Kasganj News: नोवा फैक्टरी के संचालक कर रहे एनजीटी के नियमों का उल्लंघन, रसायन युक्त पानी से बर्बाद हो रही फसल
Kasganj News: ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि जब भी केमिकल युक्त अपशिष्ट पानी इकट्ठा हो जाता है। कम्पनी संचालक उसे फैक्टरी के बाहर बह रहे पानी के बम्बे मैं बहा देते हैं जिससे आसपास के गांवों के किसानों के खेत में यह रासायनिक पानी भर जाता है
Kasganj News: उत्तर प्रदेश के जनपद कासगंज में जहां कई गांव के किसानों को इस समय अपनी फसल को बर्बाद होते देखना पड़ रहा है। फसल बर्बादी का कारण न तो प्राकृतिक है और नही कोई दैवीय आपदा ही है, बल्कि जनपद मुख्यालय पर संचालित दूध की फैक्टरी नोवा स्टर्लिंग एग्रो इंडस्ट्रीज है जो पर्यावरण के संरक्षण को बनाए गए एनजीटी के दिशानिर्देशों का बिल्कुल भी पालन नही कर रही है।
ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि जब भी केमिकल युक्त अपशिष्ट पानी इकट्ठा हो जाता है। कम्पनी संचालक उसे फैक्टरी के बाहर बह रहे पानी के बम्बे मैं बहा देते हैं जिससे आसपास के गांवों के किसानों के खेत में यह रासायनिक पानी भर जाता है और उसमें खड़ी फसल नष्ट होने लगती है।
इसी समस्या को लेकर किसानों ने कासगंज की जिलाधिकारी मेघा रूपम को समस्या से निजात दिलाने को कार्यवाही करने व फसली नुकसान की भरपाई के लिए फैक्ट्री संचालक से मुआवजा दिलाने की मांग की है।
ग्रामीणों ने आरोप अपशिष्ट राख से आँखों में होती है जलन
बीती रात छोड़े गए केमिकल युक्त पानी से लगभग 40 बीघा जमीन में सरसों व गेंहू की फसल को नुकसान पहुंचा है। वहीं ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि रात के अंधेरे में ट्रैक्टर ट्रॉली की सहायता से अपशिष्ट राख को भी बाहर लाकर डंप कर रहे हैं जो हवा के चलने पर उड़ने लगती है और उससे आंखों में जलन की समस्या बन गई है।
ग्रामीणों द्वारा ये भी कहा गया कि पहले शिकायत करने पर इस फैक्टरी की जांच हुई थी और इसे बंद कर दिया गया था। पता नही अब फिर कैसे संचालित हो रही है। शिकायतकर्ताओं में मुकेश पुत्र उदयवीर सिंह निवासी नगला भूड़ जखारूदपुर, जयप्रकाश पुत्र चंद्रपाल व नेत्रपाल के साथ कई ग्रामीण मौजूद रहे।।