नौकरी के लिए जाते हैं विदेश तो दिल थामकर पढ़ें ये खबर
मोहम्मद मोबीन के माली हालात बहुत खराब थे, कैसे कर्जा-उधारl के जरिए जतन करके छोटे बेटे को 3 महीने सऊदी अरब भेजा। सोचा था कि कुछ समय बाद सब ठीक हो जाऐगा। लेकिन किस्मत को तो कुछ और ही मंजूर था। आज जब से ये ख़बर आई है कि उसका बेटा मर गया तब से बाप हाथ ही मल रहा है।
सुल्तानपुर: मोहम्मद मोबीन के माली हालात बहुत खराब थे, कैसे कर्जा-उधार के जरिए जतन करके छोटे बेटे को 3 महीने सऊदी अरब भेजा। सोचा था कि कुछ समय बाद सब ठीक हो जाऐगा। लेकिन किस्मत को तो कुछ और ही मंजूर था। आज जब से ये ख़बर आई है कि उसका बेटा मर गया तब से बाप हाथ ही मल रहा है।
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बल्दीराय थाना क्षेत्र के पारा बाजार निवासी मोहम्मद मोबीन ताले-चाभी का काम करते हैं। चार बेटे और दो बेटियों का खर्च अब उनसे वहन नही हो रहा था। तो बड़े अरमानो से उसने हाल ही मे 10 फरवरी को सबसे छोटा था खालिक अहमद को सऊदी अरब भेज दिया।
खलील गाड़ी ड्राइवर था और वहां रियाद के उम्मल हमाम एमबीसी रोड में रहता था। 20 मई को वहां खलील की कार अनियंत्रित होकर डिवाइडर से टकरा गई थी इसमे उसे गम्भीर चोटें आई थी।
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उसका इलाज वहां के अस्पताल में चल रहा था। कल इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। रोजे के आलम मे जब बेटे की मौत की ख़बर घर पहुंची कि परदेस कमाने गया बेटा अब इस दुनिया मे नही रहा तो मानो सबके पैर तले ज़मीन खिसक गई और परिवार का रो-रो कर बुरा हाल है।
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