इस हत्याकांड के एक आरोपी को मुठभेड़ में मार गिराया है।
मुख्य आरोपी फरार
हालांकि इस प्राणघातक हमले का मुख्य आरोपी मोती धीमर अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। जानकारी के अनुसार, सिढ़पुरा थाना क्षेत्र के नगला धीमर के निकट काली नदी के किनारे यह मुठभेड़ हुई। पुलिस एनकाउंटर में मारे गए शख्स की पहचान मुख्य आरोपी मोती धीमर के भाई एलकार के रूप में हुई है।
ये भी पढ़ें: साइबर ठगों ने IG मेरठ रेंज की बनाई फर्जी फेसबुक आईडी, मांग रहे थे पैसे
ये है पूरा मामला
दरअसल, मंगलवार को कासगंझ के सिढ़पुरा क्षेत्र के गांव नगला धीमर में अवैध शराब का कारोबार बंद कराने गई पुलिस की टीम पर माफियाओं ने जानलेवा हमला कर दिया था। शराब माफियाओं ने पहले एक सब इंस्पेक्टर और सिपाही को बंधक बना लिया और फिर दोनों को गायब कर दिया था। बाद में सब इंस्पेक्टर घायल अवस्था में खेत में मिले थे जबकि सिपाही की लाश दूसरी जगह से बरामद हुई थी।
अवैध शराब के कारोबार की मिली थी जानकारी
पुलिस को गांव नगला धीमर में बड़े स्तर पर अवैध शराब के कारोबार की सूचना मिली थी। सूचना के आधार पर पुलिस टीम मंगलवार को गांव में कार्रवाई के लिए पहुंची। शराब माफियाओं को इस बात की जानकारी पहले ही मिल गई थी। पहले से ही चौकन्ना अपराधियों ने पुलिस को घेर लिया और दारोगा अशोक और सिपाही देवेंद्र को बंधक बना लिया। अपराधियों ने दोनों पुलिसकर्मियों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा और वहां गायब कर दिया। इसके बाद दारोगा खून से लथपथ हालत में मिले और सिपाही का शव बरामद किया गया।
ये भी पढ़ें: कासगंज में बिकरू कांड: शराब माफिया ने की सिपाही की हत्या, दारोगा की हालत गंभीर
सीएम योगी ने NSA लगाने के आदेश
घटना सामने आने के बाद सीएम योगी ने इसमें शामिल अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं। साथ ही आरोपियों पर NSA लगाने का भी आदेश दिया है। वहीं देवेंद्र के परिजनों को 50 लाख रुपये की आर्थिक मदद देने का भी ऐलान किया है। इसके अलावा आश्रित को सरकारी नौकरी देने का आश्वासन दिया है।