अक्षय तृतीया: लाॅकडाउन में लोगों ने की सोने की Online Shopping, मायूस रहे सराफा कारोबारी

दुकान बन्द होने से सराफा कारोबारियों को हुआ भारी नुकसान

Reporter :  Praveen Pandey
Published By :  Pallavi Srivastava
Update: 2021-05-15 11:46 GMT

मैनपुरी। कोरोना महामारी के चलते पिछली बार की ही तरह इस बार भी सराफा बाजार सूना ही रहा। हर साल अक्षय तृतिया पर सराफा कारोबारियों की अच्छी खासी बिक्री होती थी। लकिन कोविड 19 में इस साल भी सराफा कारेबारी मायूस ही रहे। आपको बता दें कि साल 2019 में अक्षय तृतीया पर घरेलू सर्राफा बाजार में 23 टन सोने की खरीदारी हुई थी। हिन्दु धर्म में अक्षय तृतिया के दिन सोना खरीदना शुभ माना जाता है इसलिए बहुत से लोग आनलाइन सोना खरीद रहे हैं जिसकी डिलेवरी कारोबारी बाद में करेंगे।

बता दें कि साल के सबसे अच्छे दिनों में से एक अक्षय तृतीया विगत दो वर्षांे से बदरंग बनी हुई है। साथ ही शादी विवाह का सीजन होने के बावजूद सर्राफा कारोबारी खाली बैठे हुए हैं। पूरे साल उनका व्यापार का 50 प्रतिशत इसी सीजन मंे निकल जाता था। किन्तु कोरोना ने सबकुछ चैपट कर रखा है। इससे सर्राफा कारोबारियों की कमर टूट गई है। हाल यह है कि कारोबारियांे के यहां काम कर रहे कर्मचारियांे की पगार देना भी मुश्किल हो गया है। सराफा कारोबारियों से बात की तो उनका दर्द झलक पड़ा। जिला स्वर्णकार संघ के कोषाध्यक्ष शिवशंकर वर्मा का कहना है कि कोरोना के कारण नगर ही नहीं बल्कि पूरे देश की आभूषण मन्डियां बन्द है और कोई उत्पादन न होने से कारीगरों के सामने भी संकट खडा हो गया है। आभूषणों की बिक्री करने वाले दुकानदारों का माल दुकान मंे बन्द है। लाॅकडाउन के कारण छोटे व्यापारी तंगहाली से गुजर रहे हैं। कारोबारी सुरजीत सिंह लोधी कहते है कि सराफा बाजार पिछले 14 दिनों से पूरी तरह बन्द है। इस समय शादी विवाह का सीजन होने से व्यापारियों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। उनका कहना है कि प्रशासन को सराफा व्यापारियांे को भी थोड़ी राहत देनी चाहिये जिससे वह भी अपना कारोबार चला सकें। वहीं नगर व्यापार मण्डल के अध्यक्ष एंव सराफा व्यवसायी नितिन उमेश वर्मा ने भी लाॅकडाउन में सरकार से छूट देने की अपील की।

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